SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 389
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ २२७ लेश्या-कोश एवं संखेज्जवासाउयसनिमणुस्साणं जहेव असुरकुमारेसु उववज्जमाणाणं तहेव णव गमगा भाणियव्वा । x x x सेसं तं चेव ) उनमें नौ गमकों में ही छः लेश्याएं होती हैं । ( देखो पाठ ५८ ८.५ ) -भग० श २४ । उ २४ । सू ११ पृ० ८४६ '५८ २३ ईशान देवों में उत्पन्न होने योग्य जीवों में'५८ २३.१ असंख्यात वर्ष की आयुवाले संज्ञी पंचेन्द्रिय तिर्य च योनि से ईशान देवों में उत्पन्न होने योग्य जीवों मेंगमक-१-४, ७-६ असंख्यात वर्ष की आयुवाले संज्ञी पंचेन्द्रिय तिर्य च योनि से ईशान देवों में उत्पन्न होने योग्य जो जीव हैं ( ईसाणदेवाणं एस चेव सोहम्मगदेवसरिसा वत्तव्वया । x x x सेसं तहेव ) उनमें सात गमक होते हैं तथा इन सातों गमकों में प्रथम की चार लेश्याएं होती हैं। ( देखो पाठ '५८ २२.१) --भग० श २४ । उ २४ । सू १२ । पृ० ८४६-५० .५८ २३.२ संख्यात वर्ष की आयुवाले संज्ञी पंचेन्द्रिय तिर्यञ्च योनि से ईशान देवों में उत्पन्न होने योग्य जीवों मेंगमक-१-६ संख्यात वर्ष की आयुवाले संज्ञी पंचेन्द्रिय तिर्यच योनि से ईशान देवों में उत्पन्न होने योग्य जो जीव हैं ( संखेज्जवासाउयाणं तिरिक्खजोणियाणं मणुस्साण य जहेव सोहम्मेसु उववज्जमाणाणं तहेव निरवसेसं णव वि गमगा। ) उनमें प्रथम के तीन गमकों में छः लेश्याए, मध्यम के तीन गमकों में चार लेश्याएं तथा शेष के तीन गमकों में छः लेश्याएं होती हैं । ( देखो पाठ '५८ २२.२ ) -भग० श २४ । उ २४ । सू १४ । पृ० ८५० ५८ २३.३ असंख्यात वर्ष की आयुवाले संज्ञी मनुष्य योनि से ईशान देवों में उत्पन्न होने योग्य जीवों मेंगमक-१-४, ७-६ असंख्यात वर्ष की आयुवाले संज्ञी मनुष्य योनि से ईशान देवों में उत्पन्न होने योग्य जो जीव हैं ( असंखेज्जवासाउयसनिमणुसस्स वि तहेव x x x जहा पंचिंदियतिरिक्खजोणियस्स असंखेज्जवासा Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.016038
Book TitleLeshya kosha Part 2
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMohanlal Banthia, Shreechand Choradiya
PublisherJain Darshan Prakashan
Publication Year2001
Total Pages740
LanguageSanskrit, Hindi
ClassificationDictionary & Dictionary
File Size11 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy