Book Title: Rajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Author(s): Sitaram Lalas
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan

View full book text
Previous | Next

Page 766
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir निपट निबंधु बड़ा करना। ४ घटित करना, सम्पन्न करना । ५ परिपक्व निपावट-वि० [सं० निष्प्रर्वतः] १ बेडौल, भद्दा । २ बुरा, करना, पकाना । ६ तैयार करना, बनाना । खराब । ३ अशक्त, कमजोर । निपट-वि० [स निबिड] १ बहुत, अधिक । २ केवल, एक मात्र, | निपावरणौ (बो)-देखो 'निपारणो' (बी)। निरा, बिल्कुल । ३ खाली, विशुद्ध । ४ अद्वितीय, श्रेष्ठ । निपीड़क-वि० [सं. निपीडक] १ कष्टदायक, दुःखदायक । -क्रि० वि० बिल्कुल, सरासर, नितान्त । -स्त्री० निवृत्ति की २ निचोड़ने वाला। ३ पेरने वाला। ४ मलने या दलने क्रिया या भाव। वाला। निपटणौ, (बौ)-क्रि० [सं निवर्तन] १ रह जाना, खत्म होना, | निपीड़ण-स्त्री० [सं० निपीडना] १ चोट, प्राघात । २ अत्याचार । चुकना । २ निवृत्त होना, फारिक होना। ३ पूर्ण होना। ३ कष्ट, दुःख । ४ कार्य से छुटकारा पाना, अवकाश पाना । ५ शौचादि | निपीड़णौ (बौ)-कि० [सं० निपीडनम्] १ कष्ट देना, दुःख देना । से निवृत्त होना । ६ निर्णीत होना, तय होना । २ निचोड़ना। ३ पेराई करना। ४ मलना, दलना । ७ देखो 'निवड़णी' (बी)। ८ देखो 'नीमड़णो' (बो)। ५ घायल करना । निपटारगो, (बौ)-क्रि० [सं० निवर्तन्] १ खत्म करना, चुकाना। निपुरण-वि० [स०] १ किसी कार्य या कला में प्रवीण, दक्ष । २ निवृत्त करना, फारिक करना । ३ पूर्ण करना। ४ कार्य २ चतुर, होशियार। ३ कवि। ४ पंडित । ५ योग्य, से मुक्त करना, अवकाश देना। ५ निर्णय करना, तय करना। काबिल । ६ दयालु । ७ तीक्ष्ण, सूक्ष्म । ८ कोमल । ६ देखो 'निवड़णो' (बी)। ९ सम्पूर्ण । १० ठीक-ठाक । -पु० चारण । निपटारो-देखो 'निवेडी। निपुणता, निपुणाई-स्त्री० १ दक्षता, प्रवीणता । २ चतुराई, निपटावरणौ (बी)-देखो 'निपटारगो' (बौ)। होशियारी । ३ योग्यता । ४ सूक्ष्मता । निपटेरौ-देखो 'निवेडो' । निपुन-देखो 'निपुण'। निपरण-देखो 'निपुरण' । निपतन-पु० [सं०] अधः पतन, पतन । निपूत, निपूतौ-वि० [सं० निष्पुत्र] (स्त्री० निपूती) जिसके निपत्त,(तौ,त्र,त्रो)-वि० [सं० निष्पत्र] (स्त्री०निपत्ती, निपत्री)। संतान या पुत्र न हो, नि:संतान । पत्रहीन, जिसके पत्ते न हो। निपौचियो, निपौचौ-वि० (स्त्री० निपौचण, निपौची) निपन, (न)-देखो 'निस्पन्न' । १ पुरुषार्थहीन, अशक्त, निर्बल । असमर्थ । २ निकम्मा। निपराट-वि० [देश॰] निकृष्ट, नीच । ३ अालसी, सुस्त । निपाड़णो, (बी)- १ देखो "निपागो' (बी)। निप्पट-देखो 'निपट'। २ देखो 'निपजाणी' (बौ)। निफळ-देखो 'निस्फळ'। निपाणी (बौ)--क्रि० १ लीपाना, लेपन कराना। २ कच्चे निफेरी-देखो 'नफेरी'। प्रांगन पर गोबर आदि का लेपन कराना। ३ देखो निबंध-पु० [सं०] १ लिखित प्रबंध, लेख । २ रचना करने की 'निपजागो' (बौ)। ४ देखो 'निपजणी' (बौ)। क्रिया या भाव। ३ साहित्य व काव्य । ४ रचना । निपात-पु० [सं०] १ पतन, गिराव । २ मृत्यु, मौत । ३ संहार, ५ वाक्य रचना । ६ टीका, भाष्य । ७ प्राधार, नींव । विनाश, नाश । ४ प्रहार, आघात । ५ अध: पतन । ८ प्रबंध, व्यवस्था । ९ उद्देश्य, कारण । १० स्थान । ६ व्याकरण के नियमों से बाहर बना शब्द । -वि० संहार या विनाश करने वाला। ११ अवलम्ब, सहारा । १२ बंधन । १३ बेड़ी। १४ रोक-थाम । १५ बनावट । १६ सद्वृत्ति । निपातरण (न)-पु० [सं० निपातनम्] १ गिराने की क्रिया या १७ वीणा की खूटी। भाव । २ मारने का कार्य । ३ विनाश ध्वंस । ४ वध, हत्या । ५ नियम विरुद्ध शब्द का रूप । निबंधणी (बौ)-क्रि० १ रचना करना, लेखबद्ध करना । निपातरणो (बी)-कि० [सं० निपातन्] १ गिराना, पतन करना । २ बनाना, सर्जन करना। ३ टीका करना। ४ प्रबंध या २ वध करना, मारना । ३ विनाश करना, ध्वंस करना । व्यवस्था करना। ५ बांधना।६ रोकथाम करना । ४ प्रहार, प्राघात करना। ७ देखो 'निमंधणी' (बो)। ८ संकल्प करना, निमित्त निपाप (पौ)-वि० [सं० निष्पाप] १ पाप रहित, निष्पाप । करना । ९ रखना । १० बंध तैयार करना । २ पवित्र। ३ श्रेष्ठ, उत्तम । ४ कमी या अभाव रहित । निबंधु-वि० [सं०] १ बंधु रहित, जिसके भाई न हो। ५ निष्कलंक। २देखो 'निबंध' । For Private And Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 764 765 766 767 768 769 770 771 772 773 774 775 776 777 778 779 780 781 782 783 784 785 786 787 788 789 790 791 792 793 794 795 796 797 798 799