________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
कोरट
(
२६४
)
कोविंद
कोरट-पु० [अं० कोर्ट] १ अदालत, कचहरी। [रा०] २ कटारी। विशेष । १८ देखो 'कौल'। -मुखी- स्त्री० सूअर के कोरङ-देखो 'कोरड़'।
समान मुंह वाली एक तोप। कोरण-पु० १ काले बादल के किनारे का श्वेत बादल । कोलक-पु० [सं०] १ अखरोट का वृक्ष । २ काली मिर्च । २ धूल की प्रांधी।
६ पारी तेज करने का एक औजार । कोरणावटी-स्त्री० मारवाड़ के अन्तर्गत एक प्रदेश । कोळखेम-देखो ' कुसळ-क्षेम'। कोरणियो-पू० वधू के मामा की ओर से दी जाने वाली पोशाक | कोलगिरि-पु० [सं०] दक्षिण भारत का एक पर्वत । विशेष ।
कोळजोळियौ-पु० विवाह के समय दुल्हिन के पहनने का वस्त्र । कोरणी (नी)-स्त्री० सं० कोटनी] १ चित्रकारी। २ पत्थर कोलणी (बौ)-क्रि० खोदना, गहरा करना ।
पर खुदाई, संगतराशी । ३ एक प्रकार की हजामत। कोलर-पु० हड्डी, अस्थि । -वार-वि० चित्रित ।
कोळाण-पु० गुलाबी फूलों वाला एक छोटा वृक्ष । कोरणी (बो)-क्रि० [सं० कोटनम्] १ चित्रकारी करना कोळांमरण-पु० वर्षा ऋतु का भूरा बादल ।
२ पत्थर पर खुदाई करना । ३ प्राडी, तिरछी रेखाएं कोलात, (यत)-पु० [सं० कपिलपद] बीकानेर के पास स्थित खींचना।
कपिल मुनि का एक प्राधम जो तीर्थ माना जाता है। कोरम-पु० [अं०] १ किसी सभा या समिति के सदस्यों -स्त्री० कुशलक्षेम। ___ की अपेक्षित संख्या । २ देखो 'कूरम' ।
| कोलाल, (क)-पु० [सं० कुलाल] १ कुम्भकार, कुम्हार । कोरमो-पृ० १ खलिहान में अनाज साफ करने पर अवशिष्ट रहा २ जंगली मुर्गा।
अनाज व भूसा। २ मूग या चने की दाल का चूरा । | कोलाळी-पु० [सं० कुलाल] १ ब्रह्मा। २ उल्लू । ३ जंगली ३ एक प्रकार का भुना हया मांस । -वि० (स्त्री० कोरमी) मुर्गा । ४ कुम्हार । ५ एक पक्षी विशेष । चित्रित ।
कोलाहट-पु० [सं०] नृत्य कला में प्रवीण व्यक्ति । कोराह वाइट-पु० एक प्रकार का बारूद विशेष ।
कोलाहळ (छ)-पु० [सं० कोलाहल] १ शोर गुल, हल्ला-गुल्ला । कोरवांरण-देखो 'कोरपाण' ।
२ चीख, चिल्लाहट । ३ जोर की अस्पष्ट ध्वनि, पावाज । कोराई-म्त्री० १ रूखापन, रूखाई। २ चित्रकारी या नक्काशी कोळियो-पु० [सं० कवलक] पशु के मुंह में एक साथ घास ___का कार्य । ३ चित्रकारी का पारिश्रमिक ।
। आदि का दिया जाने वाला भाग । कोराडो-पु० आकाश से बादलों के हट जाने पर मूखा दृश्य ।
कोलियो, कोली-वि०१ छोटी आंख वाला । २ तिरछी अांख से
का कोराणो (बो), कोरावणौ (बौ)-क्रि० १ चित्रकारी कराना ।
___ देखने वाला। २ पत्थर पर खुदाई कराना ।
| कोळी-स्त्री० १ एक जंगली जाति । २. काठियावाड़ की एक
शासक जाति । ३ भुजबंध । -कांदौ-पु० एक औषधि कोरो-वि० (स्त्री० कोरी) १ जिसका अभी उपयोग न हुआ हो।
विशेष । --बाड़-स्त्री० मकड़ी। नया, अछूता । २ जिस पर लिखा न गया हो, खाली, रिक्त, सादा । ३ साफ । ४ जिससे जल-स्पर्श न हना हो । कोळू-पु० पश्चिमी राजस्थान का एक स्थान जहां प्रसिद्ध वीर ५ वंचित, रहित । ६ निर्दोष, बेदाग, निष्कलंक । पाबु राठौड़ का स्मारक है। ७ शुष्क, रूखा । ८ रूखे स्वभाव का । ६ उदासीन । कोलेयक-पु० [सं० कोलकेय] कुना, श्वान । १० प्रशिक्षित, मुढ़। ११ निरोग। -गोफियौ-पु. एक कोळं-क्रि० वि० सकुशल, कुशलता पूर्वक । प्रकार का शस्त्र। -मोरौ- वि०- बिल्कुल कोरा।
"| कोळो-पु० १ कुष्मांड नामक फल, कुम्हड़ा । २ सूअर । टकामा ।
| कोल्हू-पु. १ तेल निकालने या ऊब पेलने का यन्त्र । कोलबक-पु० [सं०] बीणा का डंडा व तूबा । बीगा का ढांचा।
२ खपरैल। कोळ, कोल-पु० [सं० कोलः] १ सूअर, वराह। २ वराह
कोवंड-देखो 'कोदंड'। अवतार । ३ नाव । ४ बेड़ा। ५ वक्षस्थल । ६ गोद । ७ कूल्हा । ८ कबड़ । ९ प्रालिंगन । १० शनिग्रह । ११ एक
कोवंस-पु० [सं० को-वंश्य] श्राद्ध के दिन कौनों को खाने जंगली जाति । १२ एक प्राचीन प्रदेश । १३ पुरुवंशीय राजा के लिय बुलान का आवाज । अाक्रीड़ का पुत्र । १४ एक तोले का तौल। १५ एक प्रकार | कोविद-वि० [सं०] १ बुद्धिमान, पंडित, विद्वान । २ अनुभवी। का बेर । १६ काली या गोल मिर्च । १७ क्रौंच नामक लता ३ चतुर, दक्ष ।
For Private And Personal Use Only