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( ४०२ )
चिह्न पु० [सं० चिह्न] १ निशान, चिह्न । २ दाग, धब्बा । ३ ध्वजा, पताका । ४ मार्का । ५ संकेत ।
चीं स्त्री० १ पक्षियों की चहचाहट । २ चों की आवाज या शोर । ३ बक-भक । ४ चीख । ५ कराह ।
की, (ब) ० १ जानवरों का नाक से आवाज करना । २ चीं-चीं करना । ३ चीखना ।
चोकळमांदी - पु० गोबर का कीड़ा । चोंगट देखो 'चीकट' ।
चगण पु० १ प्राग्नेय कोण २ देखो 'चिगण' । बींगराड़ स्वी० रहट की 'पानी' की आवाज ।
योगी पु० पोड़ा, घरव
चरण - स्त्री० १ दाह संस्कार में जलने से शेष रही लकड़ियां । २ चिता को व्यवस्थित करते रहने की लम्बी लकड़ी | ३ श्मशान भूमि, मरघट । ४ चींगण, चिगरण । चीचड़ (डौ)-५० (स्त्री० चचड़ी) १ पशुओं के शरीर से चींचड़ी) चिपक कर रक्त पीने वाला कीड़ा । २ हल में लगने वाली किल्ली ।
afers - देखो 'चींचाट' ।
चाल (बी) देखो 'बीचा' (बी)। चोंचाट - पु० चीं-चीं करने की क्रिया, शोर ।
चोंचारणौ (बी)- पु० चीं-चीं करना, चीखना, चिल्लाना । २ बकना, बकझक करना । ३ चिढ़ाना, रुलाना । ४ कष्ट देना, परेशान करना ।
चोटी-स्त्री० कोटी, चिटी चींटी I
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बोट पु० कीड़ा, चींटा
चरा स्त्री० १ लहंगे के ऊपर की पट्टी जिसमें नाड़ा डाला जाता है । २ रहंट में बंधने वाली मोटी भंभीर या रस्सी । ३ पत्थर की लम्बी पट्टी ।
बीतरी चिता गर वि० चिंता करने वाला शुभेच्छु। पती (बी) देखो तो (दो)।
तरिधी, चतरी-देखो 'बीपी'। तर (बी) देखो''। aarit (at), बतावणी (बी) - देखो 'चितारणी' (बो) । चीतारौ - पु० चित्रकार, चितेरा ।
चोपड़, (डी, डौ ) - पु० १ वस्त्र खंड । २ फटा पुराना वस्त्र । atent (at) - क्रि० १ रौंदना, कुचलना । २ चलते समय किसी पर पैर रख देना ।
पॉवर (री, रौ) देखो 'चीबड़ी'।
चचाणी (बी), बावली (बी) कि० रोंदवाना, कुचलवाना। चींद- देखो 'चींध' ।
चचड़ियों वळ, चीवळियो-देखो 'वध' पोंदी देखो 'विदी' ।
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air-स्त्री० [सं० चिह्न] १ झण्डी, पताका २ धूल, रज । घड़, चौघड़ियों, चपळ, चौधजिवी पु० घपने झंडे की रक्षा करने में समर्थ योद्धा, बीर । २ प्रकर्मण्य व्यक्ति । ३ भिखारी ४ नीच मलिन व्यक्ति ।
चोखो
चींधाळ (ळौ ) - पु० १ झंडा बंधा रहने वाला हाथी । २ चींघड़ । 'बोधी-देखो 'बिंदी' ।
atri, (at) - देखो 'चीनणी' (बो) ।
चींप-१ देखो 'चीप' । २ देखो 'चींपियो' ।
पड़, (ड़ी, दौ) - ५०१ माई का छोटा चिमटा जिससे नाक के बाल उखाड़े जाते हैं। २ बांधों का मेल ३ जिसकी आंखों में मैल रहता हो ।
चपटी-स्त्री० चिमटे का अत्यन्त लघु रूप ।
चपटो-देखो 'चिमटी' ।
चोषियों देखो 'चिमटी' ।
चमड़ी पु० [सं० चिमेटी ] १ छोटी ककड़ी विशेष कचरी । २ सूअर का बच्चा ।
चीमटो, (ठो) देखो 'चिमटी' । चयो-देखो 'चियो' ।
चवटी १०१ कच्चा फल २३ देखो 'चिमटी' ची- स्त्री० १ स्याही । २ कंधी । ३ हस्तिनी । ४ माया । ५ शिव की जटा । अव्य० षष्टी विभक्ति 'की' । चीक- देखो 'चीख' ।
चौकट - पु०
१ चिकनापन, चिकनाहट, स्निग्धता । २ घी, तेल यदि चिकने पदार्थ ३ स्निग्धता से जमा हुआ मैल 1 चीकरणाई देखो 'चिकरणाई'।
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चीकी-वि० चिकनी, स्निग्ध-वि० गहरी चिकनी। arent - वि० (स्त्री० चीकरणी) १ चिकना, स्निग्ध । २ फिसलन
युक्त । ३ सपाट व घुटा हुआ । ४ साफ सुथरा । ५ चाटुकार, खुशामदी। पु० चिकनी सुपारी का वृक्ष । चीकल देखो 'चीखत' ।
वीकार पु० [सं० चीत्कार] चीख पुकार चिल्लाहट । २ विघा
चीकू पु० १ एक प्रकार का मीठा फल जो गेंद की तरह होता है । २ देखो 'चीखड़' ।
चीकूरण पु० एक प्रकार का वृक्ष ।
चीक्खल - देखो 'चीखल' ।
चीख- स्त्री० १ जोर की व तीक्ष्ण श्रावाज, चिल्लाहट । २ हाय
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त्राय ।
चीखड़-पु० एक देशी खेल, इसका दूसरा नाम 'चीखू' भी है। चोखो, (बी) क्रि० १ जोर से बोलना, चिल्लाना २ जोरजोर से वकना । ३ कराहना । ४ हाय त्राय करना ।