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द्वार-पू० [सं०] १ दरवाजा, द्वार । २ दरवाजे के कपाट । | द्विद्वादस-पू० राशियों का मेल ।
३ मुख, छिद्र, मुहाना । ४ इन्द्रियों के मार्ग। ५ उपाय, | द्विधा-क्रि० वि० [सं०] दो प्रकार से, दो तरह से, दो भागों में । माधन, जरिया। ६ रास्ता, निकास ।
द्विधातु-वि० [सं०] दो धातु का बना । -पृ० गणेश । द्वारका-स्त्री० [सं०] गुजरात की एक प्राचीन नगरी। -धीस-द्विप-पृ० [सं०] हाथी, गज । पु० श्रीकृष्ण ।
द्विपदी-वि० [सं०] दो पांवों वाला। -पृ० १ एक प्रकार का द्वारकेस-पु० [सं०] श्रीकृष्ण ।
चित्र काव्य । २ दो पदों का छन्द या गीत। द्वारपाळ (पाळक)-पु० [सं० द्वारपाल] १ द्वाररक्षक, ड्योढ़ी द्विपादपारस्वासन-पु० [सं० द्विपाद पामिन] योग के चौरासी
दार, दरबान । २ द्वार पर स्थित देवता। ३ सरस्वती के | ग्रासनों में से एक । तट का एक तीर्य ।
द्विपायो-पु० [सं०] हाथो। द्वाररोकाई-स्त्री० एक वैवाहिक रश्म ।
द्विपास्य--पु० [सं०] गणेश । द्वारबती, द्वारामत, (मती,मत्त,मत्ति, वत्ति,वत्ती)--देखो 'द्वारका'। द्विपुस्कर-पु० [स० द्विपुष्कर] ज्योतिष का एक योग । द्वारि-देखो 'द्वार'।
द्विप्प-देखो "द्विप'। द्वारिक-पु० [सं०] द्वारपाल ।
द्विभासो-देखो 'दुभासी' । द्वारिका-देखो 'द्वारका'।
द्विभुज-वि० [स०) दो भुजा वाला। -स्त्री० दो भुजाएँ। द्वारी-स्त्री० छोटा द्वार, बारी, खिड़की।
द्विभूमिक-पु० [सं०] दो मंजिला। दो तल्ला । द्वारौ-पु. १ छोटा द्वार, दरवाजा । २ साधुनों का स्थान ।
द्विमात्र पु० [सं.] दो मात्रामों का वर्ग । द ब वर्ग। द्वाळी-पु० गीत के चार चरण का समूह । द्वि-वि० [सं०] दो । दोनों। -स्त्री० दो की संख्या ।
द्विमात्रज, द्विमात्रिज-पु० [स०] १ गणेश । २ जरासंध । द्विक-पु० [सं०] कौमा, काक ।
द्विरद-पु० [सं०] १ हाथी, गज । २ दुर्योधन का एक भाई । द्विकरमक-वि० [सं० द्विकर्मक] जिसके दो कर्म हों।
३ पृरुषों की ७२ कलानों में से एक । -वि० दो दातों द्विकळ-स्त्री० [सं० द्विकला] दो मात्रा का समूह ।।
वाला । द्विगु-पु० [सं०] एक प्रकार का समास भेद ।
द्विरदासन-पु० [सं० द्विरदाशन] सिंह । द्विगुरण-वि० [सं०] १ दुगुना, दूना । २ दो गुगगों वाला।
द्विरसन-पु० [स०] मर्प, सांप । द्विज-पु० [सं०] १ ब्राह्मण । २ नारद । ३ वशिष्ठ । ४ पक्षी। द्विरागमन-पु० [सं०] १ पुनरागमन । २ वधू का दुवारा ५ सर्प । ६ दांत । ७ दो बार उत्पन्न हुआ जीव । ८ डगरण
अागमन । के पांचवें भेद का नाग। ९ दो की सख्या* । १० देखो दुज'।
द्विरेफ-पु० [सं०] १ भौरा, भ्रमर । २ वरं । -वि० दो बार जन्मा हुआ । -पति- 'दुजपति'।
द्विविद-पु० [सं०] राम की सेना का एक सेनापति । -- राज, राय-'दुजराज'।
द्विसरीर-पृ० [सं० द्विशरीर] १ ज्योतिष में कन्या, मिथुन, धनु, द्विजन्म-पु० [सं०] १ दूसग जन्म, पुनर्जन्म । २ ब्राह्मण । ३ यज्ञोपवीत धारण करने वाला । -बि० दो बार
और मीन राशियां । २ गणेश । जन्मा हुअा।
द्वीप--पू० [सं०] १ चारों पोर जल से गिरा भू भाग, टापू । द्विजवादन-पु० [स०] विष्णु ।
२ समुद्र के बीच बमा देश, प्रदेश । ३ पृथ्वी के सात बड़े द्विजा-स्त्री० [सं० ब्राह्मणी।
विभाग । ४ देश, प्रदेश । ५ मात की संख्या* । द्विजाग्रज-पु० [सं०] ब्राह्मण ।
६ देखो 'दीप'। द्विजाति-देखो 'दुजाति'।
दुख-पु० [सं० प १ ईर्ष्या, डाह । २ विरोध, वैर, । ३ क्रोध द्विजेंद्र-देखो 'दुजेम'।
गुस्मा। -के-पु० शत्रु। द्वितीय, (यो)-वि० [सं०] दूसग। -पू० दुमरा पूत्र । भागीदार द्वमातर-देखो 'द्विमात्रिज'। साभीदार ।
दुस-पु० [मद्वष] १ ईर्ष्या, डाह, जलन। २ मन की अरुचिकर द्विदळ-वि० [सं० द्विदल] १ दो दल वाला। २ दो पत्तों वाला
। बात, अप्रिय घटना । ३ विरोध, वैर। ४ क्रोध, गुस्सा। ३ दो खण्डों का जुड़ा हुआ। -पु० दो दल का अन्न, दाल। देसी-वि० [सं० द्वषो] १ ईर्ष्यालु । २ विरोधी। ३ क्रोधी। द्विदेह-पु० [सं०] गणेश, गजानन ।
-वि० [सं० द्व] दो, दोनों। -अक्खरो, प्रखरी='बेप्रखरी'
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