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फरवरदीन के पहले दिन से, तद्नुसार 5-अमरदाद, 6-शहरेवर, 7-मेहर, 11 मार्च 1556 ई० चैत्र कृष्णा 8-आवाँ (माबान्), 9--प्राज़र (प्रादर), अमावस सं0 1612 से ।
10-दे, 11-बहमन, 12--अस्फदिपारमद् ईरारी सन् के अनुसार दिनों के अंक नहीं होते शब्दों में उनके नाम दिये जाते हैं । संख्या क्रम से नाम ये हैं : 1-अहुर्मज्द, 2-बहमन, 3-3 5-स्पंदारमद्, 6-खुर्दाद, 7-मुरदाद (अमरदाद), 8-देपाहर, 9-प्राजर (प्रादर), 10-आवाँ (आवान्), 11खुरशेद्, 12-माह (म्होर), 13-तीर, 14-गोश, 15-देपमेहर, 16-मेहर, 17-सरोश, 18-रश्नह, 19-फरवरदीन, 20-बेहराम, 21-राम, 22--गोवाद, 23-देपदीन, 24--दीन, 25-अर्द (प्राशीश्वंग) : आस्ताद्, 27-प्रास्मान्, 28जमिश्राद, 29--मेहरेस्पंद, 30-अनेरा, 31-रोज, 32-शव । इनमें से 30 तो ईरानियों के दिनों (तारीखों) के ही हैं
और अन्तिम दो नये रखे गये हैं 11 1. भारतीय प्राचीन लिपिमाला, पृ. 193।
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काल निर्धारण/267
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