________________
लेश्या - कोश
गमक - १ - ६ संख्यात वर्ष की आयुवाले संज्ञी मनुष्य योनि के जीवों से मनुष्य योनि में उत्पन्न होने योग्य जो जीव हैं ( देखो पाठ ५८* १९१३ ) उनमें प्रथम के तीन गमकों में छ लेश्या, मध्यम के तीन गमकों में तीन लेश्या तथा शेष के तीन गमकों में छ लेश्या होती हैं । ( देखो पाठ ५८ १८१६ )
२१८
-
- भग० श २४ । उ २१ । सु ६ । पृ० ८४५
*५८*१६*१७ असुरकुमार देवों से मनुष्य योनि में उत्पन्न होने योग्य जीवों में
गमक- १-६ असुरकुमार देवों से मनुष्य योनि में उत्पन्न होने योग्य जो जीव हैं (असुरकुमारे णं भंते! जे भविए मणुस्सेसु उववज्जित्तए X X X एवं जच्चैव पंचिदियतिरिक्खजोणिय उद्देसए वत्तव्वया सच्चेव एत्थ विभाणियव्वा । xxx सेसं तं चैव । एवं जाव'ईसाणदेवो' त्ति ) उनमें नौ गमकों में ही प्रथम चार लेश्या होती है । ( देखो पाठ ५८१८-२० )
- भग० श २४ । उ २१ । सु । पृ० ८४५ *५८*१६*१८ नागकुमार यावत् स्तनितकुमार देवों से मनुष्य योनि में उत्पन्न होने योग्य जीवों में—
गमक- १-६ नागकुमार यावत् स्तनितकुमार देवों से मनुष्य योनि में उत्पन्न होने योग्य जो जीव हैं ( देखो पाठ ५८ १६ १७ ) उनमें नौ गमकों में ही चार लेश्या होती हैं । ( देखो पाठ ५८१८२१ )
- भग० श २४ । उ २१ । सु । पृ० ८४५ *५८ १६ १६ वानव्यंतर देवों से मनुष्य योनि में उत्पन्न होने योग्य जीवों में
गमक- १-६ वानव्यंतर देवों से मनुष्य योनि में उत्पन्न होने योग्य जो जीव हैं (देखो पाठ ५८ १६ १७ ) उनमें नौ गमकों में ही चार लेश्या होती है । ( देखो पाठ ५८१८*२१ )
-- भग० श २४ । उ २१ । सु । पृ० ८४५ *५८ १९ २० ज्योतिषी देवों से मनुष्य योनि में उत्पन्न होने योग्य जीवों में
गमक-- १-६ ज्योतिषी देवों से मनुष्य योनि में उत्पन्न होने योग्य जो जीव हैं ( देखो पाठ ५८ १६ १७ ) उनमें नौ गमकों में ही एक तेजोलेश्या होती है । ( देखो पाठ ५८ १८२३ )
Jain Education International
-भग० श २४ । उ २१ । सु । पृ० ८४५
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org