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२९५० भगवती सूत्र-श. २१ वर्ग ३ उ. १-१० अलमी आदि के मूल की उत्पत्ति
भावार्थ-१ प्रश्न-हे भगवन् ! कलाय (मटर) मसूर, तिल, मूंग, उड़द, निष्पाव (वल्ल नाम का धान्य), कुलथ, आलिसंदक, सतिन और पलिमंथक (चना) इन सब के मूल में जो जीव उत्पन्न होते हैं, वे कहां से आते हैं ?
१ उत्तर-हे गौतम ! पूर्ववत् । मूलादि दस उद्देशक जो शालि के विषय में कहे हैं, वे यहां भी पूरे कहने चाहिये ।
॥ इक्कीसवें शतक का दूसरा वर्ग सम्पूर्ण ।।
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शतक २१ वर्ग ३ उद्देशक १-१०
अलसी आदि के मूल की उत्पत्ति
१ प्रश्न-अह भंते ! अयसि-कुसुंभ-कोदव-कंगु-रालग-तुवरीकोदूसा-सण-सरिसव-मूलगवीयाणं एएसि णं जे जीवा मूलत्ताए वकमंति ते णं भंते ! जीवा कओहिंतो उववज्जति ? ।
१ उत्तर-एवं एत्थ वि मूलादीया दस उद्देसगा जहेव सालीणं णिरवसेसं तहेव भाणियव्वं ।
॥ एगवीसइमे सए तड़ओ वग्गो समत्तो॥
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