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218/पाण्डुलिपि-विज्ञान
__मुनि पुण्यविजय जी ने (क) हस्तलिखित ग्रंथों में पाने वाले ऐसे अक्षरों की सूची दी है जिसमें परस्पर समानता के कारण लिपिकार एक के स्थान पर दूसरा अक्षर लिख जाता है, वह सूची यहाँ उद्धृत करना उपयोगी रहेगा---
क का क् लिखा जा सकता है । ख कार व स्व ,
त्त तू,
छ,, द्व, द्ध, द्र ग्र, ग, ग्ज
घ, व, थ, प्य च,, वुठ, ध छ ,, ब ,, ज, ज्ञ, गज,"
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घ, थ, थ,ध ज्ज , ब्व, द्य सू, स्त, स्व, म् स्थ ,, च्छ
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भारतीय जैन श्रमण संस्कृति अने लेखन कला, पृ. 78।
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