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लेश्या कोश
गमक- १-६ पर्याप्त संख्यात वर्ष की आयुवाले संज्ञी पंचेन्द्रिय तिर्य ंच योनि से शर्करा प्रभापृथ्वी के नारकी में उत्पन्न होने योग्य जो जीव हैं ( पज्जन्तसंखेज्जवासाउयसन्निपंचिदियतिरिक्ख जोणिए णं भंते! जे भविए सक्कर पभाए पुढवीए नेरइएस उववज्जित्तए x x x ते णं भंते ! जीवा xxx एवं जहेव रयणप्पभाए उववज्जंतगस्स लद्धी सच्चेव निरवसेसा भाणियव्वा xxx एवं रयणप्पभपुढ विगमगसरिसा णव वि गमगा भाणियव्वा x x x ) उनमें प्रथम के तीन गमकों में छः लेश्या, मध्यम के तीन गमकों में आदि की तीन लेश्या तथा शेष के तीन गमकों में छ: लेश्या होती है ।
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- भग० श २४ । उ १ । सू ७४-७५ | पृ० ८२१
*५८ २·२ पर्याप्त संख्यात वर्ष की आयुवाले संज्ञी मनुष्य से शर्कराप्रभापृथ्वी के नारकी में उत्पन्न होने योग्य जीवों में—
गमक - १-६ पर्याप्त संख्यात वर्ष की आयुवाले संज्ञी मनुष्य से शर्करा - प्रभापृथ्वी के नारकी में उत्पन्न होने योग्य जो जीव हैं ( पज्जत्तसंखेज्जवासाज्यसन्निमणुस्से णं भंते! जे भविए सक्करप्पभाए पुढवीए नेरइएसु जाव - उववज्जिन्तए x x x ते णं भंते! सो चेव रयणप्पभपुढविगमओ यव्वो xxx एवं एसा ओहिएसु तिसु वि गमएसु मणूसस्स लद्धी xxx । सो चेव अप्पणाजहन्नकालट्ठिईओ जाओ तस्स वितिसु वि गमएस एस चेव लद्धी × × ×। सो. चेव अपणा उक्कोसकालट्ठिईओ जाओ तस्स वि तिसु वि गमएस xxx सेसं जहा पढमगमए) उनमें नव ही गमकों में छः लेश्या होती है ।
- भग० श २४ । उ १ । सू १०१-१०४ । पृ० ८२४ *५८'३ बालुकाप्रभापृथ्वी के नारकी में उत्पन्न होने योग्य जीवों में *५८३१ पर्याप्त संख्यात वर्ष की आयुवाले संज्ञी पंचेन्द्रिय तिर्यच योनि से बालुकाप्रभापृथ्वी के नारकी में उत्पन्न होने योग्य जीवों में -
गमक - १-६ पर्याप्त संख्यात वर्ष की आयुवाले संज्ञी पंचेन्द्रिय तिर्यच योनि से बालुकाप्रभापृथ्वी के नारकी में उत्पन्न होने योग्य जो जीव हैं ( पज्जत्त
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