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शळाबोळ
हुआ । ५ चमचमाता हुआ । ६ जलता हुआ ।
झळाबोळ - वि० १ जाज्वल्यमान, तपा हुआ । २ आग-बबूला, प्रतिकृपित । ३ देदीप्यमान । जगमगाता हुआ । ४ भयंकर । ५ जबरदस्त । झळामळ स्त्री० ० १ चमक-दमक । - वि० चमकदार, चमकीला ।
२ एक प्रकार का घोड़ा । श्रारती स्त्री० तोरण
द्वार पर दीपकों से की जाने वाली दूल्हे की आरती । झळामाळा स्त्री० सघनतायुक्त कांति, दीप्ति । झलार - वि० पकड़ने वाला ।
झळाळ - वि० चमकयुक्त, तेज ।
झळाळौ - वि० ० धारण करने वाला, ग्रहण करने वाला । झलावणी (बौ) - देखो 'झलाणी' (बी) ।
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२ आग की लपट ।
झळास, झळाहळ - स्त्री० १ ज्वाला, प्राग ३ अग्नि शिखा । ४ कांति दीप्ति । - वि० १ तेजस्वी । २ तीव्र, तेज । ३ भयंकर । ४ देदीप्यमान, जगमगाता
झलू - वि० जिम्मेदारी लेने वाला ।
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इस वि० १ चमक-दमक युक्त २ देखो 'जळू' झळूसशळे वि०
कांतियुक्त २ देखी 'जय' झळझळ - देखो 'झाळोभाळ' | शलोझल - वि० पूर्ण ।
झलो पु० टक्कर, प्राघात, आक्रमण ।
झल्ल - पु० रोकने या थामने की क्रिया या भाव।
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( ४९७ )
झल्लरण (गो) - वि० १ झेलने, पकड़ने या धारन करने वाला । २ उत्तरदायित्व लेने वाला । ३ चमकने वाला ।
सड़क ( कौ, क्क ) - १० १ शस्त्र प्रहार | ध्वनि ।
झल्ली (बी) देखो 'भी' (बो)। झल्लरि (री) झल्लिय स्त्री० [सं०] १ एक प्रकार का वाद्य । २ हाथी को पहनाई जाने वाली धुंध की माना । वणी (देखो 'झी' (बी) । झवाड़ी-देखो 'जुनी' । डावेरी देखी 'जोहरी ।
इसरो (बी) - क्रि० १ चवाना। २ काटना ।
सोयर - वि० [सं० झषोदर ] मत्स्य के सामन उदर तथा विशाल वक्ष वाला (जैन) ।
झांड (ई) - स्त्री० १ धुंधला दिखाई देने की अवस्था या भाव। २ महशुस प्रतीत या ग्राभास होने की अवस्था या भाव। ३ प्रतिबिंब, छाया I ४ हल्का प्रकाश, रोशनी । ५ झलक । ६ अत्यन्त मंद दृष्टि । ७ ग्राभा ८ ग्रांखों के नीचे पड़ने वाला काला दाग ।
झांक- स्त्री० १ झलक, झांई । २ ग्रांधी । ३ झांकने की क्रिया या भाव।
झांकरण (बौ) - देखो 'भांखणी (बी) | सांकळी, सांकली स्वी० लड़खड़ाना त्रिया | झांकी देखो 'भांखी' । झांकी देखो 'भांखौ' ।
(डी) स्त्री० तेज प्रांधी, भावात झांखरणौ - वि० (स्त्री० भांखणी) उदासीन, म्लान, निस्तेज । झांखरणी (बौ)- क्रि० १ किसी ग्रोट, खिड़की या किसी माध्यम
से देखना, ताकना । २ देखना, दृष्टि डालना । ३ लुक-छिप कर देखना । ४ ताक भांख करना । ५ झलकना, दिखाई देना । ६ सहसा कहीं देखना । ७ मुरझाना, कुम्हलाना, सूखना । ८ दुःखी होना पछताना |
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झांखळ- पु० नाश्ता, अल्पाहार, कलेवा ।
झांखी-स्त्री० ० १ भांखने या देखने की क्रिया या भाव। २ दर्शन, अवलोकन । ३ झलक, आभास । ४ झरोखा, गवाक्ष | ५ प्रकाश चमक । ६ दर्शनार्थ किया गया देवमूर्तियों का शृंगार । ७ मंझावात, ग्रांधी ८ मंद प्रकाश, रोशनी । ६ एक देवी का नाम | - वि० १ उदास, खिन्न | २ धुंधली मेली
शांगरिया पु० भिंगुर झांगी-स्त्री० ० एक पौधा विशेष वि० घना, गहरा घनीभूत । झांझ-पु० १ अनाज बोने के पश्चात अधिक समय तक वर्षा न होने की अवस्था । २ तेज हवा, प्रांधी 'तूफान, झंझावात | ३ वर्षा के उपरान्त शीतल वायु 1 ४ वायु के साथ वर्षा
५ मजीरा नामक वाद्य । ६ स्त्रियों की पैंजनी । ७ छड़ी । -चार पु० छड़ीदार
२ शस्त्र प्रहार की | झांझर-पु० १ घोड़ों के घुटनों का प्राभूषण । २ देखो 'जांभर' ।
को-देखो 'जांझरकी' । झांझरि-देखो 'झांझरी' ।
झांझरियाळ स्त्री० झांझर धारण करने वाली देवी । झांझरी - स्त्री० १ एक प्रकार का वाद्य । २ देखो 'जांझर' | झांट (ठ) - पु० १ गुप्तेन्द्रिय पर होने वाले बाल । २ तुच्छ, हेप वस्तु ।
झांण- पु० [सं० ध्यान ] ध्यान । मांतीविधी
शांती
झांखी-पु० १ मंद प्रकाश ज्योति । २ बहुत कम दिखने की अवस्था या भाव। ३ झलक, भाई, श्राभास | ४ दर्शन, अवलोकन | ५ मंद दृष्टि - वि० धुंधला, ग्रस्पष्ट |
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