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शतक २२ वर्ग ४ उद्देशक १-१०
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बैंगनादि के मूल की उत्पत्ति
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१ प्रश्न - अह भंते ! वाइंगणि अल्लइ - पोंडइ० एवं जहा पण्णवणाए गाहाणुसारेणं णेयव्वं जाव गंज- पाडला-वासि अकोल्लाणं एएसि णं जे जीवा मूलताए वकमंति० ?
१ उत्तर - एवं एत्थ वि मूलादीया दस उद्देसगा तालबग्गसरिसा यव्वा जाव वीयंति णिरवसेसं जहा वसवग्गो ।
|| बावीस मे स चत्थो वग्गो समत्तो ॥
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भावार्थ - १ प्रश्न - हे भगवन् ! बेंगन, अल्लड, पोंडइ, इत्यादि वृक्षों के नाम प्रज्ञापना सूत्र के पहले पद की गाथा के अनुसार जानना चाहिये, यावत् गंज, पाटला, वासी और अंकोल्ल, इन सभी वृक्षों के मूलपने जो जीव उत्पन्न
होते हैं, वे कहां से आ कर उत्पन्न होते हैं ?
१ उत्तर - हे गौतम ! यहां मूल से ले कर बीज तक दस उद्देशक, वंशवर्ग के समान जानना चाहिये ।
|| बाईसवें शतक का चौथा वर्ग सम्पूर्ण ॥
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