________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
दोळ
(६८० )
दोहर-कूटो
दोळ-क्रि० वि० इर्द-गिर्द', चारों पोर ।
दोसण-वि० [सं० दोषण] १ दोष उत्पन्न करने वाला । दोषदोलोत्सव-पु० [सं०] फाल्गुण मास की पूणिमा का, वैष्णवों जनक । २ देखो 'दूसरण । ३ देखो 'दोम'। का एक त्यौहार ।
दोसत-पु० [फा० दोस्त] १ मित्र, सखा। २ प्रेमी, स्नेही । दोळी-वि. (स्त्री० दोळी) समीप, पास, निकट । -क्रि० वि० -दार-पु. मित्र, स्नेही। -बारी-स्त्री० दोस्ती, मित्रता । ___ इर्द-गिर्द चारों ओर।
दोसतांनौ-वि० [फा० दोस्ताना] मित्रता का, दोस्ती का । दोवड़, दोवडियौ-स्त्री० [सं० द्वि-पट] १ दो पट की चादर. मित्रता जैसा । -पु० १ मित्रता, दोस्ती। २ मित्रता जैसा
दोहरी चादर । २ देखो 'दोवड़ो'। -चौबड़-पु० दो या व्यवहार। चार तह वाला। दुगुना-चौगुना।
| दोसती-स्त्री० [फा० दोस्ती] १ मित्रता, दोस्ती। २ प्रेम दोवड़ी-वि० १ दो तह की । २ दुहरी । ३ दो लड़ोंवाली। संबंध ।
४ दो प्रकार की । ५ दुगुनी। -स्त्री० दो तह किया हुआ | दोसपौ-देखो 'दोयसपी'। वस्त्र । -ताजीम-स्त्री० सरदारों या सामन्तों को दिया | दोसहटी-स्त्री० [सं० दौष्यिक+हट्ट] कपड़ा बाजार । जाने वाला सम्मान (जोधपुर)।
बोसा-स्त्री० [सं० दोषा] १ रात्रि, रात। २ संध्या। ३ भुजा, दोवडो-वि० [सं० द्वि+पट] (स्त्री० दोवड़ी) १ दो तह का, बांह । -कर-पु० चन्द्रमा, शशि ।
दोहरा। २ जिसमें दो लडे हो । ३ दो प्रकार का । ४ द्वि, | दोसी-पु० [सं० दौष्यिक] कपड़े का व्यापारी। -स्त्री० सखी, दो। ५ दोनों ओर का। ६ दुगुना । -पु० दो तह को सी सहेली (मेवात)। -वि० [सं० दोषिन्] १ जिसमें ऐब या कर तैयार किया वस्त्र ।
बुगई हो, ऐबी। २ कसूरबार, अपराधी। ३ पापी । दोवड़ी-कुरब, (कुरव)-देखो 'दोवडी-ताजीम' ।
४ मुजरिम, अभियुक्त । ५ दुष्ट । ६ भ्रष्ट । ७ अपवित्र । दोवटी-स्त्री० [सं० द्वि-पट] १ दो पट का वस्त्र । २ दुपट्टा।
दोसूती-स्त्री० [सं० द्वि+सूत्र] दुहरे ताने का बना वस्त्र ।
दोसौ-देखो 'दोस'। ३ धोती। ४ एक प्रकार का बिछौना, प्रासन (मेवाड़)।
दोस्त-देखो 'दोसत'। ५ एक प्रकार की मिठाई।
दोस्तदार-देखो 'दोसतदार' । दोवरिणया-पु० ब. व. मृतक के बारहवें दिन अशौच निवारणार्थ
दोस्तदारी-देखों 'दोसतदारी । पानी से भरे जाने वाले बारह घटक ।
दोस्ती-देखो 'दोसती'। दोवरिणयौ-पु० १ दूध दूहने का पात्र । २ मृतक के बारहवें दिन | दोह-१ देखो 'दो' । २ देखो 'दोस' । ३ देखो 'दोख' ।
प्रशौच निवारणार्थ जल भर कर कुटुम्बी को दिया जाने दोहखी-देखो 'दोखी'। वाला गिट्टी का छोटा घड़ा। -वि० दूहने वाला।
दोहग (ग्ग, गु, ग्गू)-पु० [सं० दौर्भाग्य | १ वियोग जनित दोवरणी (वो)-देखो 'दुहणो' (बी)।
__दुःख । २ दुर्भाग्य ।। ३ वैधव्य । ४ संकट, विपत्ति । दोबळी-त्रि० वि० १ इर्द-गिर्द , चारों ओर । २ दो अोर । दोहडउ-वि० [सं० द्रोहाट] द्रोह रखने वाला, ईर्ष्यालु ३ दो बार।
द्रोही, शत्र । दोवां, दोवाई-वि० [सं० द्वि] दोनों।
दोहण-पु० [सं० दोहनम् | १ दुहने की क्रिया या भाव । दोवाई-देखा 'वारी'।
२ दोहन । ३ दुश्मन ।। दोवारणी (बो), दोवावरणो (बौ)-देखो 'दुवाणी' (बी)। दोहरणी-स्त्री० [सं० दोहनी] १ दूहने की क्रिया या भाव । २ दूध दोवारी-देखो 'दूवारी'।
ER दूहने का पात्र । ३ हडिया । ४ मृतक के बारहवें दिन भरा दोव-वि० [सं० द्वि दोनों।
जाने वाला छोटा घटक । ५ देखो 'दुवणी'। दोस-पृ० [सं० दोष] १ अवगुण, ऐब । २ बराई, खराबी। दोहरणो (बी)-देखो 'दूवरणो' (बौ)।
३ कलंक, लांछन । ४ प्रारोप, अभियोग । ५ अपराध, कसर। दोहती-देखो 'दोहिती'। ६ कमी । ७ अशुद्धि । ८ पाप । ६ दुष्परिणाम । १० रोग। दोहतौ-१ देखो 'दोहथौ' । २ देखो 'दोहितो' । (स्त्री० दोहती) ११ त्रिदोष। १२ खण्डन । १३ साहित्यिक अवगुण । दोहथीकरोती-स्त्री० दो व्यक्तियों द्वारा चलाई जाने वाली १४ नव्य न्याय की त्रुटि । १५ अाठ वसुओं में से एक ।। बड़ी पारी । १६ तीन की संख्या*। १७ दश की संख्या*। १८ देखो दोहथौ-वि० [सं० द्वि-हस्त] १ दो हाथों वाला। २ दो हत्थों 'दो' ।-ग्राही-पु० दुष्ट, दुर्जन । —जारण-पु० वैद्य, हकीम, वाला । चिकित्सक । दोषों का ज्ञाता।
| दोहर-कूटौ-पु० सांसियों का एक जातीय दण्ड विधान ।
For Private And Personal Use Only