________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
दससिर
वस्तूर
दससिर, दससीस-पु० [सं० दशशिर] रावण. दशानन । दसी-१ देखो 'दमा'। २ देखो दिमा' । - धर-पु. रावण।
दसुटण-देखो दसोग'। दसस्यदन पु० [सं० दशस्यदन] राजा दशरथ ।
बसूद,दसूदी, दसूध-स्त्री० [सं० दशमांधस] १ ब्रह्म भटों को दसांग-पृ० सं० दशांग] एक प्रकार का धूप ।
प्रदत्त की जाने वाली एक उपाधि । २ इस उपाधि के दसण-देखो 'दसा रगा'।
उपलक्ष में दिया जाने वाला द्रव्य । ३ ऐमी उपाधि धारी दसा-स्त्री० [सं० दशा] १ अवस्था, स्थिति, हालत । २ मानव ब्रह्मभट । ४ कृषि उपज का दशवा भाग। -वि० 'दसूद'
जीवन की अवस्था । ३ माहित्य की दश अवस्थाएँ । लेने वाला। ४ दीपक को बत्ती । ५ ग्रह योग, भोग काल । ६ काल, | दसू-पु० [सं० दस्यु] १ चोर, डाक । २ शत्रु । अवधि । ७ परिस्थिति हालत । ८ मन की प्रकृति । दसूट्ठरण, दसूण-देखो 'दसोटण' । ९ कपड़े की झालर । १० उम्र।
बसेंधरण-पु० [सं० दशा-इंधनम् ] दीपक । दसामवतार-पु० [सं० दशावतार] १ प्रकाश, ज्योति । वसे'क-वि० [स० दश+एक] दश के लगभग । २दीपक ।
दसया-देखो 'दमाइयां'। दसाइयां, दसाइयां-स्त्री० लग्न के बाद वर-वधू को दिये जाने वसोटण-पू० [सं० दशोत्थान] पुत्र जन्म के दश दिन या दश वाले दश भोज।
___मास बाद किया जाने वाला उत्सव । देसाक रख (करण)-पु० [सं० दशाकर्ष ] दीपक ।
दसोतरी-स्त्री० [सं० दशोत्तर शतम्] सौ के बाद वाले दश । दसाणण (रिण, पी)-पृ० [सं० दशानन रावण ।
दसौंठरण-देखो 'दसोटण' । दसातीर-पृ० फग्मी लोगों की एक धार्मिक पुस्तक ।
दसौ-पु० [सं० दशम्] १ दसवां वर्ष । २ दश का अंक, १० । दसादहाड़ो, दसादा' डो-देखो 'दमागेदाडौ' ।
३ वर्ण संकर । ४ अपनी जात या गोत्र में नीचा । दसाधिपति-पु. [सं० दशाधिपति] १ ज्योतिष का ग्रह । २ दश दस्ट. दस्टी-देखो 'द्रस्टि' । सैनिकों का प्रभारी।
दस्तंदाजी-स्त्री० [फा०] हस्तक्षेप, दखल । दसापत-देखो दिशापति'।
दस्त-स्त्री० [फा० दस्त] १ हाथ । २ पतला विरेचन । --गोर सापवित्र-पु० [सं० दशापवित्र] दिक्पाल, दिग्पाल ।
--वि० हाथ पकड़ कर सहारा देने वाला, सहायक । -ताळ दसापोत-० [सं० दशापोन] १ प्रकाश। २ दीपक ।
-स्त्री० भनाओं पर करतल मारने की क्रिया। -पनाह दसभव-पु० [सं० दशाभव] १ दीपक । २ प्रकाश ।
-पु० चिमटा. हाथों के दस्ताने व कवच -पोसी-स्त्री. दसार-पु० [सं० दशाई] १ धष्ट राजा का पुत्र । २ राजा वृष्णि हाथ चूमने के क्रिया। --फोती-पु० मारने के लिये किया
का पौत्र । ३ वृष्णि, वंशीय गजानों का अधिकृत देश। जाने वाला हस्त-प्रहार। ---बद, बंध-पु० कलई का एक बसाररण-पु० [स० दशाणं] १ विध्य पर्वत के पूर्व का एक प्राभूषण विशेष । नृत्य का एक भेद। हाथ जोड़ने की
प्रदेश । २ इस प्रदेश का निवासी या राजा। ३ तंत्र का | क्रिया । कोष्ट बद्धता ।---बुगचौ-पुoहाथ में रखने का थैला । एक दशाक्षरी मंत्र ।
दस्तरि, दस्तरी-स्त्री० १ कागज का मोटा गत्ता। २ मारबाड़ दसारोडोरौ-पु० दश तारों का एक सूत्र विशेष ।
शासन का एक विभाग। दसा-रो-दा'डौ-१० होली के दशवें दिन किया जाने वाला एक दस्तान-१ देखो 'दास्तान' । २ देखो 'दस्तांनो' । व्रत विशेष ।
दस्तांनी, दस्तांनो-स्त्री० [फा० दस्तानः] १ हाथ का कवच, दसावळ-क्रि० वि० दशों दिशाओं में, चारों ओर।
__ हस्तत्राग । २ हाय का मौजा । दसावहारी-स्त्री० एक प्रकार की तलवार ।
दस्तार-स्त्री० [फा०] पगड़ी। दसावीसी-पु० एक प्रकार का खेल ।
दस्तावर-वि० [फा०] विरेचक, दस्तकारक । दसासृत-पु० [सं० दशा-सुत] दीपक ।
दस्तावेज--पू० [फा०] लिखित पत्र, व्यवस्था पत्र, ऐसा लिखित दसासूळ-देखो 'दिमासूळ' ।
पत्र जो भविष्य में साक्षी के रूप में माना जा सके। दसास्वमेध--पु १ काशी का एक तीर्थ । २ प्रयाग में त्रिवेणी का दस्तावेजी-वि० [फा०] दस्तावेज संबंधी। एक घाट ।
दस्ती-वि० [फा०] हाथ संबंधी, हाथ का । दसियो-वि० १ नो के बाद वाला. दश के स्थान वाला। २ दश दस्तूर-पु० [फा०] १ नियम, कायदा । २ रश्म, रिवाज ।
नंबरी । बदमाश, लोफर, अवारा । ३ उपद्रवी । ४ धोखे ३ कानून, विधि । ४ व्यवहार, परंपरा। ५ रियायत, बाज । ५ गुडा। -पृ० १ दशवां भाग । २ देखो 'दसौ'। । कटौती । ६ मेंट लेने का हक । ७ फारसियों का पूरोहित ।
For Private And Personal Use Only