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पिराव
गिलोय
गिराव, गिरावट-स्त्री० १ गिरने की क्रिया या भाव, पतन, गिरीयक-देखो 'गिरिक'।
कमी, ह्रास । २ उतार, घटती । ३ हीन भावना, तुच्छता । गिरीस-पु० [सं० गिरीश] १ शिव, महादेव । २ हिमालय, ४ घेराव।
पर्वत । ३ कोई बड़ा पर्वत । ४ शिव लिंग। गिरावणो (बो)-देखो 'गिराणी' (बी)।
गिरनौ-वि० १ सृन्दर मनोहर । २ सम्पन्न । ३ गम्भीर । गिरास-पु. १ उपाय, तरकीब । २ ग्रास ।
४ गुणज्ञ । गिरासिया-स्त्री० अरावली पहाड़ के पास-पास बसने वाली गिर-स्त्री० [सं० ग्रह] १ अापत्ति, संकट, मुमीबत। २ देखो एक जाति ।
___'गिरह'। ३ देखो 'ग्रह'। -गोचर='गोचर'। -बाज-पु. गिरासियो-पु० १ उक्त जाति का व्यक्ति । २ थोड़ी भूमि का कलाबाजी दिखाने वाला कबूतर । मालिक।
गिरोवर-देखो ‘गिरवर'। गिरासमी-पु० [सं० गिराश्रमी] १ कवि । २ पंडित । गिलंका-स्त्री० हंसी, दिल्लगी। गिरिद-देखो 'गिरीद'।
गिलका-स्त्री० नदी । --सिला-स्त्री० गंडक नदी। गिरि-पु० [सं०] १ पर्वत, पहाड़ । २ टीला । ३ चट्टान । | गिलगचियौ-देखो ‘गुळगुचियो ।
४ एक प्रकार का नेत्र रोग । ५ दसनामियों का एक भेद । गिलगिली-स्त्री० १ गुदगुदी । चुनचुनाहट । २ हल्की खुजली। ६ पाठ की संख्या *। ७ खेलने की गेंद । ८ चूहा, मूसा । ३ घोड़ों की एक जाति ।
-पार-पु० पीतल । -कंटक-पु० वज्र । -गुड-पु० गिलट-पु. १ मुलम्मा । २ एक सफेद व चमकीला, हल्का धातु । कन्दुक, गेंद । -ज-पु. लोहा । -जा-स्त्री० पार्वती। गिलटी-स्त्री० १ ग्रंथि गांठ । २ एक प्रकार का रोग । ३ एक
-धर, धरन-पु० श्रीकृष्ण । हनुमान । -धातु-पु०गेरू | प्रकार का छोटा कीटाणु। ---धारन, धारी-पु. श्रीकृष्ण । -ध्वज-पु० इन्द्र । गिलण-वि० निगलने वाला। -पु. १ गला, गर्दन । -नंदिणी -स्त्री. पार्वती । गंगा । नदी, सरिता ।। २ देखो 'गिलणी'। -नाथ-पु० शिव, महादेव । -राज-पु० बड़ा पर्वत, गिलणी, (नी)-स्त्री. १ भोजन उतरने की गले की नलिका । हिमालय, सुमेरु, गोवर्धन पर्वत । ---सार--पु० शिलाजीत । ठड़ी के नीचे का भाग । लोहा । —सुत-पु० मैनाक पर्वत । ----सुता-स्त्री० पार्वती। गिळणौ (बी)-क्रि०१ निगलना, खाना । २ अधिकार में गंगा। -संग-स्त्री० पर्वत की चोटी।
करना । ३ संहार करना। ४ पिघलना, द्रवित होना। गिरिप्रौ-देखो "गिरियो ।
५ घुट घुट कर पीना। गिरिक-पु० [सं० गिरिक:] १ गेंद । २ शिव, महादेव । गिलबिला-पु० मूसलमान । गिरिज-पु० [सं०] १ लोहा । २ अभ्रक । ३ शिलाजीत । गिलबिलाणी, (बी)-क्रि० १ व्याकुल होना । २ प्रलाप करना, ४ गेरू।
बकना। गिरिजा-स्त्री० पार्वती, उमा । -पत, पति, पती-पु. शिव |
गिलबौ-पु०१ कोलाहल, शोर । २ गाने की ध्वनि ।
३ शिकायत । ४ देखो 'गलबौ' । महादेव।
गिलम, गिलमो-पू० १ मुलायम गद्दा, बिछौना। २ तकिया । गिरिजावीज-पु० [सं०] गंधक । गिरित्र-पु० [सं०] १ शिव, महादेव । २ समुद्र।
गिलारण, (पी) गिलान. (नी)-देखो 'ग्लानि'।
गिलाफ-पु० १ आवरण । २ म्यान । गिरिमा-देखो 'गरिमा'। गिरियांडोब-क्रि०वि० टखने तक ।
गिलार-स्त्री० १ गला, गर्दन । २ देखो 'गलार'।
गिलारी-स्त्री० गिलहरी नामक छोटा जानवर । गिरियो-पु० ऐड़ी के ऊपर बने हड्डी के गुटके, टखना।
गिलास-स्त्री० पानी आदि पीने का लम्बा पात्र । गिरिसंधि-स्त्री० [सं० गिरि-संनिधि] दो पहाड़ों के बीच की |
गिळित-वि० निगला हुआ। नीची भूमि, घाटी।
गिली-१ देखो 'गुल्ली'। २ देखो 'गिलगिली'। गिरिस-देखो 'गिरीस'।
गिलोड़ी-स्त्री० १ गुड-धी के मेल से बनी मोटी रोटी । २ घी गिरीद (द्र)-पु० [सं०] १हिमालय । २ बड़ा पर्वत । ३ सुमेरु । का छोटा पात्र । गिरी-स्त्री० १ नारियल का गूदा या उसका टुकड़ा । | गिलोणी (बो)-क्रि० १ गीला करना । २ पानी डाल कर गीला २ मिगी, गूदा।
करना । ३ मिश्रित करना । ४ गूदना । गिरीप्रौ-देखो 'गिरियो ।
गिलोय-स्त्री० [फा०] वृक्षों पर चढ़ने वाली लता, गुरुच ।
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