Book Title: Rajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Author(s): Sitaram Lalas
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan

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Page 740
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir नळगो नवद्वार नळणी (बी)-क्रि० जानवर द्वारा पिछले पांवों पर खड़ा होकर नवकार, नवकारु-पु० स० नमस्कार जैन उपासना का प्रसिद्ध हमला करना। ___ मत्र । -वळी-स्त्री० उक्त मंत्र का जाप, माला । नळपुर-पु० [सं० नलपुर] राजा नल की राजधानी का नगर । नवकारसी-पु० दश प्रत्याख्यानों में से प्रथम । नळवट (टि)-देखो ‘निलं'। नवकुमारी--स्त्री० [सं०] नवरात्र में पूजी जाने वाली नौ नळवार-पु० बछड़ा। कुमारिया। नळ वन-पु० तलवार । नवकुळी-पु. नाग वंश के नवकुल्न । नळसेतु-पु० [सं० नलसेतु] रामेश्वर के निकट बंधा एक पुल । नवकोट, नवकोटी-१० नो कोट या गढ़ों वाला मारवाड़। नळांध-पु० रात्रि में न दिखने का एक रोग, रतौंधी। नवकोटौ-पु० १ मारवाड़ का अधिपति । २ राठौड़ । नलाड़-देखो 'निलाट'। रवखंड-पु० [सं०] जंबू द्वीप के नौ खण्ड । नळि-देखो 'नळ' । नवगड्ढ़ी, नवगढ़ी-पु० [सं० नवगढ़] राठोडों का एक । नळिका-स्त्री० [सं० नलिका] १ वैद्यक में एक प्रकार का | सम्बोधन । प्राचीन यंत्र । २ बंदूक से मिलता-जुलता एक प्राचीन नवगढ़-पु० [स०] मारवाड़ का एक नाम । अस्त्र । ३ बाणों का तरकश । ४ पुदीना । ५ देखो 'नळी' | नवगरी, नवगिर, नवगीय-देखो नवग्रह' । नलिन-पु० [सं०] १ कमल, पद्म । २ सारस पक्षी। ३ जल । नवगुरण-पु० [सं०] यज्ञोपवीत, जनोई। ४ नील का पौधा। नवग्रह-पु० [सं०] १ फलित ज्योतिष के अनुसार नौ विशेष ग्रह । नलिनि, नलिनी-स्त्री० [सं०] १ कमलिनी, कमल । २ एक | २ देखो 'नवग्रही' -बंध-पु० नौ ग्रहों को बांधने वाला, प्रकार की सब्जी। ३ नदी, सरिता। ४ नारियल की रावण । शराब । ५ नाक का बायां नथुना। ६ गंगा की एक धारा नवग्रही-स्त्री० ग्रहों के रूप में नौ नगों से युक्त एक आभूषण का नाम । ७ कमल का ढेर । ८ अधिक कमलों वाला । विशेष । -वि० नवग्रहों का सूचक । जलाशय । -वि० नीले रंग का, नीला। -नंदन-पु० | नबढ़-देखो 'निपट'। कुबेर का एक उपवन । नड़ियो-देखो 'नौडियौ' । नळियौ-देखो 'नळ । नवचंदौ-वि०१ सावधान, होशियार । २ देखो 'नवसंदौ' । नळी-स्त्री० [सं० नली] १ पैर के घुटने के नीचे से पंजे तक | नबछावर-देखो 'निछरावळ' । को सामने की हड्डी। २ नलिका नाम का गंध द्रव्य । | नवछावरेस, नवछाहर-देखो 'निछरावळ' । ३ एक प्रकार का वाद्य विशेष । ४ रब्बर, धातु आदि की नवजण, नवजणियो. नवजणी, नवजणी-देखो 'भू'जगो' । बारीक भोगली, नलिका । ५ एक वाद्य विशेष । ६ सरणाई नवजरणी (बी)-देखो 'नजरणो' (बी)। नामक वाद्य का एक भाग । ७ बुनकरों के काम पाने वाली नवजरी-स्त्री० हाथ में पहनने का प्राभूषण विशेष । काष्ठ की छोटी नलिका । - देखो 'नळ' । ९ देखो 'नाळ'। नवजवान-पु० [सं० नवयुवक] नवयुवक, युवक । नळीआरइ-स्त्री० पेट पर पड़ने वाली त्रिवली। नवजोगेसर-पु० [सं० नवयोगेश्वर] १ नौ योगेश्वर । २ युवा नल-देखो 'निल' योगी। नवजोबन-देखो 'नवौवन'। नळो-पु० [सं० नाल] १ बुनकरों की सूत लपेटने की प्राक प्रादि | नवजोबना-देखो 'नवयौवना'। की नलिका । २ भवन निर्माण में काम आने वाला एक नवड-देखो 'निपट'। अौजार विशेष । ३ सिंह, घोड़े आदि जानवरों के अगले पांव के घुटने के नीचे की हड्डी । ४ देखो 'नळ' । ५ देखो नवरणीय -देखो 'नवनीत'। 'नाळो' । नवरणौ (बो)-देखो 'नमणी' (बी)। नल्लो -वि० बूरा, खराब । ५.४... . ..... नवतन-देखो 'नूतन'। नवंबर-पु० [अं॰] ईसा सन् का ग्यारहवां मास । नवतर-स्त्री० [देश॰] उर्वर होने के लिये छोड़ी गई कृषि भूमि । नव (उ)-वि० [सं० नवन्] १ नया, नूतन, नवीन । २ ताजा, नवदुरगा-स्त्री० [सं० नवदुर्गा] नवरात्र में पूजी जाने वाली तुरन्त का। ३ अाधुनिक । ४ दश में एक कम । -पु० | । नो दुर्गायें । दुर्गा के नौ रूप। १ नौ की संख्या व अंक । २ काक, कौया । मवद्वार-पु० [सं०] प्राणी के शरीर के नाक, कान आदि के नवका-देखो 'नौका'। नौ छिद्र. For Private And Personal Use Only

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