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धुपटरसा
( ७१२ )
धूयर
धूपटणौ (बौ)-क्रि० १ खूब खर्च करना, वितरण करना। धूम-धाम से।
२ अधिकार में करना । ३ लूटना । ४ अानन्द मनाना, खुशी धूमपालम-पु० [सं० धूमअलि] भौंरा, भ्रमर । मनाना, मौज करना।
धूमकधैया-स्त्री० १ उछल-कूद, बदमाशी, उद्दण्डता। २ शोर धूपणौ-देखो 'धूपियो'।
___गुल हल्ला-गुल्ला । ३ लड़ाई, टंटा। धूपणो (बौ)-क्रि० [सं० धूप] १ धूप आदि सुगंधित द्रव्य धूमकेतन, धूमकेतु-पु० [सं० धूमकेतु] १ आग, अग्नि । जलाना। २ सूर्य के प्रातप में रखना, धूप देना।
२ उल्का, पुच्छलतारा । ३ केतु-ग्रह । ४ शिव, महादेव । धूपत-पु० [सं० ध्र व-पति] ध्रव के स्वामी, विष्णु ।
५ रावण की मेना का एक राक्षस । ६ पूछ पर मंवरी धूपदान (दांनी, धांणउ)-पु. १ धूप रखने का पात्र । २ धूप | वाला घोड़ा। जलाने का पात्र ।
धूमड़ो-देखो 'धूमडी'। धूपधारको-वि० तलवारधारी योद्धा । --पु० सूर्य, भानु । धूमज-पु० [सं०] १ बादल, मेघ । २ नागरमोथा। धूपबत्ती-स्त्री० [सं० धूपवर्ती] धूप द्रव्यों की बनी बत्ती,
धमडौ-पु० मारवाड़ की एक पर्वत श्रेणी । अगरबत्ती।
धूमधड़क्को. धूमधड़ाको-पु० धूम-धाम । धूपहट-देखो 'धूपघटी'।
धूमधज-स्त्री० [सं० धूमध्वज] अग्नि, प्राग । धूपा-देखो 'धूप'।
धूमधर-पु० [सं०] प्राग, अग्नि । धूपारणौ-देखो 'धूपियौ' ।
धूम-धांम-स्त्री० १ खुशी प्रसन्नता की चहल-पहल । ठाट-बाट, धूपियौ, धूपेड़ो, धूपेणौ-पु. १ धूप दान, धूप करने का पात्र। गाजे-बाजे। २ कोई बड़ा समारोह, मेला । २ धूप-दीप।
धूममारग-पु० ग्राम रास्ता, चहल-पहल वाला रास्ता। धूपेरण-पु० सलई या गुग्गुल का वृक्ष ।
धूमर-पु० [सं० धुर्] १ शिर, मस्तक । २ एक असुर का नाम । धूपेरणौ-देखो 'धूपियौ'।
३ देखो 'धूम्र,। -स्त्री० ४ विशेष रग की गाय। -वि० धूपेल-पु० गुग्गल का तेल ।
काला, श्याम। धूब-स्त्री० १ पानी में डुबकी लगाने की क्रिया या भाव । धूमरक-पु० [सं० धूम्र] अधेरा।
२ घोड़े की पीठ पीछे का भाग जहाँ दुमची बंधती है। धूमरतन-पु० [सं० धूम्र-तन] धुश्रा उत्पादक, अग्नि, आग । ३ देखो 'दोब'।
धूमराई-पु० एक प्रकार का वस्त्र विशेष । धबक-स्त्री० १ मानसिक आघात, धक्का । २ बन्दूक छूटने धूमलोनन, (न)-पु० [सं० धूम्रलोचन] १ शुभ नामक दैत्य का का शब्द।
। सेनापति । २ कबूतर, कपान । धबकौ-पु. १ भारी वस्तु के गिरने का शब्द, धमाका। धूमविराळ-स्त्री. उच्छवास, आह । २ देखो 'घूबक'।
धूमसौ-पु० धुआ, धूम। धूबड़-नाथ-पु० नाथ सम्प्रदाय का एक सिद्ध ।
धुमाळी--पृ० सर्दी में प्रोढ़ने का मोटा वस्त्र । -वि० मोटा-ताजा। धूबणौ (बौ)-देखो धुबरणो' (बौ)।
धूमावती-स्त्री. [सं०] दश तांत्रिक महाविद्यानों में से एक । धबाक-स्त्री० १ नीचे की ओर कूदने, छलांग लगाने की क्रिया धूमोरण, (4)-पु० यमराज । या भाव । २ देखो 'धूबक' ।
धूमौ पृ० गोल ककड़ी विशेष । धबौ-वि० १ संहारक, विध्वंसक । २ मारने वाला ।। धूभ्र-पु० [सं०] १ धुपा, धूम। २ फलित ज्योतिष का एक योग। ३ देखो 'धोबी' ।
३ पाप गुनाह । ४ धूप । ५ राम की सेना का एक भालू । धूपगर-पु. [म०] प्राग, अग्नि ।
६ दुष्टता। ७ नगीनों का एक दोष । ८ अंधकार । धूमंडळ-पु० सं० ध्रुव मंडल] १ एक पौराणिक लोक विशेष। --वि० १ धुए के रंग का, भूरा । २ काला । ३ बैंगनी। २ संसार । ३ ध्रुव तारा की दिशा, उत्तर ।
--केतु 'धूमकेतु'। ----पान--पु० औषधि का धुपा सांस धुम-पु० [सं० धूमः] १ धुआ, धूम्र । २ युद्ध । ३ उछल-गद,
से खींचने की क्रिया या भाव । बीडी-तम्बावू प्रादि सेवन उत्पात । ४ शरारत, उद्दण्डता । ५ शोरगुल, हल्ला-गुल्ला।
करने की क्रिया। ६ कोलाहल, जनरव । ७ कोई बड़ा ममागेह। ८ ख्याति. धूम्रक-पु० [सं० धूम्रक:] ऊंट, उष्ट्र, कमेलक। चर्चा, प्रसिद्धि । ९ आहार-दाता की निदा करने का एक धूम्राक्ष-पु० [सं०] वार व नक्षत्रों संबंधी २८ योगा में से तीसरा दोष । (जैन) १० देखो 'धोम'। -वि० १ धुंए के योग । समान। २ काला, श्याम । -क्रि-वि० जोर-शोर से, धूय, धूयर-१ देखो 'धू' । २ देखो 'धी' ।
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