Book Title: Rajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Author(s): Sitaram Lalas
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan

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Page 754
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra नारसींग मारसोंग, नारोंध, नार'खी देखो 'नरसिंह' । नातक- पु० [सं०] रावण का एक पुत्र । नारां-री-प्रौलाद स्त्री० घोड़ों की एक जाति विशेष । नाराइस- देखो 'नारायण' । www.kobatirth.org ( ७४५ ) नाराइणि, नाराइली, नाराईखी-देखो 'नारायणी' । नाराच - पु० [सं०] १ लोहे का बना तीर । २ तीर, वाण । ३ छत्तीस प्रकार के प्रायुधों में से एक । ४ तलवार । जल हस्ती मिशुमार । ६ सोलह वर्ष का एक छन्द विशेष । ७ एक अन्य वर्गावृत्त विशेष । ८ चौबीस मात्राओं का एक छन्द विशेष । ९ भाला । १० देखो 'नाराज' । नाराज नाराजकवि० [फा० नाराज १ २ देखो 'नाराच' | नाराजगी - स्त्री० [फा०] प्रसन्नता, रुष्टता । नाराजी-१ देखो 'नाराज' २ देखो 'नाराजगी' । नाराट, नाराय-पु० [सं० नाराच] तीर, वाण । नाराधरणौ (at) - क्रि० आराधना न करना । नारायण-पु० [सं०] १ ईश्वर परमेश्वर । २ विष्णु । ३ श्रीकृष्ण । ४ पौष का महीना । ५ जल में निवास करने वाला । ६ 'अ' अक्षर का नाम । ७ देखो 'नारायणास्त्र' | ८ एक ऋषि का नाम । - क्षेत्र खेत- पु० गंगा के प्रवाह मे ४ हाथ तक की भूमि । तेल, तेल- पु० प्रायुर्वेद का प्रसिद्ध तेल प्रिय-पु० महादेव शिव, सहदेव । -- । नारियल देखो 'नारायण' । नारिकेर, नारिकेल- पु० [सं० नालिकेर ] नारियल । नारिव - देखो 'नारद' । नारायणास्त्र - पु० [सं०] एक प्रकार का प्रति विनाशकारी ग्रस्त्र । नारायणी स्त्री० [सं०] १ ज्योतिष शास्त्र की आठ देवियों में से एक । २ गौड़ क्षत्रियों की इष्ट देवी । ३ दुर्गा, शक्ति । ४ लक्ष्मी, श्री । ५ गंगा | ६ सतावर । ७ दुर्योधन की सहायता में भेजी श्रीकृष्ण की सेना । नारिंग- देखो 'नारंगी' । नारि देखो 'नारी' । नारियल पु० [सं० नारिकेल] श्रीफल । ना' रियो - पु० [देश०] १ कुए से पानी निकालने के रस्ते ( लाव ) के मुंह पर लगा उपकरण । २ हल का जुग्रा बांधने का रस्सा | ३ देखो 'ना'रो' । ४ देखो 'नाहर' । नारि-देखो 'नरसिप' | 1 नारी स्त्री० [सं०] १ औरत, स्त्री । २ पत्नी, भार्या। ३ मादा । ४ तबले प्रादि का बायां डुग्गी । ५ छः मात्रायों का एक छन्द विशेष । ६ पुरुषों की ७२ कलायों में से एक । ७ तीन लघु ढग के तृतीय भेद का नाम ( 111 ) | देखो 'नाड़ी' । Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir नाळ ना'री-देखो 'नाहरी' । नारीकवच - पु० [सं०] एक सूर्यवंशी राजा । नारीकुजर - पु० [सं०] एक प्रकार का वस्त्र विशेष । नारीतीरथ पु० [सं०] नारीतीर्थ] महाभारत के अनुसार एक तीर्थ | नारायण देखो 'नारायण' । मारीवत गु० [सं०] एकपत्नीव्रत नारू पु० [देश० ] जांघ व पांवों में होने वाला एक रोग जिसमें एक लम्बा सफेद कीड़ा निकलता है । नारेल, नारेळियो देखो 'नाळ' | नारेळी स्त्री० १ नारियल की जटा के नीचे के सख्त भाग की कटोरी । २ देखो 'नारियळ' - पूनम-स्त्री० श्रावण की पूर्णिमा नारेळो-देखो 'नारियळ' । नारी पु० १ 'जिन्दाबाद' आदि की आवाज। २ देखो 'ना'' | ३ देखो 'न्यारी' | For Private And Personal Use Only ना' रौ- पु० [सं० नाथः हरि ] १ युवा, बैल । २ बैल, वृषभ । ३] देखो 'नाहर' | १ बन्दूक । २ तोप | ३ बन्दूक 1 नाळंग - स्त्री० [देश०] १ किंवदंती, जनश्रुति । २ अफवाह । नालंदा - पु० [सं०] बौद्धों का एक प्राचीन मठ । नाळ - स्त्री० [सं० नाल, नालि] या तोप की लम्बी नलिका ४ कमल का डंठल । ५ किसी प्रकार की नलिका । ६ नहर | ७ नलिका, नाली । धमनी नाड़ी । ९ पोला या पोपला डंठल । १० जल में होने वाला एक पौधा विशेष । ११ जल बहने का स्थान । १२ लिंग, शिश्न । १३ आभूषण की नलिका । १४ पहाड़ी रास्ता, तंग रास्ता । १५ सीढ़ी, जीना। १६ मकान के अन्दर कोई तंग या संकरीला भाग । १७ कूए की एक प्रकार की बंधाई । १८ कूत्रा बांधने के लिए अन्दर जाने का तिरा रास्ता १९ मुनारों की फूंकती उपकरण । २० जुलाहों का एक उपकरण विशेष । २१ लता का अग्र भाग । २२ बैलों को घी तेल प्रादि पिलाने का उपकरण । २३ चींटियों की पंक्ति । २४ चींटियों का रास्ता । २५ वंश परंपरा । २६ बैल आदि पशुओं के नाक का ऊपरी भाग । २७ जंगल में पशुओंों के खुरों से बनी डगर । २८ दशनामी संन्यासियों को दफनाने का खड्डा । २९ घोड़े की टाप के नीचे लगने वाला अर्ध चंद्राकार लोहा । ३० खपरेलों की जोड़ पर लगाया जाने वाला नरिया । ३१ म्यान की नोक पर मढ़ी जाने वाली साम । ३२ कूए की जोड़ाई के लिए नीचे डाला जाने वाला लकड़ी का चक्र | ३३ संगीत एक की मूर्च्छना । ३४ मृदग । ।

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