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शतक २० उद्देशक ५
परमाणु और स्कन्ध के वर्णादि
१ प्रश्न - परमाणुपोग्गले णं भंते! कड़वण्णे, कहगंधे, करसे, कइफासे पण्णत्ते ?
१ उत्तर - गोयमा ! एगवण्णे, एगगंधे, एगरसे, दुफासे पण्णत्ते, तं जहा - जइ एगवण्णे सिय कालए, सिय णीलए, सिय लोहिए, सिय हालिदए, सिय सुकिल्लए, जइ एगगंधे सिय सुब्भिगंधे, सिय दुब्भिगंधे जइ एगरसे सिय तित्ते, सिय कडुए, सिय कसाए, सिय अविले सिय महुरे, जइ दुफा से सिय सीए य णिदधे य १, सिय सीए य लुक्खे य २, सिय उसि यदिधे य ३, सिय उसिणे य लुक्खे य ४ ।
कठिन शब्दार्थ - णिद्धे - स्निग्ध |
भावार्थ - १ प्रश्न - हे भगवन् ! परमाणु पुद्गल कितने वर्ण, गंध, रस और स्पर्श वाला है ?
१ उत्तर - हे गौतम ! एक वर्ण, एक गंध, एक रस और दो स्पर्श वाला है । यथा-यदि एक वर्ण वाला हो, तो १ कदाचित् काला, २ नीला, ३ लाल, ४ पीला और ५ कदाचित् श्वेत होता है । यदि एक गन्ध वाला हो, तो -६ कदाचित् सुरभिगंध या ७ दुरभिगंध वाला होता है। यदि एक रस वाला होता हो, तो -८ कदाचित् तीखा, ९ कटुक, १० कषैला, ११ खट्टा और १२ कदाचित् मधुर होता है । यदि दो स्पर्श वाला होता हो, तो -१३ कदाचित् शीत और
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