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छंग
उच्य (गो) देखो 'उ'
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उच्छुक वि० [सं० उत्सुक] १ चातुर, उद्विग्न, व्याकुल २ उत्कंठित |
(बी) ०१ टूटना, टूटकर दूर पड़ना २ उछलना उच्छब- देखो 'उत्सव' ।
उच्छलग - पु०
उच्छरंग-१ देखो उधरंग' २ देखो 'उत्सव' । उच्छरणौ (बौ) - क्रि० १ बड़ा होना । २ पुष्ट होना । ३ उछलना । ४ उच्चारण करना । ५ उखाड़ना । ६ देखो
''।
उच्छळतो (बी) -- देखो उछळणी' ।
उच्व देखी 'उत्सव' ।
० उत्सव |
उघंटी - वि०
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( १२ )
उच्छवाह, उच्छा उच्छाह पु० [सं० उत्साह] १ उत्साह, जोश। २ हर्प, उमंग ३ धूम-धाम उत्सव । उच्छाळणी (बौ) - देखो उछाळगौ' (बी) ।
वि० [० उत] ऊंचा, उन्नत ऐंठन वि० ठा
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उच्च उच्छेदरणौ (बौ) - क्रि०१ छेदन करना । २ तोड़ना । ३ उखाड़ना । ४ सीमोल्लंघन करना ।
उरण (बी) देखी उर' (बी) । उच्छं खल - वि० [सं० उच्छृंखल ] १ चंचल । २ उद्दण्ड, बदमाश । ३ स्वेच्छाचारी । ४ उछल कूद करने वाला ।
०१ पर्वत वृक्षादि की ऊंचाई २ उच्च परिणाम । उछंग (गति) - पु० [सं० उत्संग] १ गोदी, अंक २ मध्य भाग ३ ऊपरी भाग [उत्सुक] १ निर्लिप्त, विरक्त २ उत्सुक, उत्कंठित |
उद्यत देखो, 'नन' |
० १ अधिक । २ बड़ी ।
उछंडणौ (बौ) - क्रि० छोड़ना, त्यागना ।
उes - देखो 'प्रोछौ' ।
उछक स्त्री० १ मस्ती, उन्मत्तता । २ देखो 'उच्छक' ।
उछक छाक - वि० मदोन्मत्त ।
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उको (बी) देखो 'उचकी' (बी)
उरण (बौ) - क्रि० १ जोश में प्राना । २ फूलना । उछट-स्त्री० १ तरंग लहर । २ गति, चाल । ३ उदारता । -वि० अधिक ।
उछौ (बौ) - क्रि० १ कूदना, उछलना । २ कटना । ३ खण्डित होना ।
उछब- देखो 'उत्सव' ।
उरंग (मिमी)००+] १ इच्छा अभि लापा । २ उत्सव | ३ हर्ष, आनन्द । ४ उत्साह, जोश।
५ सुखद मनोवेग, उमंग। वि० २ ऊंचा, उन्नत ।
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उछांवळो-देखो 'उछांधळी' ।
उछानणी (बी) देखो 'उ' (बो
उछाळलो
उधरंगण (at) - क्रि० १ भयंकर युद्ध करना । २ प्रबल पराक्रम दिखाना । ३ प्रलय नृत्य करना । ४ उच्छृंखल होना । ५ प्रसन्न होना । ६ उत्साह दिखाना ।
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उधरंजय (न) पु० [सं० उत्सर्जन) दान उत्सर्ग - त्याग - पु० दान ।
उछरणौ, (बौ) - क्रि० १ जन्मना, उत्पन्न होता । २ उछलना,
कूदना । ३ पोषण पाना । ४ चरने के लिए जंगल में जाना ( मवेशी ) । ५ लम्बी दूर जाने के लिए रवाना होना। उराणी (7) ० ० १ उछालना कुदाना २ पैदा करना । ३ पोषण करना । ४ चराने के लिए जंगल में ले जाना ।
१ उत्सुक ।
उछरेळ - वि० जबरदस्त, बलवान ।
उछळंग - देखो 'उच्छ खल' ।
उछळ - स्त्री० १ छलांग, कुदान । २ लाभ वाला हिस्सा । ३ चुनाव में प्राथमिकता वि० बढ़िया श्रेष्ठ I -द-स्त्री० खेलकूद अत्यधिक प्रयास हलचल द धूप अधीरता । चंचलता । गड़बड़ी । -पांती-स्त्री० लाभ वाला हिस्सा । प्रथम इच्छा । उछळग-पु० १ उत्सव | २ देखो 'उच्छ खल' | ०ना कूदना २ फांदना ३ भटके के साथ ऊपर उठना । ४ ग्राह्लादित होना, प्रसन्न होना । ५ चौंकना, चमकना । ६ क्रोध में बकना । ७ तूट कर पृथक गिरना, दूर पड़ना ।
उच्छयदेवो'' |
उच्छवाह १ देखो 'उच्छवाह २ देखो 'उत्सव' | उछांछळ (वळी) - वि० (स्त्री० उछांछळी, उछांवळी) चंचल, चपल । २ मग्न । ३ मदोन्मत्त ।
उछांट - स्त्री० १ इच्छा, उत्कंठा । २ प्रबलता । ३ शक्तिबल ४ वमन, उल्टी, कै ।
उछारक - पु० [सं० उत्सारक ] द्वारपाल, प्रतिहार ।
उछाळ स्त्री० १ सहसा ऊपर उठने की क्रिया या भाव ।
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२ कुदान, छलांग । ३ उछलने की सीमा ४ वृष्टि, वर्षा I ५ ऊपर फेंकने की क्रिया । ६ पानी का छींटा । ७ लहर, तरंग ८ उल्टी, वमन ६ शव आदि के प्रस्थान पर ऊपर फेंका जाने वाला रुपया पैसा ।
उछाळण (बौ) - क्रि० १ कुदाना । २ ऊपर उठाना। ३ ऊपर फेंकना । ४ वर्षा करना । ५ उत्साहित या प्रेरित करना । ६ प्रकट करना । ७ बात का प्रचार करना ।