Book Title: Rajasthani Hindi Sankshipta Shabdakosh Part 01
Author(s): Sitaram Lalas
Publisher: Rajasthan Prachyavidya Pratishthan

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Page 701
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir धनंद धनरजग धनंद-पु० [सं० धनदः] धनपति कुबेर । धनस-देखो 'धनुस'। धनंधर-देखो 'धनुधारी' । धनसपुरी-स्त्री० स्त्रियों के प्रोढ़ने का वस्त्र विशेष । धन, धनउ-पु० [सं० धनम्] १ धन-दौलत, द्रव्य । २ लक्ष्मी। धनसारथवाह-पु० [सं० धन-सार्थवाह] तेवीसवें तीर्थंकर को ३ सम्पत्ति, जमीन, जायदाद । ४ पशु धन, गौ-धन । प्रथम बार भिक्षा देने वाला धन नामक सेठ। ५ गणित में जोड़ का चिह्न। ६ जोड़ की संख्या । ७ मूल | धनस्वामी-पु० [सं०] कुबेर । धन, पूजी। ८ जन्म कुंडली में जन्म लग्न से दूसरा स्थान धनागार (उ)-पु० [सं० धान्य+पागार] १ अन्न का भण्डार । ६ बहुमूल्य वस्तु । १० प्रिय वस्तु । ११ लूट का माल ।। २ कोष, खजाना । १२ शिकार। १३ खेल में जीता हुआ खिलाड़ी। धनाड्य, (ढ्य)-वि० [सं० धनाढ्य] धनवान, लक्ष्मीवान, १४ पुरस्कार। १५ प्रतियोगिता । १६ देखो 'धनु' ।। मालदार। १७ देखो 'धन्य'। १८ देखो 'धण'। १९ देखो 'ध्वनि'। | धनाधन-कि० वि० लगातार, बिना रुके, दनादन, बौछार की -ईस-पु० कुबेर । धनपति। -कर-पु० धन पैदा करने | तरह । -वि० तेज मसालों से युक्त, चटपटा। वाला। -कुबेर-वि० कुबेर के समान धनवान । -केळि- धनाधिप, धनावेप-पु० [सं० धनाधिप] १ कुवेर, धनेश । पु० कुबेर । -गलौ-वि० अावश्यकता से अधिक पूजी २ यक्ष । होने से बना उन्मादी। गविला, घमंडी। -देव-पु० धनाध्यक्ष-पु० [सं०] १ कुबेर । २ कोषाध्यक्ष । कुबेर । -धारी-पु० सेठ, साहूकार । धनवान । -नाथ- | धनारथी-वि० [सं० धनाथिन् ] धन चाहने वाला। पु० कुबेर, धनेश। -पत, पति,पती, पत्त, पत्ति, पत्ती-पु० धनावंसी-पु० रामानन्दजी के शिष्य धन्ना जाट के वंशज । कुबेर । -पाळ-पु० धन का रक्षक । -राज-पु. कुबेर | धनास-स्त्री० [सं० धन+पाशा] धन की प्राशा। धनेश । -वंत, वंती, वंती, वान-वि० धनी, धनवान । धनासरी, धनासी, धनास्री-स्त्री० [सं० धनाश्री] एक रागिनी धनक-पु० [सं०] १ स्त्रियों के प्रोढ़ने का वस्त्र विशेष । विशेष । २ लालच, लोभ । ३ एक प्रकार का पतला गोटा।। धनि-१ देखो 'धन्य' । २ देखो 'धनी'। ४ हथेली में होने वाला सामुद्रिक चिह्न । ५ देखो 'धनुस'। ली में टोने वाला मामटिक चिन्ह । ५ देखो 'धनस'। धनिक-वि० [सं०] धनवान, धनाढ्य । -पु० १ धनी पुरुष । धनकरणी-वि० इन्द्र धनुष के समान । २ महाजन । ३ पति । ४ ईमानदार व्यापारी । ५ प्रियंगु धनकधर-देखो 'धनुरधर'। - वृक्ष । ६ स्वामी, मालिक । धनकार-स्त्री० [सं० धनुष्टङ्कार] धनुष की प्रत्यंचा से की। धनिसा, धनिस्ठा-स्त्री० [सं० धनिष्ठा] सत्ताईस नक्षत्रों में से जाने वाली ध्वनि । तेईसवां नक्षत्र । धनख-१ देखो 'धनक' । २ देखो 'धनुस' । | धनी, धनी-वि० [सं० धनिन्] १ धनवान, मालदार । २ किसी धनखधारण-१ देखो 'धनुरधर' । २ देखो 'धनुस-धारण'। । विशिष्ट गुण वाला । -पु० धनवान पुरुष । धनतेरस-स्त्री० [सं० धन-त्रयोदशी] कात्तिक कृष्णा त्रयोदशी। धनद-पु० [सं० धनदः] १ कुबेर, धनेंद्र। २ अग्नि, प्राग।। धनु-पु० [सं०] १ धनुष, चाप । २ ज्योतिष की बारह राशियों ३ चित्रक वृक्ष । ४.४६ क्षेत्रपालों में से एक । -वि० में से नौवीं। ३ फलित ज्योतिष में एक लग्न । ४ हठयोग धनदाता। -तीरथ-पु० ब्रज का कुबेर तीरथ । | के एक प्रासन का नाम । ५ देखो 'धन'। ६ देखो 'धेनु' । धनदा-स्त्री० [मं०] माश्विन कृष्णा एकादशी का नाम । -वि० | धनुनौ-देखो 'धनुस' । धन देने वाली । धनुक-१ देखो 'धनुस'। २ देखो 'धनक' । धनदि-देखो 'धनद'। धनुकबाई-स्त्री० [स० धनुर्वात] लकवे की तरह का एक धनदिहि-पु० कुबेर । वात रोग। धनबाद-देखो 'धन्यवाद । धनुख (खि, खी)-देखो 'धनुष' । धनरसभाव-पु० हाथियों का एक रोग । धनुद-देखो 'धनद'। धनव-देखो 'धनु'। धनुधर, धनुधारी-देखो 'धनुरधर' । धनवती-स्त्री० [सं०] धनिष्ठा नक्षत्र । -वि० धनवान, धनी। धनुभ्रत-[सं० धनुर्भूत] धनुर्धारी योद्धा । धनवाद-देखो 'धन्यवाद'। धनुरजग-पु० [सं० धनुर्यज्ञ] धनुष की पूजा कर धनुविद्या की धनवाळ-पु० पशु-पालन कर निर्वाह करने वाला । परीक्षार्थ किया जाने वाला यज्ञ । For Private And Personal Use Only

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