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गोळनी
( ३५१ )
गोसाला
गोळनी- स्त्री० मिट्टी का बड़ा पात्र, मटकी, घड़ा।
गोवंद-देखो 'गोविंद'। गोळमटोळ- वि० १ बिल्कुल गोल । २ अस्पष्ट । ३ नाटा एवं | गोवड़ी-स्त्री० १ पशुनों के शरीर पर चिपका रहने वाला कीड़ा, मोटा-ताजा।
ईत । २ एक प्रकार की घास । ३ गौर वर्ण की स्त्री। गोळमदाज- देखो 'गोळंदाज'
गोवरिणयौ-पु० पीतल का मध्यम आकार का जन-पात्र, इसी में गोळमाळ-स्त्री. १ अव्यवस्था, गड़बड़ी। २ छल, षड़यंत्र। दूध दूहा जाता है। गोलर- देखो 'गूलर'
गोवरणी-पु० १ खलिहान में अनाज साफ करने की क्रिया। गोळवाळ (ळी)-- पु० दुष्काल में घास-पानी वाले स्थानों पर २ अधिक पीटने से शरीर की अवस्था । ३ नाश ध्वंस । पशु लेकर जाने वाला व्यक्ति ।
गोवरणो, (बो)-क्रि० गुप्त रखना, छिपाना । गोळविद्या- स्त्री० [सं० गोलविद्या] ज्योतिष विद्या का एक गोवध-पु० [सं०] गाय की हत्या। अंग।
गोवर-स्त्री० १ गाय,। २ गुफा । ३ रहस्य, गुप्तबात। गोळवी- पु० एक प्रकार का व्यंजन ।
४ गोबर । गोलांगूल-पु. [सं०] गाय की पूछ जैसी पूछ वाला बंदर।। | गोवरद्धन, (धन)-पु० १ ब्रज का एक प्रसिद्ध पहाड़ । २ श्रीकृष्ण गोळाई- स्त्री० १ गोल वस्तु की परिधि । २ वृत्त, घेरा ।
का एक नाम । ३ दीपावली के दूसरे रोज पूजन के लिए गोलाड़ी- स्त्री० एक बरसाती लता व उसका फल ।
बनाया गया गोबर का पिण्ड । -धर. धारी-पु० गोळिया- स्त्री० एक प्रकार की तलवार ।
श्रीकृष्ण। गोळियौ-पु० १ स्त्रियों के पैर की अंगुलियों का आभूषण। गोवळ-पु० १ गुड़ । २ गोप, ग्वाला। ३ गाय । -वि०१ रक्षक।
२ गेहूं की फसल में होने वाला रोग । ३ कांसी का छोटा | २ देखो 'गोळ'। कटोरा । ५ पीतल का छोटा जल पात्र । ६ पके हुए मांस | गोवाळ, गोवाळियो, ()-१ देखो 'गोपाळ' । २ देखो 'ग्वाळ' ।
की हड्डियों का संधिस्थल । ७ एक प्रकार की तलवार। गोविद (दो)-पु० [सं० गोपेन्द्र] १ श्रीकृष्ण । २ परब्रह्म, गोळी- स्त्री० १ काच या धातु का बना कोई बिल्कुल गोल ईश्वर । ३ वेदांतवेत्ता । ४ बृहस्पति । ५ शंकराचार्य के
दाना, गोली । २ प्रौषधि की टिकिया, गुटिका। ३ बन्दूक गरु । ६ मिक्खों के एक गुरु । -देव-पु० विष्णु का एक आदि का कारतूस । ४ दही की मथनी, गोल पात्र । ५ वृक्ष
रूप। -पद-पु० मोक्ष, निर्वाण।। का तना । ६ शरीर का गठन ।
गोवी-पु० १ दो खेतों की मेढ़ों के बीच का मार्ग । गोली- स्त्री० १ दासी, सेविका । २ देखो 'गोलाड़ी' ।
२ देखो 'गोरो'। -जादौ-पु०- दासी पुत्र ।
गोव्यद-देखो 'गोविंद'। गोळीढ़ाळ-पु. एक प्रकार का शस्त्र । गोलीपौ-पु० दासत्व, गुलामी।
गोवत-पु० [सं०] गौ हत्या के प्रायश्चित में किया जाने गोलीयो- देखो 'गोळियो' ।
वाला व्रत । गोलीवाड़- स्त्री० एक जंगली लता ।
गोस-पु० [फा० गोश] १ श्रवणेन्द्रिय, कान । २ देखो 'गोस'। गोळू- वि० दुष्काल में 'गोळ' जाने वाला।
गोसक-पु० [सं० गोशक] इन्द्र । गोळे (ळे) वि० अधीन, वश में ।
गोसरणी, (बी)-क्रि० १ दुःख देकर धन लेना। २ धन का गोळोचन-देखो 'गोरोचन'।
अपहरण करना। गौळी-पु० धातु प्रादि का बड़ा गोल पिण्ड । २ तोप का गोसमायल-पु० पगड़ी का, कान पर लटकने वाला छोर, जिस पर
गोला। ३ पेट में वात विकार से होने वाला गल्म ।। मोती जड़े हों। ४ नारियल की साबुत गिरी, गोटा । ५ कोई गोल | गोसमाळी-स्त्री० [फा० गोशमाली] , प्रताड़ना, झिड़की। उपकरण । ६ सूत या ऊन का समेटा हुमा गोला ।
२ कान उमेठना। ७ लालटेन या चिमनी आदि का काच का गोला, हण्डा। गोसळ-देखो 'गुसळ' । -खांनो-देखो 'गसळखांनो' । ८ एक प्रकार की तलवार ।
गोसवारी-पु० [फा० गोशवारा] १ जोड़ योग । २ किसी मद के गोलो-पु० [सं० गोलक) (स्त्री० गोली) १ गुलाम, दास ।
आय व्यय का लेखा । ३ किसी पंजिका का कोष्ठक । २ वर्णसंकर संतान ।
गोसाई, गोसांई-देखो 'गोस्वामी'। गोल्डौ-पु० जूए की कीली।
गोसाला-स्त्री० [सं० गोशाला] १ वृद्ध व प्रशक्त गायों को गोल्यो-१ देखो 'गोळियौ' । २ देखो 'गोलो'।
रखने का स्थान । २ गायों के रखने का स्थान । ...
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