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थोरियो
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६२४ )
दंडलक्षण
थोरियौ-पु० थूहर का फल । पोरी-पु० एक अनुसूचित जाति व इस जाति का व्यक्ति । थोरू-देखो 'थो'र'। थोरो-पु०१ अाग्रह, अनुरोध । २ गरज, मनुहार । थोल-देखो 'थोड़ो'। थोलो-पु० तलवार की मूठ का एक भाग । थोवा-वि• थोड़ा, कम ।
थोहर, थोहरि, थोहरी-१ देखो 'थो'र' । २ देखो 'थोरी' । यौ-पु०१ संग, साथ । २ गमन । ३ मन । ४ मोह, प्रेम ।
५ अष्टसिद्धि । -वि० 'है' का भूतकालिक रूप । थोको-देखो 'थोक'। ध्यावस-देखो 'थावस'। म्यु, थ्यो-वि० [सं० स्था] १ स्थित । २ हुवा हुआ,
३ बना हुआ।
द
द-देवनागरी वर्णमाला का अठारहवां व्यंजन ।
भोगने वाले प्राणी या उनके स्थानों का समूह । (जैन) इं-पु.१ इन्द्र । २ युग। ३ अभिमान । ४ दण्ड । ५ दैत्य | दंडकळ-देखो 'दंडकळा' । की स्त्री।
दंडकळस-पु० ध्वजदंड और कलस । दंग-वि० [फा०] १ हैरान, विस्मित, आश्चर्यान्वित । दंडकळा-स्त्री० [सं०] एक छन्द विशेष ।
२ किंकर्तव्य विमूढ़। -पु०१ भय, घबराहट । २ अग्नि- | वंडकार, (कारण, कारण्य, कारौ)-पु० [सं० दण्डकारण्य ] विंध्य कण, चिनगारी । ३ देखो 'दंगों'।
पर्वत से गोदावरी तट तक फैला एक प्राचीन वन । दंगइ-वि० १ दंगा करने वाला, फिसादी। २ उपद्रवी, | दंडगौरी-स्त्री० [सं०] एक अप्सरा का नाम । आततायी । ३ उग्र, प्रचंड ।
दंडजात्रा-स्त्री० [सं० दंड यात्रा] १ सेना का प्रयाण, चढ़ाई । दंगरणी (बौ)-देखो 'दगणो' (बौ)।
२ दिग्विजय के लिये किया जाने वाला प्रयाण । ३ वर दंगर-पु० शत्र, वैरी।
यात्रा, बरात । दंगळ-पु० [फा० दंगल] १ पहलवानों की कुश्ती, मल्ल-युद्ध । | दंडण-पु० [सं०] दंड देने की क्रिया या भाव ।
२ युद्ध, लड़ाई। ३ अखाड़ा। ४ खेल, तमाशा। ५ समूह, | दंडणी-स्त्री० दण्ड देने वाली। जमात, मण्डली।
दंडगो (बो)-देखो 'डंडणी' (बौ)। बंगौ-पु० [फा० दंगल] १ उपद्रव, दंगा, हुल्लड़ । २ झगड़ा। वंडताम्री-स्त्री० [सं०] तांबे की कटोरियों वाला जल तरंग ३ शोरगुल, हल्ला । ४ विद्रोह, बगावत ।
नामक वाद्य। रंठेख-वि० १ जबरदस्त, जोरदार । २ बड़ा, मोटा। दंडधर-पु० [सं०] १ यमराज । २ संन्यासी । ३ शासनकर्ता । दंड-पु. [सं० दण्ड] १ छोटी लकड़ी, डंडा । २ राजदण्ड, -वि० दण्डधारी । .. प्रात्तदण्ड, संन्यासियों का दण्ड । २ हाथी का दांत । दंडनायक, (नायिक)-पु० [सं०] १ दण्ड या सजा का निर्धारण
३ नाव की बल्ली। ४ मथानी। ५ अर्थ दण्ड, जुर्माना । करने वाला न्यायाधीश । २ सेनापति । ३ सूर्य के एक अनुचर ६ मजा । ७ चार हाथ का एक माप । ८ लिंग । ६ शरीर । का नाम । १० यम की उपाधि । ११ शिव । १२ विष्णु। १३ सूर्य दंडनीति-स्त्री० [सं०] दण्ड विधान से शासन चलाने की नीति । का सहचर । १४ समय का एक विभाग, अंश, घड़ी। दंडपात-पु० [सं०] एक प्रकार का सन्निपात रोग । १५ घोड़ा। १६ हल की हरिस । १७ दो गगरण के दूसरे दंडपाळक-पु० [सं० दण्डपालक] द्वारपाल, ड्योढ़ीदार । भद का नाम । १८ काव्य छन्द का एक भेद विशेष । बंडपासक-पु० [सं० दण्डपाशक] १ सजा भुगताने वाला १६.३६ प्रकार के दण्डायुधों में से एक।
कर्मचारी। २ जल्लाद, घातक । दंडक-पु० [सं०] १ डंडा । २ दंड देने वाला अधिकारी, दंडबाळधि-पु० [सं० दण्डबालधि] हाथी ।
शासक । ३ ध्वज दण्ड । ४ एक अरण्य विशेष। ५ छंदों | दंडमुद्रा-स्त्री० [सं०] हाथ की एक तांत्रिक मुद्रा। का एक वर्ग विशेष । ६ दो छंदों से मिलकर बनने वाला दंडयांम-पु० [सं०] १ यमराज । २ दिन, दिवस । छन्द । ७ इक्ष्वाकु राजा का एक पुत्र । ८ एक प्रकार का | ३ अगस्त्य मुनि । वात रोग। ६ शुद्ध राग का एक भेद। १० कर्म दण्ड | दंडलक्षण-पु० [सं०] ७२ कलानों में से एक ।
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