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शतक १६
गाहा- . १ लेस्सा य २ गम्भ ३ पुढवी ४ महासवा ५ चरम ६ दीव ७ भवणा य। ८ णिव्वत्ति ९ करण १० वणचरसुरा य एगूणवीसइमे ॥
इस शतक में दस उद्देशक इस प्रकार हैं।
भावार्थ-१ लेश्या विषयक प्रथम उद्देशक है । २ गर्भ विषयक दूसरा उद्देशक है। ३ पृथ्वीकायिकादि विषयक तीसरा ४ 'महा आश्रव, महाक्रिया' आदि पच्छा विषयक चौथा ५ चरम (अल्प स्थितिक) विषयक पांचवां, ६ द्वीप आदि विषयक छठा, ७ भवनादि विषयक सातवाँ ८ निर्वत्ति (एकेन्द्रिय आदि जीवों की उत्पत्ति) विषयक आठवाँ, ९ द्रव्यादि करण विषयक नौवां और १० बनचरसुर (बाणव्यन्तरदेव) विषयक दसवां उद्देशक है। इस प्रकार उन्नीसवें शतक में दस उद्देशक हैं।
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