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पाण्डुलिपि-ग्रन्थ-रचमा-प्रक्रिया/37
महामहोपाध्याय गौरीशंकर हीराचन्द अोझा जी की सूची भी 'भारतीय प्राचीन लिपि माला' से यहां दी जाती है-1
१.ए.ख और ऊ २.द्वि.स्ति और न ३.नि.श्री और मः ४.कृ.५ ई ङ्का,राक,रार्क.क.क.क.(प्के).के.के.और पु ५.तु.र्तृ,,.ह और नृ ६-फ्र,फं,F,घ्र,भ, पुं,व्या और फ्ल ७- ग्र, ग्रा, गा, गर्भा,गर्गा , और भ्र ८-डू.ई हो, और दू ६ओ,उँ,ऊ, उं, जै.अ और . १०.ल.क,राट.अ.अ और सौ 20 थ,था.र्थ,र्था,घ,ई,प्त और ष 30-ललाल और र्ला ४०-प्तप्त,प्ता,प्ता और प्र ५0-6,5,6,E, और ण ६०- ,बु,घु,थुथु..र्थ, धु, ए और घु ७0 चु.च.धूं और त co-९७,५,७,२७ और पु ६008,६३४४और १०० सु.स.लु और अं 200 सुसू.से.आ.लू और यूं ३००-स्ता,साझा,सा,सु,सु और सू ४००- सा,स्तो,और स्ता
1. भारतीय प्राचीन लिपि माला, पृ. 107 ।
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