Book Title: Rajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Author(s): Sitaram Lalas
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan

View full book text
Previous | Next

Page 789
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir नोलडी मौसरो नीलड़ो (ड, डो)-देखो 'नीनो'। (स्त्री० नीलड़ी) नीलावर-पु० रंग विशेष का घोड़ा । नीलचर-पु० [सं०] मच्छ, मछली । नीलि-वि० ताजी, हरे रंग की। नीळज, नीलज-देखो 'निरलज्ज' । नोलुहर--पु० वस्त्र विशेष । नीलजा-स्था[सं०] नील पर्वत से निकलने वाली एक नदी। नीलूइ-पु. शाक विशेष । ोलम। नीलोतरि, नीलोती-स्त्री. हरी सब्जी । वनस्पती । नीलजु(जो, ज्ज, जौ)-देखो 'निरलज्ज'। नोलोत्पळ-पु० [सं० नीलोत्पल] नीलकमल । नीलटांच, नीलटांस-पु० [देश॰] १ गरुड़ पक्षी । २ एक नीलोदबा-पु० [सं० नीलोद्वाह | प्रथमाद्विक (वर्ष) पर किया अन्य पक्षी । जाने वाला कर्म । नीलडू, नीलडो-देखो 'नीलौ' । नीलो-वि० [सं० नीलिनं (स्त्री० नीली) १ आसमानी, नीला, नोलण-स्त्री. हरी सब्जी। ग्राकाश जैसा। २ गहरा हरा । ३ तुरंत का, ताजा। नीलणौ (बो)-क्रि० १ हरित होना, हरा-भरा होन। । २ प्रसन्न । ४ आर्द्र, गीला। -पु० १ रंग विशेष का घोड़ा । २ घास । होना, खुश होना। ----प्रजन-पु० नोले धब्बों वाला घोड़ा। -चंपो-पु. नीलधुज, नीलध्वज-पु० [सं० नीलध्वज] १ नारद को मोहने नीले फूलों वाला वृक्ष। --चैर-वि० अत्यन्त नीला, . वाली कन्या का पिता, एक राजा । २ तमाल । गहरा हरा । -- यूथौ, थोथी-पु० तांबे की उप धातु, नीलनायक-पु० एक प्राभूषण विशेष । तूनिया। नीलनेत्र, नोलपट-पु० एक प्रकार का वस्त्र । नोव, नीव-देखो 'नींव' । नीलफुरमास-पु० [देश॰] एक प्रकार का सरकारी कर। नीवडणी (बी), नीवडणौ (बी)-कि० सं निवर्तनम् १ निवृत्त नीलम, नीलमण, नीलमणि, नीलमरणी,नीलमिण, नीलमिणी-पु० होना, निपटना। २ पूर्ण होना, पूरा होना । ३ पृथक [सं० नीलमरिण] नाले रंग का रत्न । नीलमणि। होना । ४ समाप्त होना, खत्म होना । ५ देह त्यागना । नीलमार-पू० [सं० नीलमयूर हिमालय क्षेत्र में रहने वाला संसार छोड़ना। ६ देखो "निपटगो' (बी)। ७ देखो एक कुकरी पक्षी। 'नीमड़रणौ' (बौ)। नीलरतन, नीलरत्न-पु०स० नीलरत्न नीलमणि, नीलम। नोवतरणी (बौ)-देखो 'निमंत्रणो' (बौ) । नीललेसा-स्त्री० मं० नोलनेण्या] प्रात्मा को शुभाशुभ कौ । नीवांण (गो)-देखो 'निर्माण'। में प्रवृत्त करने वाला लत्त। नोवा-देखो 'न्याव' । नोलवत-पु. [सं०] एक पर्वत का नाम (जैन)। नीवाई-वि० १ उष्ण, गर्म । २ दखा 'न्याव' । नोलवटनीलवड (डि)-पू० १ वस्त्र विशेष । २ देखो 'निले'।नीवारदेखो 'निवार'। नीलवण, नीलवरिण-स्त्री० [देश०J१ हरी सब्जी । २ वनस्पती। नीवारणी, (बी)-देखो 'निवारणी' (बौ) । नोलवी-देखो 'नीलम'। नोवालूबौ-वि० [देश॰] निर्लज्ज, निगोड़ा। नीलवन-पू० [सं० नीलवृषभ] १ विशेष प्रकार का सांड या नीवाह-देखो 'न्याव' । बछड़ा। २ मृत पुरुष के पछि साड बनाया जाने वाला नीवि-स्त्री० [सं०] १ स्त्रियों द्वारा कमर में धोती बांधने की बछड़ा। ___ गांठ । २ इजारबंद, नाड़ा। नीलांबर--पू० [सं०] १ नीला वस्त्र । २ राक्षस, दानव। नीवी-स्त्री०[देश॰] १ बचत, बचाया हुप्रा धन । २ द्रव्य कोष । ३ शनिश्चर, शनिग्रह । ४ बलराम। ५ नीलाकाश । । ३ देखो 'नीवि'। -वि० नीले वस्त्र वाला ।। नीवेद-देखो 'नेवैद्य' । नीलांबरि स्त्री० एक राग विशेष । नीव्रत, नीति-पु० [सं०निवृत्ति] १ देश । २ देखो 'निव्रत' । नीलांबुज-पु० [सं०] नीलकमल । नीलांम-देखो 'लीलांम। नीसंक-देखो 'निसक' । नीलामि-देखो 'लीलामी' । नीसत-वि० [सं० निः सत्व] १ कायर, डरपोक । २ अशक्त, नीलांचल, नीलाचल-पु० नीलगिरि पर्वत । कमजोर । ३ असमर्थ । नीला-स्त्री० [सं० नील] कुबेर की नौ निधियों में से एक । | नीसरणी-देखो 'निस्त्रेणी' । नोलाज-पु० [सं०] नीलकमल । नीसरणी, (बो)-क्रि० [सं० निःस्त्रि] १ निर्गमित होना, जाना। नीलावट-देखो 'निल'। २ व्यतीत होना । ३ पलायन करना, भागना । ४ गमन For Private And Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 787 788 789 790 791 792 793 794 795 796 797 798 799