Book Title: Rajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Author(s): Sitaram Lalas
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan

View full book text
Previous | Next

Page 787
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ( ७७८ ) नीरणो नीपन . .. - नीपनरणी (बो)-देखो 'नीपजणी' (बो)। नीमरण-वि० सं० निमन] १ जो थोथा या पोपला न हो, नीपवरण (न)-वि० उत्पन्न करने वाला, उत्पादक । ठोम । २ निरोग । ३ पुष्ट । ४ दृढ़, मजबूत । ५ अच्छा, नीपारणौ (बौ), नीपावणौ (बो)-क्रि.१ प्रांगन में लेपन कराना। भला। २ थोपाना । ३ पोताना । ४ देखो 'निपजाणी' (बो)। नीमणायत-वि० [देश॰] मजबूत, दृढ़ । नीपियो-पोतियो-वि० लिपा-पुता। नीमणो (बौ)-क्रि० [सं० निर्मित] १ संकल्प करना । २ दृढ़ नीब, नीबड़, नीबड़लौ, नीबड़ियो, नीबड़ी, नीबडो-देखो 'नीम'। निश्चय करना । ३ प्राप्त करना, पाना । ४ बनाना, नीबांण-स्त्री. नींबू का वृक्ष । निर्मित करना। नीबात-पु० सं० नवनीत] १ मक्खन, नवनीत । २ मिश्री। नीमतरणौ (बौ)-क्रि० [सं० निमितम्] १ किसी के निमित्त -वि० १ कायर, डरपोक । २ कमजोर, अशक्त । करना, किसी के लिए करना । २ देखो 'निमंत्रणौ' (बी)। नीबाब-देखो 'नबाब'। नीमवण-वि० सं० निर्मनम] रचने वाला, रचयिता। नीबी-स्त्री० [सं० निविकृतिक] विकृति पैदा करने वाले पदार्थों नीमवर-पु० [फा०] कुश्ती का एक पेच । के त्याग का नाम (जैन)। नीमसारण्य-देखो 'नेमिसारण्य' । नीबीजो-देखो 'निरबीज'। नीमाणौ (बौ), नीमावरणो, (बो)-देखो 'नमारणो' (बी) । नीबू, नीबूडौ, नीबूडो-देखो 'नीबू' । नीमावत-पु० १ निम्बकाचार्य का अनुयायी । २ वैष्णव नोबोळी-देखो 'निबोळी । मम्प्रदाय का एक भेद । ३ रामावत साधुनों की एक शाखा । नीभर-१ देखो "निरभय'। २ देखो 'निरभर'। ४ इस शाखा का अनुयायी। नीमत-देखो 'निमित्त'। नीमियो-वि०१ नियम या व्रतधारी । २ संकल्पित । नीम-पु० [सं० निम्ब] १ एक प्रसिद्ध व बड़ा वृक्ष जिसके पत्ते, नीमोळी-देखो 'निमोळी' । छाल व मंजरी प्रौषधि में काम पाते हैं। २ गहराई।। नीमौ-देखो 'नमौ' । ३ तालाब के मध्य स्थान की गहराई व कठोरता। नीयता-देखो 'नियंता'। ४ देखो 'नियम' । -वि० [फा०] प्राधा, अर्द्ध । नीय-१ देखो 'निज' । २ देखो 'नीचे' । ३देखो 'नीच' । देखो 'नींव'। नीयत-स्त्री० [अ०] १ अान्तरिक इच्छा, मनोवृत्ति । २ भावना, विचारधारा। ३ उद्देश्य, लक्ष्य । ४ संकल्प । ५ नीति । नीमगिलोय-स्त्री० गिलोय नामक लता । नीयति-देखो 'नियति'। नीमड़-देखो नीम'। नीयांणा-देखो 'नियांरण, नियांणु' । नीमडणी (बौ)-क्रि० [सं० निवर्तनम्] १ नष्ट होना, बर्बाद | नीयाळ-देखो 'निहाल'। होना । २ समाप्त होना। ३ मर्यादा छोड़ना। ४ उत्तर | नीरग, नीरगु-देखो 'निरंग'। दायित्व निभाना। ५ देखो 'निपटगो' (बी)। ६ देखो नीर-पु० [सं० नीरम्] १ जल, पानी। २ रस । ३ अोज । 'निवड़णी' (बी)। ४ शोभा, कांति, दीप्ति । ५ गौरव. मान, प्रतिष्ठा । नीमड़ली (लो), नीमड़ियो, नीमड़ो, नीमडो-देखो 'नीम'। ६ आंसू, अथ । ७ अर्क । ८ द्रव । -वि० १ श्वेत-श्याम । नीमचमेली-स्त्री० सफद पुलों वाला एक वृक्ष । २ कृष्ण, काला । नीमचा-स्त्री० [फा०] एक प्रकार की तलवार । नीरन-देखो 'नीरज'। नीमजणी (बी)-क्रि० [सं० निष्पदन] १ ठानना, तय करना । | नीरखणी, (बौ)-देखो 'निरखणो' (बी)। [सं. निमज्जनम्] २ घुसना, प्रविष्ठ होना। ३ देखो | नीरज, (ज्ज)-पु० [सं० नीरज] १ कमल, पुडरीक । २ मोती। 'नीपजणी' (बौ)। ३ पानी में जन्म लेने वाला । ४ मल रहित कर्म (जैन)। नीम-जमीर-स्त्री० [सं० निम्ब-जमीर] एक प्रकार का वृक्ष। -वि. रज रहित । नीमजर-स्त्री० [सं० निम्ब + रा० जर] नीम पर प्राने | नीरण, नीरणो-स्त्री० [सं० नीरणं] १ मवेशियों के प्रागे चारा वाली बोर। ग्रादि डालने की क्रिया । २ मवेशियों के प्रागे चरने के लिये नीमटणी (बी), नीमडणी (बौ)-१ देखो “निवड़णो' (बी)। एक बार में डाला जाने वाला चारा । २ देखो 'निपटणी' (बौ)। नीरगो (बौ)-क्रि० [सं० नीरण] मवेशियों के आगे चरने का नीमड़ौ-देखो 'नीम'। चारा हालना । For Private And Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 785 786 787 788 789 790 791 792 793 794 795 796 797 798 799