Book Title: Rajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Author(s): Sitaram Lalas
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan

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Page 769
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir निमोळी नियोड़ी ३ क्षरण, पल । ४ अांख फड़कने का रोग। ५ एक यक्ष | नियमी-वि० [सं०] १ जो नियमों का पालन करे। २ जो का नाम । नियम पूर्वक प्राचरण करे । ३ सदाचारी, प्रती । निमोळी-देखो "निंबोळी' । लियय-१ देखो 'नियक' । २ देखो 'नियत' । निमोही-वि० [सं० निर्मोही| १ प्रेम न करने वाला, निर्मोही। नियरि (री)-देखो 'नगरी' । २ उदासीन, विरक्त । ३ बेदर्दी। नियरू-देखो 'निकर'। निमौ-देखो 'नमौ'। नियांरण, नियांणु. नियाणु-पु० [सं० निदान] भौतिक इच्छात्रों निम्मळ-देखो 'निरमळ' । ___की पूर्ति हेतु की जाने वाली याचना । निम्मरण (न)-देखो 'निरमांगा'। । नियाई-देखो 'न्यायी'। निम्माज-देखो 'नमाज'। नियाग-पु० [सं०] मोक्ष । (जैन) निम्हणौ (बी)-देखो 'निभणी' (बौ)। नियागठ्ठी-वि० सं० नियागार्थी] मोक्ष चाहने वाला। निम्हारणौ (बी), निम्हावरणो (बौ)-देखो 'निभाणी' (बी)। नियाज-स्त्री० [फा०] १ प्रेम, प्रदर्शन । २ दीनता-पाजीजी। नियंठ-१ देखो 'निगंथ'। २ देखो 'निरग्रंथ । ३ बड़ों का प्रसाद। ४ इच्छा, कामना। ५ गरीबों को नियता-पु० [सं० नियंत] १ विष्णु । २ शासक, प्रशासक । दिया जाने वाला मृत्यु भोज । ६ बड़ों से परिचय, सम्पर्क, ३ मालिक, स्वामी। ४ सारथी, रथवान, परिचालक । मंबन्ध । ३ उपहार, भेट । ५ ब्यवस्थापक । नियात-देखो 'न्यात, न्याति' । निय-देखो "निज'। नियाब-पु० [अ० नियाबत प्रतिनिधित्व । नियकं, नियक, नियग, नियग-वि० [सं० निजक] खुद का, नियामकगण-पु० [सं०] औषधि समूह विशेष । अपना । नियामत-स्त्री० [अ० नेअमत] उत्तम व स्वादिष्ट भोजन । नियड-स्त्री० [सं० निकट] १ नदी तट के आस-पास का भु नियायौ-पु० १ धन-दौलत । २ दुर्लभ वस्तु, अलभ्य पदार्थ । भाग । २ देखो 'निकट' ।। ३ देखो 'न्यायौ'। नियट्ट-वि० [सं० निवृत्त] निपटा हुअा, निवृत्त । नियार-पु० स्वर्णकारों की दुकान व दुकान का सामान । नियत-पु० [सं०] शिव, महादेव । -वि० १ तय किया हुया, नियारिया-स्त्री० सुनारों की दुकान की राख प्रादि छानने वाली __ मुकर्रर । २ स्थिर, निश्चित। ३ नियम से बंधा हुआ, । एक जाति । नियमबद्ध । ४ तैनात, नियोजित । ५ स्थापित, प्रतिष्ठित । नियारियो-पु० (स्त्री० नियारी) १ उक्त जाति का व्यक्ति। ६ देखो 'नियति' । ७ देखो 'नीयत'। २ उक्त प्रकार का काम करने वाला व्यक्ति । ३ मिली हुई नियति-स्त्री० [सं०] १ भवितव्यता, होनहार । २ नियत बात, बस्तुगों को अलग करने वाला व्यक्ति। -वि० चतुर, अवश्य होने वाली बात । ३ दैविक योग । ४ भाग्य । चालाक। ५ अदृष्ट । ६ ठहराव, स्थिरता। ७ पूर्व वृत्त कर्मों का नियारी-देखो 'न्यारी'। फल । ८ जड़ प्रकृति, स्वभाव । ९ नीति । १० बंधन नियाद-१ देखो 'न्याय' । २ 'न्याय' । बद्धता । ११ प्रकृति, स्वभाव । -वंत-वि० जिसका स्वभाव ठीक हो। ईमानदार । नियुजरणौ (बौ)-क्रि० [सं० नियुक्ति] १ प्रबन्ध करना, नियत्तण-क्रि०वि० सं० निवर्तन] निवृत्ति के लिये। ___ व्यवस्था करना । २ नियोजन करना। नियत्ति-स्त्री० [सं० निवृत्ति १ निवत्ति, मुक्ति। २ देखो नियुत, नियुक्त-वि० [सं० नियुक्त] १ किसी पद या कार्य पर 'नियति'। नियोजित । २ लगाया हुअा, तैनात। ३ लगा हुआ, नियम-पु० [सं०] १ निश्चित किया हुअा कोई विधान, रीति, संलग्न । ४ ठहराया हुआ, स्थिर। ५ प्रेरित किया हुआ, तरीका । विधि-विधान । २ कानून, विधि । ३ परम्परा, तत्पर। रूही । ४ क्रम, दस्तूर । ५ रीति, रिवाज । ६ शासन, नियोग-पु० [सं०]१ तैनाती, नियुक्ति । २ उपयोग । ३ प्राज्ञा । दबाव । ७ ऐसी व्यवस्था का निर्धारण जिस पर अन्य बातें ४ बन्धन, संलग्नता। ५ अहसान । ६ उद्योग, प्रयत्न । निर्भर हो। ८ कार्य प्रगाली। ६ प्रतिज्ञा, व्रत, संकल्प । ७ निश्चय । ८ प्रेरणा । ९ अवधारणा, विचार । १० अपने १० प्रतिबंध, नियत्रग। ११ एक अर्थालंकार विशेष । पति से निःसंतान रहने पर स्त्री द्वारा अन्य पुरुष से किया १२ विष्णु । १३ महादेव। ---बद्ध-वि० नियमों में बंधा जाने वाला संयोग। हा । | नियोड़ी-स्त्री० [देश॰] नाइयों का एक उपकरण । For Private And Personal Use Only

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