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202/पाण्डुलिपि-विज्ञान
(ग) अंग लिपि (अंग उ०पू० बिहार की लिपि) (घ) बंग लिपि बंगाल में प्रचलित लिपि) (च) मगध लिपि (मगध में प्रचलित लिपि) (छ) द्रविड़ लिपि (दमिलि) (द्रविड़ प्रदेश की लिपि) (ज) कनारी लिपि (कनारी क्षेत्र की लिपि) (झ) दक्षिण लिपि (दखन (दक्षिण) की लिपि) (ट) अपर-गौमाद्रिड़-लिपि (पश्चिमी गौड़ की लिपि)
(ठ) पूर्व विदेह लिपि (पूर्व विदेह की लिपि) 5. जनजातियों की (Tribal) लिपियाँ :
(क) गंधर्व लिपि (गंधों की लिपि, ये हिमालय की जन-जाति हैं)। (ख) पौलिंदी (पुलिंदों की : विध्यक्षेत्र के लोगों की) (ग) उग्रलिपि (उग्र लोगों की लिपि) (घ) नागलिपि (नागों की लिपि) (च) यक्षलिपि [यक्षों (हिमालय की एक जाति) की] (छ) किन्नरलिपि (कन्नरों, हिमालय की एक जाति की लिपि)
(ज) गरुड़लिपि (गरुड़ों की लिपि) 6. साम्प्रदायिक लिपियां :
(क) महेसरी (महेस्सरी माहेश्वरी, शैवों में प्रचलित एक लिपि)
(ख) भीमदेव लिपि (भूमि के देवता (ब्राह्मण) द्वारा प्रयुक्त लिपि) 7. चित्ररेखान्वित लिपियाँ :
(क) मंगल्य लिपि (एक मंगलकारी लिपि) (ख) मनुष्य लिपि (एक ऐसी लिपि जिसमें मानव-प्राकृतियों का उपयोग हो) (ग) प्रांगुलीय लिपि (अंगुलियों के से आकार वाली लिपि) (घ) उध्वं धनु लिपि (चढ़े हुए धनुष के से आकार वाली लिपि) (च) पुष्पलिपि (पुष्पांकित लिपि) (छ) मृगचक्र लिपि (वह लिपि जिसमें पशुओं के चक्रों का उपयोग किया गया
हो।) (ज) चक्र लिपि (चक्राकार रूप वाली लिपि)
(झ) बज्र लिपि (वज्र के समरूप वाली लिपि) ४. स्ममरणोपकरी (Mnemonic) लिपि
(क) ग्रंकलिपि (या संख्या लिपि)
(ख) गणित लिपि (गणित के माध्यम वाली लिपि) 9. उभारी या खोदी लिपि : (क) प्रादंश या पायस लिपि (बाच्यार्थतः कुतरी हुई (bitten) अर्थात् छेनी से
खोदी हुई)
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