Book Title: Rajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Author(s): Sitaram Lalas
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan

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Page 744
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir www.kobatirth.org नस्टजातक ( ७३५ ) मांगळियो नस्टजातक-पु० [सं० नष्ट-जातक] जन्म कुण्डली बनाने की एक नहाग्गो (बौ) क्रि० [स० निमज्जनम् | १ स्नान करना, नहाना । क्रिया विशेष । २ डुबकी लगाना। ३ तीथ स्नान करना। ४ धुलना । नस्ट-भ्रस्ट-वि० [सं० नष्ट-भ्रष्ट] जो भ्रष्ट या अछूता होकर ५ भीगना। नष्ट हो गया हो बरबाद । -पु. नाश, ध्वंस । | नहाळ (ल)-पु० [सं० नख-पालुच १ सिंह शेर । २ देखो नस्टात्मा-वि० [स० नष्टात्मा दुरात्मा, नीच, खल । _ 'निहाल'। नस्तर-देखो 'नमतर'। | नहालणौ (बी)-क्रि० [देश॰] १ निहारना, देखना । २ लखना, नस्तरणौ (बौ)-क्रि० [सं० निस्तरणम्] १ समाप्त होना, पहिचानना। नष्ट होना। २ नस्तर लगा कर चीरना। ३ देखो नहावरण पु० १ स्नान करने की क्रिया या भाव । मज्जन । 'निस्तरणो' (बौ)। .. नस्तार-देखो "निस्तार'। नहावणी (बौ)-देखो 'न्हारणी' (बो)। नस्यां-देखो 'नसियां'। नौंतरि-अव्य. नहीं तो। नस्वर-वि० [सं० नश्वर] १ नाश होने वाला, मिटने वाला, नहिं नहि. नहीं, नही नहीं, नह-प्रव्य० सं० नहि] निषेधात्मक नष्ट होने लायक, क्षणिक । २ उपद्रवकारी। ध्वनि, नकार। नस्वरता-स्त्री० [सं० नश्वरता] नाश होने की अवस्था, नहुरिउ-वि० निमंत्रण, प्रामंत्रण । गुरग या भाव। नहुस-पु० [सं० नहूष] १ इक्ष्वाकुवंशीय एक प्रसिद्ध राजा जो नहं-देखो 'नहीं', अगस्त्य ऋषि के शाप से सर्प बना । २ एक नाग का नाम । नहंकार-देखो 'निहंकार'। __ ३ मनुष्य, व्यक्ति । -वि० १ मूर्ख, जड़ । २ नीच, दुष्ट । नहंग-१ देखो 'निहंग'। २ देखो 'नैग'। -राज, राजा- ना-प्रब्य० [सं०न] निषेधात्मक ध्वनि, नहीं। -प्रत्य०१षष्ठि निहंगराजा'। विभक्ति या संबंधकारक का चिह्न, का । २ कर्म व नहंच-देखो 'निश्चय' । सम्प्रदान का विभक्ति प्रत्यय, को।। नहचौ-देखो 'नहचौ'। नाई-वि० [देश०] १ समान, तुल्य, जैसा । २ देखो 'नाई'। नह-१ देखो 'नख। २ देखो 'नभ'। ३ देखो 'नहीं' । नांउ, नांऊ-देखो 'नाम'। ४ देखो 'नस'। नांकणौ (बो)-देखो 'नाखणी' (बी)। नहकुरण-देखो 'निहकुण' । नांख-पु० [देश॰] उर्वर होने के लिए छोड़ी गई कृषि भूमि । नहकोड-पु० योद्धा, वीर। नाखणौ (बी)-क्रि० [सं. निक्षिपणम्] १ ऊपर से नीचे डालना, नहच, पहचय -देखो 'निस्चय' । फेंकना, नीचे पटकना । २ किसी पदार्थ में कुछ अन्य नवचळ-देखो किम्वळ' । वस्तु डालना, मिलाना, संमिश्रण करना। ३ जोश में आगे नहचे, नहचेण नहच-देखो 'निस्चय' । बढ़ाना, कोंकना। ४ भिड़ाना। ५ किसी पर कोई चीज नहचौ, नहच्ची-पु० [सं० निश्चय] १ धीरज, धेयं । २ विश्वास, पटकना, फेंकना । ६ परित्याग करना, छोड़ना । ७ टपकाना, यकीन । ३ शांति, संतोष । चूनाना, गिराना। बहाना। ८ उछालना, फेंकना । नहच्यंत-देखो 'निस्चित'। ९ खड़ी वस्तु को गिराना । १० पास में पटकना । नहच्यौ-देखो 'नहचौ'। ११ लटकाना । १२ भेजना, पहुंचाना । १३ संहार करना । नहरणो (बौ)-क्रि० १ धारण करना, उठाना । २ सभालना, १४ पटकना, गिराना, पछाड़ना। १५ उखाड़ना । संभाले रखना। ३ पकड़ना, थामना । ४ आवेष्टित करना। नांगर-पु० [सं० नागरम्] १ सोंठ। २ लंगर । ५ बनाना। नांगरी-१ देखो 'नवग्रही' । २ देखो 'नोगरी'। नहफूलण-स्त्री० पुष्प की कली । नांगळ-स्त्री० [सं० नाग़ + बलि] १ गृह प्रवेश का महोत्सव, नहरणी-देखो 'नखहरणी'। , प्रतिष्ठा, पूजन । २ देखो 'नांगळी'। . नहराळ (ळी)-पु० १ सफेद पीठ वाला घोड़ा। २. देखो नांगळरणो (बी)-क्रि० [देश॰] १ बांधना। २ स्थापना करना, 'नखराळो' । प्रतिष्ठा करना। नहलाणौ (यो), नहलावरणौ (बी)-देखो 'नहाणी' (बी)। नांगळियौ, नांगळी-पू० [देश॰] १ मोट की ऊपरी किनारों पर नहसरणी (वो)-देखो 'निहसणी' (बो)। बंधा मजबूत रस्सा। २ रस्सा, रस्मी। ३ फंदा । For Private And Personal Use Only

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