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___ भगवती मूत्र-श. २० उ. ५ परमाणु और स्कन्ध के वर्णादि
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कालगा य णीलगे य लोहियगा य हालिद्दए य सुकिल्लगा य २१, सिय कालगो य णीलए य लोहियगा य हालिदगा य सुकिल्लए य २२, सिय कालगा य णीलगा य लोहियगे य हाजिदए य सुकिल्लए य २३, सिय कालगा य णीलगा य लोहियगे य हालिद्दए य सुकिल्लगा य २४, मिय कालगा य णीलगा य लोहियगे य हालिदगा य सुकिल्लए य २५, सिय कालगा य णीलगा य लोहियगा य हालिदए य सुकिल्लए य २६, एए पंचसंजोएणं छव्वीसं भंगा भवइ, एवमेए सपुव्वावरेणं एकग दुयग-तियग-चउकग-पंचगसंजोएहिं दो एकतीसं भंगसया भगइ । गंधा जहा सत्तपएसियरस, रसा जहा एयस्स चेव वण्णा, फासा जहा चउप्पएसियस्स ।
भावार्थ-जब वह पांच वर्ण वाला होता है, तो कदादित् एक देश काला नीला, लाल, पीला और श्वेत होता है, कदाचित् एक देश काला, नीला, लाल, पोला और अनेक देश श्वेत होता है । इस प्रकार अनुक्रम से भंग कहने चाहिये। १५-यावत् एक देश काला, अनेक देश नीला, लाल, पीला और एक देश श्वेत होता है । १६-कदाचित् अनेक देश काला, एक देश नीला, लाल, पीला और श्वेत होता है । १७-कदाचित् अनेक देश काला, एक देश नीला, लाल, पीला और अनेक देश श्वेत होता है । १८-कदाचित् अनेक देश काला, एक देश नीला, लाल, अनेक देश पीला और एक देश श्वेत होता है। १९-कदाचित् अनेक देश काला, एक देश नीला, लाल और अनेक देश पीला और श्वेत होता है । २०-कदाचित् अनेक देश काला, एक देश नीला, अनेक देश लाल, एक देश पीला और श्वेत होता है । २१-कदाचित् अनेक देश काला, एक देश नीला, अनेक देश लाल, एक देश पीला और अनेक देश श्वेत होता है । २२-कदा
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