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लेश्या-कोश
शालि, व्रीही, गोधूम, यावत् जवजव आदि के मूल के जीवों में तीन लेश्या और छव्वीस विकल्प होते हैं ।
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(ख) इनके कंद में
तीन लेश्या, २६ विकल्प होते हैं ।
(ग) इनके स्कन्ध में
तीन लेश्या, २६ विकल्प होते हैं ।
(घ) इनकी त्वचा में
तीन लेश्या, २६ विकल्प होते हैं ।
(ङ) इनकी शाखा में
तीन लेश्या, २६ विकल्प होते हैं ।
(च) इनके प्रवाल में
तीन लेश्या, २६ विकल्प होते हैं ।
(छ) इनके पत्र में
तीन लेश्या, २६ विकल्प होते हैं ।
(ज) इनके
पुष्प में
एवं पुफ्फे वि उद्देसओ, नवरं देवा उववज्जंति जहा उप्पलुहे से चत्तारि लेस्साओ, असीइ भंगा ।
चार लेश्या तथा अस्सी विकल्प होते हैं क्योंकि इनमें देवता उत्पन्न होते हैं ।
(झ) इनके फल में
जहा पुफ्फे एवं फले वि उसओ अपरिसेसो भाणियव्वो ।
फल में भी पुष्प की तरह चार लेश्या तथा अस्सी विकल्प होते हैं । (ट) इनके बीज में
एवं बीए वि उद्देसओ ।
बीज में भी पुष्प की तरह चार लेश्या तथा अस्सी विकल्प होते हैं । - भग० श २१ । व १ । उ२ से १० । सू १०, १२, १३ | पृ० ८३६
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