________________
भगवती सूत्र - श. २० उ. ८ भरत क्षेत्र में जिन धर्म कब तक ?
सेसाणं तित्थगराणं केवइयं कालं पुव्वगए अणुसज्जित्था ? १० उत्तर - गोयमा ! अत्येगइयाणं संखेज्जं कालं, अत्थेगइयाणं असंखेज्जं कालं ।
भावार्थ - ९ प्रश्न - हे भगवन् ! इस जम्बूद्वीप के भरत क्षेत्र में इस अवर्सापणी काल में आप देवानुप्रिय का पूर्वगत श्रुत कितने काल तक रहेगा ? ९ उत्तर - हे गौतम! इस जम्बूद्वीप के भरत क्षेत्र में इस अवसर्पिणी काल में मेरा पूर्वगत श्रुत एक हजार वर्ष तक रहेगा ।
१० प्रश्न - हे भगवन् ! जिस प्रकार इस जम्बूद्वीप के भरत क्षेत्र में इस अवसर्पिणी काल में आप देवानुप्रिय का पूर्वगत श्रुत एक हजार वर्ष तक रहेगा, उसी प्रकार शेष दूसरे तीर्थंकरों का पूर्वगत श्रुत कितने काल तक रहा था ?
१० उत्तर - हे गौतम! कितने ही तीर्थंकरों का पूर्वगत श्रुत संख्यात काल तक रहा और कितने ही तीर्थंकरों का असंख्यात काल तक रहा ।
भरत क्षेत्र में जिन धर्म कब तक ?
११ प्रश्न - जंबुद्दीवे णं भंते ! दीवे भारहे वासे इमीसे ओसप्पि - fire देवापियाणं केवइयं कालं तित्थे अणुसज्जिस्सइ ?
११ उत्तर - गोयमा ! जंबुद्दीवे दीवे भार हे वासे इमीसे ओसप्पि - णौए ममं एगवीसं वाससहस्साइं तित्थे अणुसज्जिस्सर ।
२६०७
१२ प्रश्न - जहा णं भंते ! जंबुद्दीवे दीवे भारहे वासे इमीसे ओसप्पिणीए देवाणुप्पियाणं एकवीसं वाससहस्साइं तित्थं अणुसज्जिस्सइ तहाणं भंते! जंबुद्दीवे दीवे भारहे वासे आगमेस्साणं चरि
Jain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org