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खहणो
( २८४
)
खाण्य
खहणौ (बौ)-देखो 'खसणी' (बौ)।
खांडगळी-पु० एक देशी खेल । खहदळ-पु० आकाश, गगन ।
खांडरगोत-वि० संहारने वाला, मारने वाला । खह-सुधार -पु. सं० क्षत + सुधार घी।
खांखणौ, खांडरिणयौ, खांडण्यू-पु० मूसल । खहाव्रत-वि० धूल से आच्छादित ।
खांडणी (बौ)-क्रि० १ मूसल से कूटना। २ मारना। ३ काटना । खहोड़णौ (बौ)-क्रि० मारना, पीटना ।
खांडतारौ-देखो 'खांड खोपरी' । खहेड़-वि० बलवान, जबरदस्त ।
खांडबारौ-पु. मृतक के पीछे द्वादशे का भोज । खां-पु० [फा०] १ मुसलमानों के नाम के आगे लगने वाला खांडभील-पु० एक पहाड़ी जाति विशेष ।
शब्द, खान। २ मुसलमानों का एक सम्बोधन। ३ देखो खांडरणी (बौ)-१ देखो 'खांडणी' (बौ)। २ देखो 'खंडगो'(बी)। 'खान'।
खांडली, खांडल्यू-देखो 'खांडियो' । खांक (ख)-१ देखो 'कांख' । २ देखो 'खांखर' ।
खांडव-पु० [सं० खांडवम्] १ कुरुक्षोत्र के समीप इन्द्र का एक खांकोळाई-स्त्री० [सं० कुक्ष+अलात्] बगल में होने वाली प्राचीन वन । [सं० खांडवः] २ मिश्री, कंद । ग्रंथि।
खांडहल-स्त्री० तलबार । खांखर-स्त्री० १ एक प्रकार का शस्त्र । २ वह मादा ऊंट जिसने खांडादेवळ राय-स्त्री० चारण कुलोत्पन्न एक देवी, खूबड़ देवी ।
एक बार ही बच्चा दिया हो । -वि० १ वृद्ध, बुड्ढ़ा। खांडाधर (धार), खांडायत-पु० [सं० खड्ग-धारिन्] तलवार२ अत्यन्त पुराना । ३ जीर्ण-शीण ।
धारी, योद्धा। खांखरियो. खांखरौ-देखो 'खाखरौ' ।
खांडाळी-स्त्री० टूटे सींग की गाय या मैंस । खाखरी-स्त्री० बंध्या ऊटनी।
खांडा सरभु-पु० तलवार से युद्ध करने वाला, तलवार से मुकाबला खांखळ-स्त्री० आकाश में छा जाने वाली गर्द, रज, धूलि । ___करने वाला। खांखळरणौ (बौ)-कि० धूलियुक्त होना । धूलि छा जाना। खांडियौ-पु० १ टूटे नींग वाला पगु। २ एक कृषि उपकरण । खांखो-देखो 'खांवर'।
-वि० खण्डित । खांखोळणों (बी)-देखो 'खंखोळगी (बौ)।
खांडोव-देखो 'खांडव' । खाखौ-पु० (स्त्री० खांखी) १ वृद्ध पुरुष । २ वीर पुरुष । खांडू-देखो 'खांडो'। खांगड़ो-वि० १ टेढा । २ अड़ियल, अक्खड़ । ३ उद्दण्ड, बदमाश। | खांडेराउ-पु० खड्गधारी योद्धा । ४ योद्धा, वीर । ५ अटल, अडिग ।
खांडेल (लो)-पु० १ होली जलाने के लिए प्रत्येक घर से डाला खांगीबंध-पु. १ साफा बांधने का एक ढंग । २ इस ढंग से साफा __ जाने गाला लकड़ी का डंडा । २ जंगली जमीकंद विशेष । ___ बांधने वाला व्यक्ति । ३ राठौड़।
३ देखो 'खांडौ'। खांगो, खांघड़ी, खांघो-देखो 'खांगड़ो' ।
खांडो-पु० [सं० खड्ग] १ तलवार । २ दुधारी तलवार । खांच-स्त्री० [सं० खच] १ बाहु पर धारण करने का स्त्रियों का ३ टूटे सींग का पशु । -वि० खण्डित, भग्न। चूड़ा । २ प्राग्रह, मनुहार ।
खांरण-पु० [सं० खाद्य, खान] १ भोजन सामग्री, भोजन, खाना। खांचरणौ (बौ)-देखो खींचरणी' (बौ)।
२ भोजन का ढंग । स्त्री० [सं० खनि] ३ धातु-पत्थर खांचातांण (णी, न, नी)-देखो खींचातांण' ।
प्रादि का खदान, खान । ४ उत्पत्ति स्थान । ५ भण्डार, खांचौ-पृ० १ मधि स्थान, जोड़ । २ कोना । ३ बीच की खाली खजाना । ६ चार प्रकार की सृष्टि । ७ कुए की सफाई।
जगह । ४ खीच कर बनाया हया निशान, गठन । ५ तनाव, | खारणकी-देखो 'खांनगी'। खिचाव।
खरिणखडौ (दो), खाणगंडौ-वि० (स्त्री० खांणखंडी, खांणगंडी) खोट-स्त्री० १ आसानी से न दुहाने वाली गाय । -वि० असभ्य, भोजन-प्रिय, भोजन भट्ट । जंगली।
खाणघर-पु०१ रसोईधर । २ लोहा । खांड (डी)-स्त्री० [सं० खंड] १ बिना माफ की हुई चीनी, खांगास-वि० १खाने वाला । २ नाश करने वाला । कच्ची शक्कर । २ संहार, विनाश ।
खाणि (सी)-स्त्री. १ खाने का ढंग, रीति । २ जाति । खांडखोपरौ-पु. मृत्युभोज के पश्चात् पुत्री या बहन द्वारा पिता ३ प्रकार, दंग। ४ खान, खदान ।
(स्वर्गस्थ) के नाम पर छोटी २ कन्याओं को शक्कर भरकर | खारण करण-पु० हलवाई, कंदोई । दिया जाने वाला खोपरा ।
खाणेराव-पु० बादशाह । खाडखोरी-पु० शक्कर खाने का प्रादी।
खाण्य-देवो 'खांग'।
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