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भगवती मूत्र-श. १९ उ. ४ नरयिक के महायवादि चतुष्क
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२ प्रश्न-हे भगवन् ! नरयिक महासव, महाक्रिया, महावेदना और भल्पनिर्जरा वाले हैं ?
२ उत्तर-हां, गौतम ! ऐसे हैं ?
३ प्रश्न-हे भगवन ! नैरयिक महास्रव, महाक्रिया, अल्पवेदना और महानिर्जरा वाले हैं ?
३ उत्तर-हे गौतम ! यह अर्थ समर्थ नहीं है।
४ प्रश्न-हे भगवन् ! नैरयिक महात्रव, महाक्रिया, अल्पवेदना और अल्पनिर्जरा वाले हैं ?
४ उत्तर-हे गौतम ! यह अर्थ समर्थ नहीं है।
५ प्रश्न-सिय भंते ! णेरइया महासवा अप्पकिरिया महावेयणा महाणिजरा ?
५ उत्तर-गोयमा ! णो इणटे समझे।
६ प्रश्न-सिय भंते ! गेरइया महासवा अप्पकिरिया महावेयणा अप्पणिजरा ?
६ उत्तर-गोयमा ! णो इणद्वे समटे । ___७ प्रश्न-सिय भंते ! णेरइया महासवा अप्पकिरिया अप्पवेयणा महाणिजरा ?
७ उत्तर-णो इणटे समढे।
८ प्रश्न-सिय भंते ! गेरइया महासवा अप्पफिरिया अप्पवेयणा अप्पणिजरा ?
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