Book Title: Rajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Author(s): Sitaram Lalas
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan

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Page 697
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir धईवंत ६८८ ) धग धईवंत (बत)-देखो 'धैवत' । धकरूल, धकरोळ-स्त्री० १ तेज आंधी से उड़ी हुई धूल, गर्द । धउळ धउळ उं, धउळउ (ॐ)-देखो 'धवळ' । २ धूया धोर । ३ धुंए या गर्द का जोर से उठने वाला धउळणी, (बो)-देखो 'धौळणी' (बी)। प्रवाह । ४ धारा, प्रवाह । धउळहर-देखो 'धवळहर' । धकाणी (बो)-क्रि० १ किसी तरह काम चलाना, निभाना । धउळो-देखो 'धवळ' । २ काम निकलवाना बनवाना। ३ धक्का मारकर चलाना, धउसणौ (बौ)-क्रि० [सं० ध्वंस] १ संहार करना। २ ध्वंस | धकाना । ढकेलना । ४ क्रुद्ध करना, कुपित करना । ५ पीछे करना । ३ नष्ट करना, बर्बाद करना। हटाना खदेड़ना । ६ भगाना । ७ पराजित करना, हराना । धऊकार-देखो 'धाऊकार'। ८ चलाना, हांकना। ९ देखो 'धुकाणी' (बौ) । धऊस-वि० [सं० ध्वस] १ मूर्ख, जड़ । २ असभ्य, जंगली। धकाधम-स्त्री० १ धक्का पेल, लड़ाई। २ धक्कामुक्की। ३ ध्वस्त । ४ बर्बाद । धकार-पु० 'ध' अक्षर । धक-स्त्री० १ अग्नि, प्राग । २ ताप, जलन । ३ क्रोध, गुस्सा। धकावरणो (बौ)-देखो 'धकारणौ (वी)। ४ उमंग, उत्साह । ५ साहस, हिम्मत । ६ वेग । ७ जोश, | धके-देखो 'धकै'। प्रावेश । ८ दिल की धड़कन । ९ तंग रास्ते से द्रव पदार्थ धकेलणौ (बो)-क्रि० [सं० धक्क] १ धक्का देना ठेलना पेलना । के निकलने से उत्पन्न ध्वनि । १० आश्चर्य, विस्मय, २ धक्का देकर आगे बढ़ाना । ३ प्रवृत्त करना। स्तब्धता । ११ भाला । १२ देखो 'धंक' । ४ देखो 'धकागो' (बी)। धकड़ी-स्त्री० लड़खड़ाने की क्रिया या भाव । | धक-क्रि वि० १ प्रागे, अगाड़ी । २ पूर्व में पहले । ३ भविष्य में धकचाळ, (चाळण, चाळी)-पु० १ युद्ध, लड़ाई, समर । | ४ मुकाबले या अपेक्षा में, तुलना मे । ५ मामने, सम्मुख । २ उपद्रव, उत्पात । ६ ओर, तरफ । ७ सीध। ८ अनन्तर, तदनन्तर । धकरण-देखो 'धुकड़'। धको-पु० [सं० धक्क] १ टक्कर, धक्का, प्राघात । २ भोंका धकरण (बौ)-क्रि० १ किसी तरह काम चलना, निभना ।। भटका । ३ चोट, पाघात । ४ ढकेलने की क्रिया या भाव । २ काम निकलना, बनना । ३ धक्का खाकर चलना, ५ मुठभेड़, भिड़त, लड़ाई, युद्ध । हमला, प्राक्रमण । धकना । ४ क्रुद्ध होना,कुपित होना । ५ देखो 'धुकरणौ (बौ)। ७ मानसिक आघात । ८ दुःख संकट । ९ घाटा। १० हानि, धकधकणौ (बौ)-क्रि० १ उबक कर निकलना। २ वेग से नुकसान । ११ मुकाबला। बहना । उमड़ना । ३ कांपना,थर्राना,धड़कना । ४ प्रज्वलित | धक्क-देखो 'धक' । होना, धधकना । ५ दुःखी होना. पीड़ित होना। धक्कमधकी, धक्कमधक्का-पु० १ अत्यन्त भीड़ में होने वाली घकधकारणी (बौ), धकधकावरणी (बौ)-क्रि० १ उबका कर परम्पर टक्कर । २ रेलापेल । निकालना । २ वेग से बहाना, उमड़ाना। ३ प्रज्वलित | धक्कामुक्की-स्त्री० मारपीट, घूसों की चोट, धक्का । करना, धधकाना । ४ दुःखी या पीड़ित करना। धक्के-देखो 'धके'। धकधकाहट, धकधकी-स्त्री० १ धड़कने की क्रिया या भाव, | धक्को-देखो 'धकौ'। धड़कन । २ कंपन, थर्राहट । ३ प्रज्वलन । घख-१ देखो 'क' । २ देखो 'धक' । धकधार-स्त्री० १ आवेग, वेग । २ धारा प्रवाह । धखड़ी-पु० एक प्रकार की घास । धकधूण, धकधूरण-स्त्री० [सं० धक्क] १ जोर से हिलाने या | धखचाळ, (चाळी)-देखो 'धकचाळ' । झकझोरने की क्रिया या भाव । २ नाम जपने की ध्वनि, धखगो-स्त्री० [स० धिषणा] बुद्धि । जाप । ३ धुनकी की अावाज । ४ कंपन । धखरणौ (बी)-देखो 'धकरणौ' (बी)। धकधू गणो (बी), धकधूणणौ (बी)-क्रि० [सं० धक्क] १ जोर धखपंख-पु० [सं० धकपक्ष] गरुड़ । --धज, धज्ज, ध्वज-पु० से हिलाना झकझोरना। २ नाम जपना, ध्वनि लगाना। विष्णु। श्रीकृष्ण । ३ धुनकी चलाना । ४ कम्पायमान करना। ५ गिराना। धखारणौ (बौ), धखावरणौ (बो)-देखो 'धकाणी' (बौ) । ६ ध्वंस वरना। हा खूण--वि० [सं० धिषण:] १ पण्डित । २ कवि । ३ वृहस्पति । घकपंख (पंखी)-देखो 'धखपंख' । -धज, धज्ज, ध्वज= | धखे (ख)-देखो 'धकै'। 'धखपंखध्वज'। धखो-देखो 'धकौ'। धकपेल-स्त्री० धक्कमधक्का, रेलापेल । धख्यपंख-देखो 'धखपंख' । धकमधका, धकमधया-देखो 'धकमधक्का' । धग-१ देखो 'धागौ' । २ देखो 'दग' । For Private And Personal Use Only

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