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लेश्या-कोश
तिरिक्खजोणिणीओ संखेज्जगुणाओ, काउलेसाओ संखेज्जगुणाओ, नीललेसा विसेसाहिया, कण्हलेसा विसेसाहिया, काऊलेसा संखेज्जगुणा, नीललेसा विसेसाहिया, कण्हलेसाओ विसेसाहियाओ, काऊलेसा संमुच्छिमपंचेंदियतिरिक्खजोणिया असंखेज्जगुणा, नीललेसा विसेसाहिया, कण्हलेसा विसेसाहिया।
-पण्ण० प १७ । उ २ । सू १६ । पृ० ४३६ [इस पाठ में भूल मालूम होती है। यद्यपि हमको सभी प्रतियों में एक-सा ही पाठ मिला है, हमारे विचार में इसमें गर्भज पंचेन्द्रिय तिर्यचयोनिक तथा तियंच स्त्री सम्बन्धी जितना पाठ है वह ·६१.१७ की तरह होना चाहिए । गुणीजन इस पर विचार करें। हमने अर्थ '६११७ के अनुसार किया है। ]
गर्भज पंचेन्द्रिय तियंचयोनिक शुक्ललेशी सबसे कम, तिर्यच स्त्री शुक्ललेशी उनसे संख्यातगुणा, ग० पं. ति० पद्मलेशी उनसे संख्यातगुणा, तिर्यच स्त्री पद्मलेशी उनसे संख्यातगुणा, ग. पं० ति० तेजोलेशी उनसे संख्यातगुणा, तियंच स्त्री तेजोलेशी उनसे संख्यातगणा, ग. पं. ति० कापोतलेशी उनसे संख्यातगुणा, ग. पं० ति० नीललेशी उनसे विशेषाधिक, ग० पं० ति० कृष्णलेशी उनसे विशेषाधिक, तिर्यञ्च स्त्री कापोतलेशी उनसे संख्यातगुणा, तिर्यश्च स्त्री नीललेशी उनसे विशेषाधिक तथा तिर्यञ्च स्त्री कृष्णलेशी उनसे विशेषाधिक होती है । इनसे संमूच्छिम पंचेन्द्रिय तिर्यञ्चयोनिक कापोतलेशी असंख्यातगुणा, नीललेशी उनसे विशेषाधिक तथा कृष्णलेशी उनसे विशेषाधिक होते हैं। ६१.१६ पंचेन्द्रिय तिर्यञ्चयोनिकों तथा तिर्यञ्च स्त्रियों में :
एएसि णं भंते ! पंचेंदियतिरिक्खजोणियाणं तिरिक्खजोणिणीण य कण्हलेसाणं जाव सुक्कलेसाणं कयरे कयरेहिंतो अप्पा वा ४ ? गोयमा! सव्वत्थोवा पंचेंदियतिरिक्खजोणिया सुक्कलेसा, सुक्कलेसाओ संखेजगुणाओ, पम्हलेसा संखेज्जगुणा, पम्हलेसाओ संखेज्जगुणाओ, तेऊलेसा संखेज्जगुणा, तेउलेसाओ संखेज्जगुणाओ, काऊलेसा संखेज्जगुणा, नीललेसाओ विसेसाहियाओ, कण्हलेसा विसेसाहिया, काउलेसा असंखेज्जगुणा, नीललेसा विसेसाहिवा, कण्हलेसाओ, विसेसाहियाओ।
-पण्ण० प १७ । उ २ । सू १६ । पृ० ४४०
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