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ढंगी
( ५४२ )
हव
ढंगी-पु. १ खेल या प्रतियोगिता में हारा हुआ खिलाड़ी या | ढकोळी-स्त्री० पलाश वृक्ष का फल । कलाकार । २ भंगी, हरिजन ।
ढकोसळी-पु० [सं० ढंग-कौशल] आडम्बर, पाखण्ड । ढंगो-ढंग-देखो 'ढंगसर' ।
ढको, ढक्क–देखो 'ढक'। ढंढ़-स्त्री० १ कृषि में काम आने वाला पुराना तालाब । ढक्करण-देखो 'ढकणौ'।
२ कीचड़, पंक । ३ सूखा कूप । -वि० मूर्ख, मूढ़ । ढक्काराव-पु० ४९ क्षेत्रपालों में से ३० वा क्षेत्रपाल । ढंढ़ण-पु. एक जैन मुनि ।
दक्कियरण-वि० आच्छादित करने वाला। ढंढर-पु० १ मरे पशु का अस्थिपंजर । २ खण्डहर ।
ढगण-पु० [सं०] तीन मात्राओं का एक गण । ढंढ़ रौ, ढंढोरौ-पु० १ किसी बात की सार्वजनिक तौर पर दी ढगमगणी (बौ)-देखो 'डगमगणी' (बी)।
जाने सूचना । हूडी । २ प्रचार, विज्ञापन । ३ ऐसी सूचना ढगळ-१ देखो 'ढळो' । २ देखो 'ढगळी' । देते समय बजाया जाने वाला ढोल ।
ढगळरणौ (बौ)-क्रि० प्रहार करना । ढंढेरची-वि० 'ढंढेरा' पीटने वाला, प्रचारक ।
ढगली-देखो 'ढिगली'। ढंढोळरणी-वि० १ घुमाने वाला, फिराने वाला । २ तलाश | ढगळी-पु०१ मिट्टी का ढेला, ढेला । २ देखो 'ढिगलो' ।
करने वाला, ढूढ़ने वाला। ३ लूटने वाला। ४ संहार करने । -वि० १ अचंचल, शान्त । २ सुस्त, आलसी। वाला। ५ पीटने वाला । ६ नगाड़ा, ढोल आदि बजाने ढगास-पु० ढेर, राशि । वाला। ७ सहलाने वाला । ८ टटोलने वाला।
ढचको-पु० १ खांसी चलने की क्रिया या भाव । २ देखो ढंढोळणी (बी)-क्रि० १ लूटना । २ घुमाना, फिराना।। 'धचकौ'।
३ संहार करना, मारना । ४ पीटना, मारना। ५ बजाना, | ढचरको-पु. १ लंगड़ा कर चलने की क्रिया या भाव । पीटना । ६ तलाश करना, ढूढना । ७ ढूढना, टंटोलना । २ एक चाल विशेष । ८ सहलाना।
ढचरी-स्त्री० डाकिनी, डायन, प्रतिनी। -वि. वृद्धा । अशक्त । ढंढोळी-देखो 'ढंढोरौ'।
ढचरौ-पु० १ ढंग, तरीका । २ परंपरा, प्रथा । -वि० ढंपणो (बो)-क्रि० १ पाच्छादित करना, ढकना । २ लपेटना, | (स्त्री० ढचरी) वृद्ध, अशक्त । आवेष्टित करना।
ढड्ढ, ढड्ढर-पु० [सं० ढढ्ढर] १ वक्षस्थल । २ राहुदेव का ढंळक-स्त्री० सेना, फौज ।
नाम (जैन) । ३ एक प्रकार की ध्वनि विशेष (जैन)। ढ-पु० १ ढोल । २ भैरव । ३ यंत्र । ४ ढक्कन । ५ मृग । | ढणणंक-स्त्री० ध्वनि विशेष ।
६ दांत । ७ गधा । ८ स्वाद । ९ शब्द । १० बिल्ली। ढरणहरण-स्त्री० किसी पदार्थ के चूने, रिसने, टपकने की क्रिया -वि० निर्गुण।
या भाव । ढक-पु० [सं० ढक्का] १ बड़ा, ढोल । २ मूली नामक तरकारी।
ढपणौ (बौ)-क्रि० १ ढकना, पाच्छादित करना । २ श्रावेष्टित ३ ढक्कन।
करना। ढकाळ (चाळी)-देखो 'धकचाळ' । ढकरण-स्त्री० १ ढकने की क्रिया या भाव, ढक्कन लगाने या|"
ढपला-पु० ढोंग, आडम्बर, बहाना, चरित्र । पर्दा डालने की क्रिया । २ ढक्कन । -सरीर-पु० वस्त्र ।पला
ढपलागारौ, ढपलाळी-वि० (स्त्री० ढपलागागे) ढपला करने ढकणउ-देखो 'ढकरणौ'।
वाला, ढोंगी, बहानेबाज । ढकरणी-स्त्री० १ छाते की तरह बना मिट्टी का ढक्कन ।
ढप्पणी (बौ)-देखो 'ढपणी' (बौ)। २ घुटने के ऊपर की गोल हड्डी, जांबील ।
ढफ-वि० मुर्ख, नासमझ। ढकरणौ-पु० १ ढक्कन । २ प्रावरण । ३ आच्छादन । ढफल (ला)-पु० पाखण्ड, आडम्बर। ढकरणौ (बो)-क्रि० १ ढक्कन लगाना, ढकना । २ पर्दा डालना, | ढफलागारौ, ढफलाळो-देखो 'ढपलागारौ' ।
छुपाना, बात दबाना। ३ पाच्छादित करना । ४ आवेष्टित ढबंदी-पु० किसी भारी वस्तु के पानी में गिरने से उत्पन्न करना । ५ मुह या सूराख बंद करना ।
शब्द,धमाक । ढकवत्थुल-पु० [सं० ढकवास्तुल] एक प्रकार की हरी ढब-पु० १ मौका, अवसर । २ सहारा, मदद । ३ तरकीब, तरकारी (जैन)।
उपाय, युक्ति । ४ ढंग, रीति, तौर । ५ व्यवस्था, प्रबंध, ढकेलणी (बौ)-देखो 'धकेलणौ' (बौ)।
इंतजाम । ६ मेल-जोल । ७ डफ, डफली।
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