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जाडोजणी
जादू
जाडीजणी (बी)-क्रि० १ मोटा होना, मोटाई पाना । २ घना संस्कार विशेष । -धरम-पु० किसी जाति या वर्ण का
होना, गहरा होना । ३ अधिक होना। ४ गाढ़ा होना।। कर्तव्य, धर्म । जाडो-वि० १ जिसकी मोटाई अधिक हो, मोटा । २ हृष्टपुष्ट, | जातिका-मरण-पु० ज्योतिष का एक ग्रंथ ।
तगड़ा । ३ अधिक, बहुत । ४ ठोस । ५ दृढ़, मजबूत । | जाति-पांति-स्त्री० जात-बिरादरी, जाति व वर्ग, श्रेगी।
६ सघन, घना । ७ मोटे-मोटे ताने या तंतु वाला। जातिफळ-पु० [सं०] जायफल । जाणौ (बी)-क्रि० १ जन्म देना, पैदा करना, प्रजनन करना । जातिब्राह्मरण-पु० केवल जन्म से ब्राह्मण, कर्म से नहीं । २ देखो 'जावणी' (बी)।
जातिसंकर-वि० वर्णसंकर, दोगला । जात-वि० [सं०] १ जन्मा हुआ, उत्पन्न । २ कुलीन ! ३ निकला जाती-देखो 'जाति' । हुआ। -स्त्री० १ जीव, प्राणी। [सं० यात्रा] २ मनौती। जातीफळ-देखो 'जातिफळ' । ३ वर-वधू या दम्पति का किसी तीर्थ या देवस्थान पर जातीयता-स्त्री० जातीत्व, जाति गत भावना। जाकर अभिवादन करने की क्रिया या भाव। ४ तीर्थ यात्रा। जातीलौ-वि० जाति संबंधी । ५ देखो 'जाति'।
जातीसमर, जातीस्मर-वि० पूर्व जन्म का ज्ञान रखने वाला। जातक-पु० [सं०] १ फलित ज्योतिष का एक भेद । २ बौद्ध, -पु० पूर्व जन्म का ज्ञान ।
कथानक । ३ बच्चा । ४ भिक्षुक । ५ जात कर्म । ६ समान | जातुधान-पु० [सं० यातुधांन] असुर, राक्षस । वस्तुओं का जोड़।
जातू-पु. बैलगाड़ी के 'माकड़े' में खड़ा लगने वाला मोटा जातकम्म, जातकरम, जातक्रमयं-पु० [सं० जातकर्म ] हिन्दुओं डंडा। के दश संस्कारों में से चौया संस्कार ।
जात्र-देखो 'जातरा'। जातण-पु० यात्री । सती, सेवक ।
जात्ररिण-स्त्री० [सं० यात्रिगी] स्त्री यात्री। जातरणा-देखो 'यातना'।
जात्रा-१ देखो 'जातरी' । २ देखो 'जात्' । जातरणौ (बी)-क्रि० [सं० यात्रण] यात्रा करना।
जात्रा-देखो 'जानरा'। -वाळ = 'जातरी'। जातधांन-देखो 'जातुधांन'।
जात्रिगु. जात्री-देखो 'जातरी' । जातना-देखो 'यातना'।
जाद-पु० [सं० याद] १ पानी । २ यादव । -पत, पति-पु० जातपांत-देखो 'जातिपांति'।
___ समुद्र । श्रीकृष्ण । -प्रत्य० [अ० जाद] उत्पन्न, पैदा हुआ। जातबेद (बेध)-स्त्री० [सं० जातवेदस्] अग्नि ।
जावर (रु)-पु० १ एक प्रकार का सद रेशमी वस्त्र । २ रेशमी जातरा-स्त्री० [सं० यात्रा] १ यात्रा । २ तीर्थाटन ।
माला। जातरी (क)-पु० [सं० यात्री] १ यात्री, पथिक । २ तीर्थयात्री।
जावरियौ-पु० गेहूँ या चने के कच्चे दानों का हलुवा ।
जादव-पु० [सं० यादव] १ यदु के वंशज, यादव । २ श्रीकृष्ण । जातरूप जातरूपक (रूव)-पु० [सं० जातरूपम्] १ सोना,
-वि० (स्त्री० जादवण, जादवरणी, जादवी) यदु संबंधी। स्वर्ण । २ धतूरा । ३ चांदी । -वि० सुन्दर । कांतिवान ।
-पत, पति-पु० श्रीकृष्ण। -राइ, राई, राऊ, राज, जातविरुद्ध (विरुद्ध)-पु. १ डिंगल गीतों में एक दोष ।
राजा राव-पु० श्रीकृष्ण । -वंसउजाळ-पु० श्रीकृष्ण । २ जाति परंपरा के विपरीत कर्म ।
जादवांपत (पति)-देखो 'जादवपति' । जातवेद-स्त्री० [सं० जातवेदस्] अग्नि, प्राग ।
जादवेंद्र-पु० [सं० यादवेन्द्र] श्रीकृष्ण । जातसिखंडी-पु० [सं० शिखंडी-जात] बृहस्पति ।
जदवौ (व्व)-देखो 'जादव' । जातसंख, जातासंख-वि० मूर्ख, बेवकूफ ।
जादस-पु० [सं० यादम] १ मछली । २ जलजंतु । --पत, पति, जाति-स्त्री० [सं०] १ जीवों या प्राणियों की श्रेणी, वर्ग| पती-पु० वरुण । समुद्र ।
योनि । २ वर्ग, समूह, समुदाय । ३ समाज । ४ वंश | जादा-वि० [अ० जियाद:] १ अधिक, बहुत । २ तुलना में परम्परा के अन्तर्गत होने वाला कोई एक वर्ग । ५ समान अधिक, बढ़कर । ३ अति । धर्म या संस्कृति वाला वर्ग । ६ कुल, गौत्र । ७ वंश । | जादु-पु० [सं० यादस्] १ जल, पानी । २ यादव । ३ देखो ८ जन्म, उत्पत्ति । ९ एक ही कर्म करने वाला समुदाय । 'जादू'। -नाथ-पु० श्रीकृष्ण । समुद्र । -पत, पति-पु० १० क्षेत्र विशेष के निवासी । ११ चमेली का पौधा या श्रीकृष्ण । समुद्र । --रांग-पु० श्रीकृष्ण । फूल । १२ मालती का पौधा या फूल । १३ मनुष्यों के | जादू-पु० [फा०] १ इन्द्रजाल । २ चमत्कारी घटना । चार विभागों में से कोई एक । --कम्म, करम-पु० एक ३ अमानवीय कार्य । ४ कुछ तांत्रिक क्रियाएँ जिनका किसी
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