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तुरिण वि० [सं० तुषीण] शांत, मौन ।
।
तुस्ततुरंग पु० घोड़ा ।
तुस्सांडौ - देखो 'तुसाडी' ।
तुह सर्व० तुझ -
तुहइ अव्य० तदपि, तो भी ।
तुही देखो 'सोफी'।
तुहमत देखो 'तोहमत
-
तुस्टी (बी) फि० १ संतुष्ट होना, तृप्त होना २ प्रसन्न होना, तू छली (बो)- कि० [सं० तृष्ट] १ सूषित होना, प्यासा होना ।
- क्रि०
२ प्यासा रहना ।
खुश होना ३ वीतराग होना ४ देखो 'तुटली' (बो) । तुस्टता स्त्री० [सं० तुष्टता] १ संतोष, तृप्ति । २ प्रसन्नता,
तू ज-पु० एक प्रकार का बर्तन । तू जी - देखो 'तुजीह' |
खुशी।
तुस्टमांन वि० [सं० तुष्टमान] १ प्रसन्न, खुश । २ अनुकूल तूं झ-सर्व ० १ तुझको, तुझे । २ तुम्हारा । ३ देखो 'तुभः । ३ किसी पर मेहरबान, अनुग्रह करने वाला ।
'देखो 'तु'४' ।
तुस्टि - स्त्री०
[सं० तुष्टि ] १ संतुष्टि, संतोष । तृप्ति । तू डी-स्त्री० १ नाव, नौका । २ पेंदा । ३ मध्य भाग । २ अनुकूलता । ३ प्रसन्नता ।
तूंडी पु० पेंदा तल
तू देखो 'सी' ।
क्रि०वि० [सं० ततः खलु ] तदपि, तो भी।
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तू सर्व० [सं० स्वम्] तुम, तू द्वितीय पुरुष
।
तूं सर्व० तू पण तू भी ।
तूं घर देखो 'तंबर'
तूर तूं धरि देखो ''दरि' ।
तू कार, तुकारघउ, तू कारौ - देखो 'तुकारो' |
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तुहां सर्व० प्राप तू । तुहाइळी-देखो 'तुम्हाळी' ।
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(स्त्री० [सुहाली) तेरा,
तुहार, तुहारइ, तुहारी - सर्व० (स्त्री० तुहारी) तेरा तुम्हारा । तुहाळ, तुहाळोय, तुहाळौ - सर्व० तुम्हारा। तुहि सर्व०
० तू ।
तुहितउ - क्रि०वि० [सं० तथापि ] तथापि, तो भी । तुहिन पु० [सं०] १ पाला, हिमकरण २ हिम, बरफ ३ चांदनी ४ गीता विरि पु० हिमालय पर्वत तुहिनां तुहिनासु पु० [सं० तुहिनांग] चंद्रमा
तुहु जि - क्रि०वि० केवल तब । तुहें सर्व ० तुम्हें ।
तुह्मारडी- देखो 'तुम्हारौ' ।
तुझस०] तुम्हारा तेरा
।
तुरंग स्त्री० १ प्राग की चिनगारी । २ देखो 'तु ंग' |
तू गणो (बी) - देखो 'तु गणों' (बी) ।
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तूं गियरी, तू गियो-- पु० फौज का एक भाग, दल, टुकड़ी । तुंगी-स्त्री० १ पृथ्वी, भूमि २ नाव, मौका गौ-० सैन्य दल फौज की टुकड़ी।
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तुलसी (बी) देखो 'तुलसी' (दो)। तूणी - स्त्री० ० कमर, कटि ।
तूं लौ पु० समय से पूर्व गिरा हुआ गर्म (पशु) ।
लौ पु० १ बाजरी के दाने के ऊपर की टोपी, फूमदा । २ बाजरी की बाल या भुट्टा । ३ बाल के अन्दर का कच्चा दाना । ४ निकम्मी वस्तु । ५ घास विशेष | ६ लड़का पुत्र । - वि० दुर्बल, पतला, क्षीण । तळी ० १ बाजरी या प्यार के
का वह भाग जिसमें फलों वाली एक लता
दाना रहता है, "भूसी । २ कांटेदार विशेष |
तू गिम स्त्री० [सं० तुरंग] १ महिमा, माहात्म्य २ प्रतिष्ठा, तूहइ सर्व० तेरा । गौरव । ३ उच्चता, श्रेष्ठता । ४ ऊंचाई ।
तुमर
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तू स्वी० बड़ा पेट, उदर, तोंद तू मा सर्व० तेरा तुम्हारा ।
तू बड़ियाळी- पु० १ 'तू'बड़ी' वाद्य बजाने वाला । २ साधु,
फकीर ।
बड़ियों (दो) देखो 'तू'बी' बड़ी-देखो ''बी'
तूबर - देखो 'तोमर' ।
तू बिणि स्त्री० ० एक प्रकार की लता व इसका फल, कद्द ू तू बी-देखो 'तु'बी' ।
'बु- देखो 'तू'बो' ।
तू बेल- पु० १ चारणों की एक शाखा व इस शाखा का चारण । २ दोहा छंद का एक भेद ।
तंबौ- पु० [सं० तुम्ब] १ कद्द ू की जाति का एक फल । २ इस फल के मुंह को काटकर बनाया हुप्रा खोखला पात्र, तुम्बा |
तूर, तूंवर पु० गौड़ राजपूतों की एक शाखा । तू राटी- देखो 'तंवरावटी' ।
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तूं हळि सर्व० तेरी |
तू पु० १ कुत्ते को पुकारने का शब्द । २ युद्ध । ३ अंगुली । ४ हाथ । ५ कटाक्ष । वि० १ अशुद्ध । २ तुच्छ ।
तूझर - पु० अरहर नामक द्विदल अनाज, तूवर ।