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गुलियल्ल
जियो
गुलियल्ल, गुप्ली-स्त्री० १ नील का पौधा या इस पौधे से गुहछठ-स्त्री० अगहन शुक्ला षष्टी तिथि । बनने वाला रंग । २ बडे कान की भेड़ । ३ लहसुन
कान की भेड़ । ३ लहसुन गुहराज-पु० निषादराज । का बीज।
गुहांजणी-देवो 'गुरांजणी' । 'गुलीडंडो-पु० [सं. कीलदंड] एक प्रकार का देशी खेल। गुहा-स्त्री० गुफा, कंदरा। गुलीबंद-पु० [सं० गलबंध] १ गले का एक प्राभूषण विशेष । गुहाचर-पु० ब्राह्मण ।
२ मर्दी से बचाव के लिए कान पर डाला जाने वाला गुहिक-स्त्री० [सं० गुह्यकः] एक देव जाति, यक्ष । वस्त्र, मफलर।
गहियण-देखो 'गुणिजण'। गुलीबावळी-स्त्री० एक प्रकार का बबूल ।
गुहिर गुहिरइ (ई) गुहौर-वि० १ गहरा, गंभीर । २ भारी। गुळेचा, गुलेटौ-स्त्री० १ कुलांच । २ डुबकी, गोता।
३ देखो 'गहीर'। -पु० २४ मात्रा का एक छंद । गुळे डौ-पु० एक प्रकार का खाद्य पदार्थ।
| गुह्यक-पु० [सं०] कुबेर के खजाने का रक्षक एक यक्ष । गुलेल-स्त्री० [फा० गिलूल] १ छोटे पक्षियों का कंकर से -ईश्वर, पति-पु० कुबेर ।
शिकार करने की छोटी कमान । २ गहरा आसमानी रंग। गगट (टो)-देखो 'घूघट' ।
-ची-पु० गुलेल से शिकार करने वाला व्यक्ति। गूगल, (लियो, लौ)-वि० (स्त्री० गूगली) गूगा, मूक। गुलेलौ-पु० [फा० गुलला] गुलेल से चलाई जाने वाली मिट्टी की -पु० १ गोबर का एक कीड़ा, जिसके पाठ पांव व दो पर . गोली।
होते हैं । २ सर्दी में मस्ती भरा ऊंट । ३ गेहूं की फसल . गल्या-पु० बीज ।
का एक रोग। ४ एक छोटा जंतु । ५ नाक का मैल । गुल्लालो-पु० [फा० गुल्लाला] पोस्त के पौध के समान एक गूगिका-स्त्री० एक देवी विशेष । पौधा । इस पौधे का लाल फूल ।।
गूगियो-देखो 'गूगो'। गुल्ली-स्त्री० चार या पांच इंच की काष्ठ की कीली जो खेलने गूगी-स्त्री० १ एक छोटा जंतु । २ मूक स्त्री । ३ दो मुहा सर्प। के काम आती है।
गूगो-वि० (स्त्री० गूगी) १ मूक, गूगा । २ बोलने में गल्लो-पु० १ ताश का गुलाम । २ सर्दी की खोज में ऊंट के | असमर्थ । -पु. १ नाक का कीट । २ इमली का बीज । ___मुह से निकले वाला गुल्ला । ३ देखो 'गोलो' ।
गूंघट (टौ)-देखो 'घूघट'। गवाड़ (डी)-१ देखो 'गवाड़' । २ देखो 'गवाड़ी' ।
गंधळी-वि० १ मस्ती में पाया हृमा वह ऊंट जिसका गलसुमा गुवार-१ देखो 'गवार'। २ देखो 'गंवार'।
न निकलता हो। २ ऊंट । गुवारफळी-देखो ‘गवारफळी'। गुवारवा-पु० वह खेत जिसमें ग्वार बोया गया हो।
| गूछळ (लो)-वि० मूछित । -पु० जेवड़ी का पुलिदा, गड्डी। गुवाळ, गुवाळियौ, गुवाळी-देखो ‘गवाळ' ।
| गूछी-स्त्री० बैलों का एक रोग । गवाळी-देखो 'गवाळी'।
| गूंज (झ)-स्त्री० [सं० गुज] १ गुजन, गुंजार । २ तेज गुवारणी (बो), गुवावरणौ (बौ)-देखो 'यवाणी' (बी)।
प्रावाज, झन्कार । ३ देर तक सुनाई देने वाली ध्वनि । गविद, (वी)-देखो 'गोविंद'।
४ गुप्त रूप से बचाया या मंचित धन । ५ गप्त बात । गुसट-देखो 'गोस्ठी'।
सलाह, परामर्श । ७ इरादा, विचार । ८ अंगूठी गुसळ-देखो 'गुस्ल'।
(मेवात)। गुसळखांनी-पु० [फा० गुस्लखानः] स्नानागार ।
गूजरणी (बो)-क्रि० [सं० गुजन] १ गुनगुनाना, भनभनाना । गुसांई. गुसांइउ-देखो 'गोस्वामी'।
२ तेज आवाज होना । ३ प्रतिध्वनित होना। ४ गर्जना, सैल-वि० क्रोधी स्वभाव वाला।
दहाड़ना । ५ जोश में माना। गुसौ-देखो 'मुस्सौ'। गुस्ल-पु० [अ०] स्नान, मज्जन। --खांनो-पु० स्नानागार ।
| गूजा-स्त्री० दो तख्तों को जोड़ने के लिए लगाई जाने वाली
कील। मुस्साळ, गुस्सेल (स्सल)-देखो ‘गुसैल'। गुस्सौ-पु० [अ० गुस्सा] १ क्रोध. रोष । २ जोश, मावेश। गूजाणो (बी), गूजावरणी (बो)-क्रि० १ तेज प्रावाज करना। गह-पू० [सं० गहः] १ स्वामिकात्तिकेय । २ घोडा।। २ जोर से बजाना । ३ प्रतिध्वनित करना । ४ गर्जाना । ३ निषादराज । ४ विष्णु । ५ कुबेर । ६ देखो 'गुहा'।
५ जोश दिलाना। देखो 'गृह'।
गजियो-देखो 'गूजौ' ।
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