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दूदौ
। ६७० )
दूदौ-पु. १ राव जोधा का एक पुत्र व मेड़ता का अधिपति । दून्यां-वि० [सं० द्वि] १ दोनों । २ देखो 'दुनियां'। २ देखो 'दूध'।
दूपराणी (बी)-क्रि० १ रोना, रुदन करना, विलाप करना। दुधौ-देखो 'दूध'।
२ करुण क्रन्दन करना। दूध, दूधई-पु० [सं० दुग्ध] १ मादा प्राणियों के स्तनों का रस, दूपरी-स्त्री० रुदन, विलाप, करुण क्रन्दन ।
द्ध । २ क्षीर वृक्षों का रस। ३ अनाज के कच्चे दानों का | दूब-देखो 'दोब' । रस । ४ वंश, गौत्र।
दूबक-देखो 'दबक'। दूधका-पू० पाटल वृक्ष।
दूबड़, दूबड़ी-वेखो 'दोब'। दूधकोसी-स्त्री० नेपाल राज्य के अन्तर्गत एक नदी। दूबळ उ-देखो 'दुबळी'। दूधगिलारी, दूधगिलासड़ी-स्त्री० छिपकली की जाति का | एक जीव ।
दूबळी-वि० [सं० दुर्बल] (स्त्री० दुबळी) १ कमजोर, अशक्त, दूधड़लो. दूधड़ियो, दूधड़ो-देखो 'दूध'।
निर्बल। २ पतला दुबला, कृशकाय । ३ गरीब, निर्धन । दूधचढ़ी-वि० [सं० दूध-उच्चलन] १ जिसके स्तनों में दूध बढ़ दूबारी-पु० [सं० द्वि+बार] १ दो बार उलट कर निकाला गया हो । २ गर्भवती (मादा पशु)।
हुआ शराब । २ दूसरी बार । ३ दो द्वार का कक्ष । दूडियो-पु० १ दो बराबर खण्डों वाला। २ दुध ।
दूबी-पु० दो मुंह का सर्प । दूध-बै'न-स्त्री० एक ही माता का दूध पीकर पलने से लगने | दूभ-देखो 'दोब'। वाली बहन ।
दूभर-वि० [सं० दुर्भर] १ दुःख पूर्ण, आपत्तिजनक । २ असह य दूध-भाई-पु० एक ही माता का दूध पीकर पलने से लगने | दुःसह य । ३ कष्ट कर, कठिन, दुस्तर । ४ जो आसान न वाला भाई।
हो, कठिन । -स्त्री० गर्भहीन मादा ऊंट । दूध-मुहौ-प० [सं० दुग्ध-मुख] अबोध बच्चा ।
दूमणउ, दूमरणो-देखो 'दुमनौ' । (स्त्री० दुमणी)। दूधसेराह-पु० दूधिया रंग का घोड़ा।
दूमरणौ (बी)-क्रि० १ बलि किये बकरे के शिर व पैरों के दूधा-स्त्री० ब्राह्मणों की एक शाखा ।
बाल जलाना । २ कष्ट देना, पीड़ित करना। दूधाधारि (री)-वि० [सं० दुग्धाहारी] केवल दूध का आहार दूमळा-पु० पाठ सगण का एक छन्द विशेष । लेने वाला।
दुय-देखो 'दूत'। दूधापाणी-पृ० एक प्रकार का टोना ।
दूयभावि-पु० [सं० दूत+भावेन ] दूत भाव । दूधार, दूधारू, दूधाळ, दूधाळू, दूधाळी-वि० १ दूध वाला। दुरंतरी-क्रि० वि० [सं० दूर+अन्तर] दूर ही से । २ दुध जैसे रंग का गाढ़ा।
दूरंदाज-वि० १ दूर से निशाना लगाने वाला । २ दूरदर्शी। दूधाहारी-वि० [सं० दुग्धाहारी] दूध पीकर निर्वाह करने वाला दूरंदाजी-स्त्री०१ दूर से निशाना लगाने की क्रिया। २ दूरदर्शिता। दूधिया पत्थर-पु० दूध के रंग का मुलायम पत्थर विशेष । दूरंदेस-देखो 'दूरअंदेस'। दूधियादांत-पु० दूध पीती अवस्था में ही प्राजाने वाले बच्चों दूरदेसी-वि० १ दूर देश का, विदेशी, परदेशी । के दांत ।
२ देखो 'दूरअंदेसी'। दूधियौ-पु० १ एक प्रकार का रत्न । २ मफेद व मुलायम पत्थर। दूर-क्रि० वि० [सं०] १ फासले पर, अंतर पर । २ हट कर,
३ हल्की सफदी। ४ लकड़ी का कोयला। ५ लौकी। अलग रह कर । -वि० १ नजर से अोझल, अलग, ६ एक जंगली फल । -वि० १ दूध का, दूध संबंधी। पृथक । २ जो पास न हो।
२ दूध के रंग का, श्वेत । ३ दूध के योग से बना। | दूर-प्रदेस-वि० [फा० दूर अंदेश] दुरदर्शी, आगे की सोचने दुधी--स्त्री० [सं० दुग्धिका] १ छितराने वाला एक पौधा । वाला। एक लता विशेष ।
दूर-अंदेसी-स्त्री० [फा०] दूरदर्शिता । दूधीउ-पु० एक प्रकार का वृक्ष ।
दूर-तेरी-पु० [सं० दूर+तारी] केवट, नाविक । दूधीगिडोळियौ-पु. १ लौकी। २ एक प्रकार का कीड़ा। दूर-दरसक, दूरदरसी-वि० [सं० दूरदर्शक] १ दूर तक देखने दूधेलि (ली)-स्त्री० १ एक प्रकार की लता विशेष । वाला। २ दूर की सोचने वाला, दूरदर्शी । २ देखो 'दुधी'।
दूरनैरण-पु० [सं० दूर+नयन] गिद्ध । दुधौ-देखा 'दूध'।
दूरपलौ-पु० १ दूरी का छोर । २ बहुत दूर की सीमा । दूनी-० [सं० द्रोण] पत्तों का कटोग, दोना।
दूरबा-देखो 'दुरवा'।
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