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चंद्रकूळया
छपाई
चंद्रकुळया-स्त्री० काश्मीर की एक नदी।
चंद्रसार-पु० डिंगल का एक गीत विशेष । चंद्रकूट-पु० [सं०] कामरूप प्रदेश में स्थित एक पर्वत । चद्रसाळ-पु० १ छत के कमरे के मामने का खुला भाग, चंद्रकूप-पु० काशी स्थित एक तीर्थ स्थान ।
____ अटारी । २ चांदनी, चंद्रिका । चंद्रगुप्त-पु० [सं०] १ चित्रगुप्त का एक नामान्तर । २ मौर्य चंद्रसूरिए-पु० ललाट पर दो भंवरी वाला घोडा। वंशीय प्रथम मम्राट ।
चंद्र मेखर--पु. [मं० चन्द्रशेखर] १ शिव, महादेव । २ एक चंद्रगोळ-पु० चन्द्र मंडल।
पर्वत । ३ संगीत की एक ताल । चंद्रघंटका (घंटा)--स्त्री० नव दुर्गाप्रों में से एक ।
चंद्रस्वारथी-पु० श्वेत-लाल वर्ग व श्वेत नेत्र का घोटा। चंद्रचूड़-पु० शिव, महादेव ।
चंद्रहार-पु० मरिणयों का एक हार विशेष । चंद्रज-पु० [सं०] चन्द्रमा का पुत्र, बुध ।
चंद्रहास-स्त्री० तलवार, खड़ग । चंद्रदारा-स्त्री० [सं०] १ दक्ष की २७ कन्याएं जो चन्द्रमा की | चंद्रांगण (रिण, पी), चंद्राणी--स्त्री० १ दुर्गा का एक नाम । स्त्रियां हैं। २ सत्ताईश नक्षत्र ।
२ चन्द्रमुखी, सुन्दरी। चंद्रदुरंग-पु० चित्तौड़गढ़ का नाम ।
चंद्रापीड़-पु० [सं०/१ शिव, महादेव । २ अर्जुन का एक मित्र । चंद्रद्य ति-स्त्री० [सं०] चांदनी, चन्द्र प्रकाश ।
चंद्रायण (रपो)-पु० १ गौरी पूजन के समय गाया जाने वाला चंद्रधर, (पीड़)--पु० शिव, महादेव ।
एक लोक गीत । २ देखो 'चांद्रायण'। चंद्रप्रभा-स्त्री० [सं०] चांदनी।
चंद्रालोक-पु० चन्द्रमा का पालोक, प्रकाश । चंद्रप्रभु-पु० [सं० चंद्रप्रभु] अठारहवें तीर्थंकर का नाम । चद्रावळ-पु० चान्द्रायण व्रत । चंद्रप्रहास-देखो 'चंदपहाम'।
चंद्रावळी-स्त्री० श्रीकृष्ण पर अनुरक्त एक गोपी। चंद्रबधूटी-स्त्री० वीरबहूटी।
द्रिका-स्त्री० [सं०] १ चांदनी, ज्योत्स्ना । २ मयूर पंख का चंद्रवाला-स्त्री० [सं०] १ बड़ी इलायची । २ चांदनी। ३ चन्द्र सुनहरा मंडल। ३ पंजाब की चिनाव नदी। ४ जुही । किरण । ४ चन्द्रमा की स्त्री। ५ स्त्रियों के शिर का ५ चमेली। ६ संस्कृत व्याकरण का एक ग्रथ । ७ टीका, आभूषण विशेष ।
व्याख्या। चंद्रबिंदु-पु० [सं०] सानुनाशिक अक्षरों पर लगने वाली अर्ध- चंद्र प्रौ-देखो 'चंदवी' । चन्द्राकार बिंदी।
| चंद्र यउ, चंद्रोदय-पु. १ चन्द्रमा का उदय। २ गंधक, पारा व चंद्रभाणु-पु. श्रीकृष्ण की पत्नी सत्यभामा का पुत्र । | स्वर्णभस्म के योग से बना एक रस । ३ देखो 'चंदवी'। चंद्रभाग-पु० [सं०] १ चन्द्रमा की कला। २ हिमालय का एक चनण-पु० १ चंदन। २ प्रकाश । शिखर । ३ सोलह की संख्या ।
चंप-पु०१ भय, डर । २ अाशंका, शंका । ३ चंपा का वृक्ष चंद्रभागा-स्त्री० चन्द्रभाग शिखर से निकलने वाली एक नदी। व पुष्प । ४ मार, प्रहार । चंद्रभाळ-पु० शिव महादेव ।
चंपई-देखो 'चंपाई'। चंद्रमण (मरिण, मणी)-स्त्री० चन्द्रकांत मणि ।
चपउ-देखो 'चपौ'। चंद्रमा-पु० [सं० चंद्रमस] पृथ्वी को परिक्रमा करने वाला एक चंपक-पु० १ चंपा । २ सम्पूर्ण जाति का एक राग। ३ पोला,
उपग्रह, चांद । -ललाट-पु० शिव, महादेव । -माळा पीत वर्ण । -कळी-स्त्री० स्त्रियों के गले का प्राभूषण -स्त्री० चन्द्रहार । १९ वर्गों का वणिक छन्द । २८ मात्राओं विशेष । --माळा-स्त्री० चंपा के फूलों की माला। एक का एक छन्द विशेष ।
वर्ग वृत्त । ---वन्नी, वरणी-स्वी. गौर वर्ण की स्त्री। चंद्रमिण (मिरणी)-स्त्री० चन्द्रकान्त मरिण ।
चंपकळी-स्त्री० १ चंपा की कली। २ चंपा के समान नेत्र । चंद्रमौळी-पु० शिव, महादेव ।
चंपणौ (बो)-क्रि० १ भयभीत होना, डरना। २ छुपना । चंद्रलोक-पु. चन्द्रमा का लोक ।
३ शंका खाना, संकोच करना । ८ पैर रखना, पैर जमाना। चंद्रवंस-पु० एक क्षत्रिय वंश ।
५ दबाना, दाबना । ६ पकरना । ७ चौंकना। 5 लज्जित चंद्र बदरणी (नी, वयरिण, वयरणी)-स्त्री० [सं० चंद्रवदनी] | होना।
चन्द्रमा के ममान उज्जवल मुख वाली सुन्दर स्त्री। चंपत-वि० गायब, लुप्त, भगा हुप्रा । चंद्रवधू-स्त्री० वीरबहटी।
चपल, चंपलौ-देखो 'चंपो' । चंद्र वो-देखो 'चंदवो' ।
चपा-स्त्री० एक प्राचीन नगरी। चंद्रनत-देनो 'चांद्रायण' ।
चपाई-वि० चंपा के फूल के रंग का, पोला ।
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