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प्रादेसरणी
( १०३ )
प्राध्यात्मिक
मादेसरणौ, (बी)-क्रि० १ आज्ञा देना । २ अभिवादन करना । प्राधि-पत्य-पु० अधिकार, स्वामित्व । पादोड़ो-देखो 'पाधोड़ी।
प्राधिनौ, (यौ)-पु० ग्राधे अंश का भागीदार । प्रादोत-देखो 'पादित'।
प्राधिदेव, (वैव, दैविक)-वि० [सं० आधिदैविक १ देवता की प्रादोफर-देखो 'अदफर'।
प्रेरणा से होने वाला । २ प्रारब्ध से होने वाला । ३ प्रेत प्रादौ-पु० [सं० अद्रक] १ कच्ची सोंठ, अदरक । २ देखो 'प्राधौ'।। बाधा से उत्पन्न । ४ प्राकृतिक । ५ स्वभाव बल कृत। प्राद-वि० [सं० आर्द्र] १ गोला, नम । २ हरा । -स्त्री० उक्त सभी कारणों से उत्पन्न विपत्ति । --क-पु० भय, अातंक।
प्राधिभूतक, (भूतग, भौतिक)-पु० [सं० प्राधिभौतिक] भौतिक प्राद्रकरणी, (बौ)-क्रि० भयभीत होना, डरना ।
कारणों से उत्पन्न संकट । प्रादा-स्त्री० [सं० प्रार्द्रा] सताईस नक्षत्रों में से एक, इस प्राधियाळ, प्राधियाळी, प्राधियाळी-१ प्राधा हिस्सा या भाग। नक्षत्र में होने का सूर्य का समय ।
२ देखो 'ग्राधिौ ' । प्राधंतर, (तरि.घर)-वि० १ अाकाश के मध्य का । २ बीच का। प्राधी-वि० [सं० अर्द्ध] १ अपूर्ण । २ देखो 'पाधी'।
३ अाधा, अर्द्ध । -क्रि०वि०१ बीच में, मध्य में । २ ऊंचाई -स्त्री० १ अर्ध रात्रि । २ देखो 'ग्राधि' ।
पर । ३ आकाश में। -पु० १ अाकाश । २ सुमेरु पर्वत । प्राधीन-देखो 'अधीन'। माध-पु० [सं० अर्द्ध] १ ठीक आधा हिस्सा, भाग या अंश। प्राधीनता, प्राधीनी-देखो 'अधीनता'।
२ आधी सम्पत्ति या प्राय का हक । [सं० आधि] ३ चिंता, प्राधीपौ-पु० १ उपज का आधा भाग । २ आधा अंश । व्यथा । -वि० श्राधा । -ख-पु० प्रभुत्व, अधिकार। ३ आधे भाग की मिल्कियत । --खड़-पु० अधेड़ । —पति, पती-पु० अधिपति, राजा । आधीरात-स्त्रो० अर्द्धरात्रि । -~-रत्त, रत्ति-स्त्री० अर्धरात्रि।
प्राधुनिक-वि० [सं०] वर्तमान, नवीन । प्राधरण-देखो 'प्रादण'।
प्राधू-वि० आधे हिस्से के लिए कार्य करने वाला। प्राधम-देखो 'अधम'।
प्रामाध-देखो 'प्राधौग्राध' । प्राधमी-स्त्री० १ उपज का आधा भाग कृषक ब प्राधा प्राधूमऊखै-क्रि०वि० आधी कीमत में।
मालिक को, इस शर्त पर की जाने वाली खेती । २ आधे प्राधेटौ-पु० दूरी या लंबाई का मध्य भाग । मध्य स्थान ।
मूल्य पर व पालने के लिए सौंपा जाने वाला पशु । आधे-क्रि० वि० आधे हिस्से की बुनियाद पर । प्राधर-क्रि०वि० धीरे, आहिस्ता।
प्राधेय-वि० किसी आधार पर टिकी हुई। प्राधांन पु० [सं० प्राधान] १ गर्भाधान, गर्म । २ स्थापना, प्राधोप्राध, (आधि)-देखो 'प्राधौग्राध' ।
रखाव । ३ गिरवी, रेहन । -वती-स्त्री० गर्भवती। माधोक, आधोके'क-वि० आधे के लगभग । प्राधाईक-वि० प्राधा, अर्द्ध । आधे के लगभग ।
माधोड़ी-स्त्री० मृत गाय या भैंस का साफ किया हा प्राधा प्राधाकम्म, प्राधाकरम-पु० भिक्षाचार संबंधी ४७ दोषों में से चमड़ा। प्रथम दोष जो गृहस्थ की तरफ से लगता है।
प्राधोफर, (फरई, फरौ)-देखो 'अदफर' । प्राधाकरमी-वि० प्राधाकरम दोष युक्त।
प्राधोफेर-पु० १ छज्जा । २ ढाल, जमीन । ३. उपत्यिका । प्राधार-पु० [सं०] १ आश्रय, अवलंब । २ मूलाधार । -क्रि० वि० पृथ्वी-प्राकाश के बीच बहुत ऊंचाई पर ।
३ बुनियाद । ४ उपाय. तरकीव । ५ सहारा, मदद। प्राधोरण-पु० [सं०] महावत । ६ बांध । ७ नहर । ८ योग के अनुसार मुलाधार। | प्राधोळी-स्त्री०१ लकड़ी की गोलाई देखने का उपकरण । ६ अधिकरण कारक । -वि० आश्रय दाता।
२ देखो 'पाधोड़ी। प्राधारणौ (बौ)-कि० १ सहारा व आश्रय देना । २ उठाना। प्राधोसल-क्रि० वि० प्रार-पार ।
३ लगाना । ४ सम्हालना । ५ सहारा देकर रखना। प्राधौ-वि० [सं० अर्द्ध ] (स्त्री० प्राधी) १ ग्राधा, ग्रई । २ अपुर्ण । ६ धनुष की प्रत्यंचा चढ़ाना।
-पु० आधा भाग या हिस्सा । --ग्राध, प्राधि-फि० वि० प्राधारि, (री)-वि० सहारे पर रहने वाला । प्राचित ।। बराबर दो भागों में। --मनौ-वि. दिन टूटा हा, प्राधासी, प्राधासीसी स्त्री० [सं० श्रद्ध- शीर्य | पात्र सिर कायर, डरपोक को पीडा, अधकपाली । मूर्यावृत्त ।
प्राध्मान, प्राध्यमांन-पु० [सं०अध्यमान] एक वात रोग, ग्राफरा । प्राधि-स्त्री० [सं०] १ मानसिक पीड़ा । २ विपत्ति, बाधा। प्राध्यात्मिक-वि० [सं०] १ आत्मा संबंधी। २ ब्रह्म और जीव ३ चिन्ना, गोक।
मंबंधी।
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