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दिह
बिह-१ देखो 'दी' २ देखो 'देह' । बिहड़ी (डौ) - देखी 'दिवस' ।
दिहरी-देखो 'देवरी ।
बिहानगी देखो 'देनगी'।
दिहाड़उ - देखो 'दिवस' ।
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'दिहात - देखो 'देहात' । दिहाती- देखो 'देहाती' । विहि-देखो 'दस' |
( ६५४ )
दीठउ-देखो 'दीठो' ।
पीठि स्त्री० [सं०] दृष्टि ] १ नेत्र नयन २ देखो 'दीठ' । वीरणी - पु० [सं० दृश्] नजर लगने से बचाने के लिए मुंह पर लगाया जाने वाला काला टीका ।
दीठोड़ो, दोठोडो, दीठो-वि० [सं० दृष्ट ] (स्त्री० दीठोड़ी, डी) देखा हुआ ।
'दो-देखो 'दीन' |
दिहाड़ी, बिहाडउ, दिहाडि, (डी, डो) - १ देखो 'दिवस' । दीत दीता पु० [सं० प्रादित्य] १ सूर्य, भानु । २ रविवार ।
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२ देखो 'दोहाड़ी' |
दीद- १ देखो 'दीदार' । २ देखो 'दीन्हों' ।
बिहाड़ (दो) - कि० वि० [सं० दिवस] १ नित्यमे २ दिन
में देखो दीहाड़ी' ।
दीप्रण-वि० [सं० दा] देने वाला, दाता ।
दीप्राळी- देखो 'दीवाळी' ।
बोधी-देखो 'दीपक' |
दीकरी-देखो 'डोकरी' ।
दीकरी, वीकिरउ-देखो 'डीकरी' |
दीकोडी, दीकोळी-स्त्री० दासी ।
बी० १ प्रमुख २ सूर्य ३ स्वामिकात्तिकं
४ दिन
५] देखो 'ई' वि० दानी उदार प्रस्थ० पष्ठी या संबंध दीदा स्त्री० [फा०] दृष्टि नजर । का चिह्न की ।
दीप्रट - देखो 'दीवट' |
दक्षक पु० [सं०] दीक्षा देने वाला गुरु ।
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दीक्षांत पु० [सं०] १ शिक्षा-दीक्षा की समाप्ति, पूर्णता ।
२ श्रवभृत यज्ञ ।
दीक्षा - स्त्री० [सं० | १ गुरु या प्राचार्य का नियम पूर्वक मंत्रो प्रदेश २ गुरु द्वारा उपदेशित मंत्र । ३ गायत्री मंत्र का उपदेश । उपनयन संस्कार । ४ पूजन । ५ यज्ञ का अनुष्ठान, यज्ञ कर्म । ३ संस्कार । ७ श्रात्म समर्पण ।
-- गुरु- पु० मंत्रोपदेश करने वाला गुरु । - पति-पु० यज्ञ का रक्षक, सोम ।
बीक्षित - वि० [सं०] १ दीक्षा प्राप्त, उपदेशित । २ जिसने संकल्प पूर्वक यज्ञ का अनुष्ठान किया हो । ३ यज्ञ के लिए उद्यत । ४ संस्कारित । - पु० एक ब्राह्मण वर्ग । दीख १ देखो 'दीक्षा' । २ देखो 'द्रस्टि' । दीखरण (बी) - क्रि० [सं० दृश् ] देना । २ समझ में श्राना । होना । ४ दीक्षा देना । दीस ५० [सं०] दिक्-ईश] दिक्पाल |
१ दृष्टि गोचर होना, दिखाई ३ श्राभास होना, पूर्वाभास
यो स्त्री० [सं०] रष्टि ] १ नेत्र ज्योति रष्टि नजर २ नेत्र ३ दोष दृष्टि, कुष्टव्य०१ प्रत्येक पर प्रति व्यक्ति या वस्तु के अनुसार । २ देखो 'दीठो' ।
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बीज
दीवनी सम्प० [फा०] देखकर ।
दीदम स्त्री० [फा०] १ दृष्टि । २ दर्शन, दीदार |
दीवान - पु० निशाना मिलाने का, बन्दूक पर लगा लोहे का गुटका ।
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दीवार पु० [फा०] १ दर्शन २ छवि ३ मुख, मुखाकृति ।
४ अवलोकन । ५ भेंट, साक्षात्कार ।
atare (रू) - वि० दर्शनीय, देखने योग्य । बीवी-स्त्री० बड़ी बहन
'दीप-देखो 'दीन्ही' |
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दीघति (ती) स्त्री० [सं०दीधिति] १ किरण २ चमक, कांति दोस वि० [सं०] दा] दिया हुआ, दत्त
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दीधु, (धु, धू), दोघोड़ो, दोधौ-देखो 'दीन्ही' ।
दीन- वि० [सं०] १ हीन वशा का गरीब, दरिद्र २ दु:खी, कातर । ३ नम्र, विनीत । ४ दयनीय । ५. उदास, खिन्न । ६ कायर । ७ भाग्यहीन, अभागा । ८ विवश - पु० [अ०] १ धर्म, मजहब । २ मत । ३ विश्वास । ४ वर पक्ष की ओर से कन्या के पिता को दिया जाने वाला धन । ५ तगर पुष्प । ६ देखो 'दीन्ही' । दयाळ, दयाळु, दयाळी- वि० दीन पर दया करने वाला | ईश्वर ।
-दार - वि० धार्मिक । —दारी स्त्री० धर्म पर विश्वास । --बंधु बंधू, बंधी पु० ईश्वर गरीबों का सहायक, प्याज। दीनता, (ई) - स्त्री० १ नम्रता, अजीजी । २ कातरता, श्रार्त भाव । ३ उदासी, खिन्नता । ४ दरिद्रता गरीबी। ५ प्रार्थना । ६ करुणा, दया । दीनी स्त्री० [सं०] दीनता] विनती प्रार्थना दीनदुनी-स्त्री० [अ० दीन-दुनिया ] लोक-परलोक । दीनानाथ - पु० [सं० दीन-नाथ ] १ ईश्वर का एक नाम । २ दीनों का स्वामी या रक्षक ।
दीनार पु० [फा०] १ सोने या चांदी का सिक्का २ स्वर्ण मुद्रा ।
दोनोड़ो, (डी) दीनो-देखो 'दीन्ही' |
बीन्ह, दीन्हउ, दीन्होड़ौ, दोन्हौ-वि० दत्त, दिया हुआ, प्रदत्त ।