Book Title: Rajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Author(s): Sitaram Lalas
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan

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Page 733
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir तघात ( २४ । नटनारायण नघात-देखो 'निघात'। निगरानी में रखा हुना। -पु० इंद्रजाल का खेल । मल-पृ० [सं० नल] १ नदी, नाला । २ फुक कर बजाने का -----बंदी : 'नजर-कंद' -स्त्री० इन्द्रजाल का बैन । एक वाद्य । ३ वन्द्र की नली पर बनी रेखायें व बिंदियां। नजरदौलत-पृ० [अ०] राजा या बादशाह की सवारी के प्रागे ४ देखो नौडिया'।५ देखो 'नर' । ६ देखो 'नाडी'। नकोब द्वारा बोला जाने वाला शब्द । देखो 'नल.' । -वि० बंधन में पाने वाला, कायर । नजरबाग-पु०प० बंगले के पाहते में बना छोटा बगीचा। नड़ण-१० [२० नड] योद्धा, वीर। -वि० बंधन में डालने नजरसानो-स्त्री० [अ० पुनर्विचार, पुनरावलोकन । बाना । नजरांग, नजराणौ-पु. १ भेंट, उपहार । २ भेंट में दी जाने नड़णी (बी)-क्रि० [सं० नड] १ बांधना । २ बंदी बनाना । वाली वस्तु। ३ रुकावट डालना, रोकना । ४ कष्ट पाना, दुःखी होना। नजरि, नजरियां-देखो 'नजर'। नडो-देखो 'नाडी'। नजरीजरो (बी)-क्रि० दृष्टि-दोष से प्रभावित होना, कुदृष्टि से नचत-देखो निम्निन'। ग्रसित होना। नचरणौ (बौ)-देखो 'नाचगौ' (वी)। नजळी--पु० [अ० नजलः| १ उष्णता के कारण शिर में होने नमनत्री-स्त्री० [सं० नत] नाचने की प्रबल इच्छा । उत्कण्ठा । वाला एक रोग । २ जुकाम । नचारणी (नौ), नचावणौ (ग)-वि० [सं० लत १ नानने | नजाकत-श्री० [फा०] १ कोमलता, सुकुमारता । २ सूक्ष्मता, का काम कगना, नचाना। २ नृत्य कराना नत्य का बारीकी । ३ोगाता । ४ नखरा, लटका। ग्रायोजन करना। ३ नाचने के लिए प्रेषित करना, अाग्रह नजामत-स्त्री० [अ० नाजिम का पद । करना, सहयोग देना। ४ गोल-गोल फिरना। ५ इधर नजारत-स्त्री० [अ०] नाजिर का पद, नाजिर का कार्यालय । उधर घुमाना, फिराना । ६ परेशान या लंग करना, हैनन नजारेबाजी-स्त्री० [अ० नज्जार-फा० बाजी] स्त्री-पुरुष में करना। परस्पर चार-पांखें होने की क्रिया, ताक-झांक । नित, नचितौ-देखो 'निस्चित' । (स्त्री० नचिती) नजारी-पु० [अ० नजार:] १ दृश्य । २ दृष्टि, चितवन । नचिकेता-पु० [सं० नचिकेत म] १ वाजश्रवा ऋषि का पुत्र ३ वातावरण। ४ दर्शन, दीदार । ५ सैर । ६ तमाशा। जिमने मृत्यु से ब्रह्मज्ञान प्राप्त किया था। २ अग्नि । १७ स्त्री-पुरुष में होने वाली परस्पर चार-पाखें । नचीत, नाचीतड़ो, नचीतौ -देखो 'निस्चित' । नजिक, नजीक (ग)-देखो 'नजदीक' । नचीताई-देखो 'निस्चितता' । नजीकी-देखो 'नजदीकी' । मचीतो-देखो 'निस्चित । (स्त्री० नचीतो) नजीर-स्त्री० [अ० १ उदाहरण, मिसाल, दृष्टान्न । र किसी नचीयण-वि० [सं० नत् नाचने वाला। पुर्व निश्चित बात का उल्लेख । नच्चणी (बो) देखो 'नाचणी' (बो) । नत्र-दवा 'नजर'। नच्चन-पु० [सं० नर्तनम् ] नाच, नृत्य । नट-१० [सं०] (स्त्री० नटणी, नटी) १ नर्तक । २ अभिनेता। नच्यत-देखो ‘निस्चित' । ३ शारीरिक कलाबाजी, बास-रस्सी अादि पर चलकर नछत्र-देखो 'नक्षत्र'। तमाशा दिखाने वाला एक वर्ग व इस वर्ग का व्यक्ति । नछत्री-१ देखो 'नक्षत्री' । २ देखो 'निक्षत्री' । ४ अशोक वृक्ष । ५ एक प्रकार का नरकुल । ६ महादेव, शिव । ७ श्रीकृष्ण । ८ नाच-नृत्य । ६ एक राग विशेष । नजदीक-वि० [फा०] पास, निकट । नट-खट-वि० १ चंचल । २ उपद्रवी, उद्दण्ड । ३ चालाक, नजदीकी-स्त्री० [फा०] निकटता, सामीप्य । -वि. निकटका, चालबाज । पास का। नट-खटी-स्त्री. १ बदमाशी, शरारत, उद्दण्डता । २ देखो नजर -स्त्री० [अ०] १ दृष्टि, निगाह । २ ध्यान । ३ चितवन । 'नटखट' । ४ प्रांख, नेत्र । ५ कुदृष्टि, दृष्टि-दोष । ६ कृपा दृष्टि, नटरपो (बौ)-क्रि० [सं० नष्ट] १ मना करना, इन्कार करना । शुभ-दृष्टि । ७ ध्यान, खयाल । ८ देखरेख, निगरानी । । २ मुकरना। ३ अस्वीकार करना। ४ दुःख पाना, दुःखी ६ पहचान, परख । अ० नज्र] १० उपहार, भेंट ।। होना। ११ राजा के दरबार में जाने पर राजा को भेंट स्वरूप नटन-पु० [सं० नर्तन] नृत्य, नाच दिया जाने वाला नकद रुपया आदि। –कैद-स्त्री० कैदी नटनागर-पु० [सं०] श्रीकृष्ण । को निश्चित सीमा में रहने का आदेश। -बंद-वि० कड़ी | नटनारायण-पु० [सं०] १ श्रीकृष्ण । २ एक राग विशेष । For Private And Personal Use Only

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