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लेश्या-कोश (क) गम्भवक्कंतियपंचेंदियतिरिक्खजोणिया xx थलयरा xx चउप्पया x x जहा जलयराणं ।
-जीवा० प्रति १ । सू ३८ । पृ० ११६ चतुष्पाद म्थलचर गर्भज तिर्यच पंचेन्द्रिय में ६ लेश्या होती है। उरपरिसर्प स्थलचर गर्भज तिर्यच पंचेन्द्रिय में
(ख) गब्भवक्कन्तियपंचेंदियतिरिक्खजोणिया x x थलयरा xx परिसप्पा x x उरपरिसप्पा-जहा जलयराणं ।
-जीवा० प्रति १ । सू ३८ । पृ. ११६ उरपरिसर्प स्थलचर गर्भज तिर्यच पंचेन्द्रिय में छः लेश्या होती है । भुजपरिसर्प स्थलचर गर्भज तिर्य च पंचेन्द्रिय में
(ग) गम्भवक्कंतियपंचेंदियतिरिक्खजोणिया x x थलयराxx परिसप्पा xx भुयपरिसप्पा-जहा उरपरिसप्पा ।
-जीवा० प्रति १ । सू ३८ । पृ० ११६ भुजपरिसर्प स्थलचर गर्भज तिर्य च पंचेन्द्रिय में छः लेश्या होती है । .१६.१० खेचर ( नभचर ) गर्भज तिर्यच पंचेन्द्रिय में
गब्भवक्कंतिय-पंचेंदियतिरिक्खजोणिया x x x खहयरा-जहा जलयराणं।
-जीवा० प्रति १ । सू ३८ । पृ० ११६ खेचर ( नभचर ) गर्भज तिर्य च पंचेन्द्रिय में छः लेश्या होती है। '२० मनुष्य में (क) मणूस्सा णं पुच्छा । गोयमा ! छल्लेस्सा एयाओ चेव ।
-पण्ण० प १७ । उ २ । सू १३ । पृ० ४३८ (ख) मणुस्साणं भंते ! कइ लेस्साओ पन्नत्ताओ ? गोयमा! छ लेस्साओ पनत्ताओ ? तं जहा-कण्हलेस्सा जाव सुक्कलेस्सा।
-पण्ण प १७ । उ ६ । सू १ । पृ० ४५१
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