________________
२२८
लेश्या - कोश
उयस्स xxx सेसं तहेव ) उनमें सात गमक होते हैं तथा इन सातों गमकों
में प्रथम चार लेश्याएँ होती हैं ( देखो पाठ ५८ २३३ )
- भग० श २४ । उ २४ । सु १३ पृ० ८५०
'५८ २३ ४ संख्यात वर्ष की आयुवाले संज्ञी मनुष्य योनि से ईशान देवों में उत्पन्न होने योग्य जीवों में
गमक - १-६ संख्यात वर्ष की आयुवाले संज्ञी मनुष्य योनि से ईशान देवों में उत्पन्न होने योग्य जो जीव हैं ( देखो पाठ ५८ २३२ ) उनमें नौ गमकों में ही छः लेश्याएं होती हैं । ( देखो पाठ ५८ २२४] ५८'८°५ )
— भग० श २४ । उ २४ । सू १४ । पृ० ८५०
५८ २४ सनत्कुमार देवों में उत्पन्न होने योग्य जीवों में
५८ २४१ पर्याप्त संख्यात वर्ष की आयुवाले संज्ञी पंचेन्द्रिय तिर्यञ्च योनि से सनत्कुमार देवों में उत्पन्न होने योग्य जीवों में
O
गमक- १-६ पर्याप्त संख्यात वर्ष की आयुवाले संज्ञी पंचेन्द्रिय तिर्यच योनि से सनत्कुमार देवों में होने योग्य जो जीव हैं ( पज्जत्तसंखेज्जवासाज्यसन्निपंचिदियतिरिक्खजोणिए णं भंते! जे भविए सणकुमारदेवेसु उववज्जित्तए० ? अवसेसा परिमाणादीया भवाएसपज्जवसाणा सच्चेव वत्तव्वया भाणियव्वा जहा सोहम्मे उववज्ज माणस्स । xxx जाहे य अपणा जहन्नका लट्ठिईओ भवइ ताहे तिसु वि गमएस पंच लेस्साओ आदिल्लाओ कायब्वाओ, सेसं तं चैव ) उनमें प्रथम के तीन गमकों में छः लेश्याए, मध्यम के तीन गमकों में पाँच लेश्याएं तथा शेष के तीन गमकों में छः लेश्याएं होती हैं । ( देखो पाठ ५८ २२२ )
- भग० २४ । उ २४ । सू १६ । पृ० ८५०
*५८ २४२ पर्याप्त संख्यात वर्ष की आयुवाले संज्ञी मनुष्य योनि से सनत्कुमार देवों में उत्पन्न होने योग्य जीवों में-
गमक - १ - ६ पर्याप्त संख्यात वर्ष की आयुवाले संज्ञी मनुष्य योनि से सनत्कुमार देवों में उत्पन्न होने योग्य जो जीव है ( जइ मणुस्सेहिंतो उववज्जति० ? मणुस्साणं जहेव सक्करप्पभाए उववज्जमाणाणं तद्देव णव
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org