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खामेड़ी
। २८६ )
खटिए
खांमेड़ो-पु० लाव की कील जोड़ने वाला । कुए पर बैल खाखलौ-पु० गेहूँ का भूसा। हांकने वाला।
खाखसि-स्त्री० जंभाई। खामोखांम, खांमोखा-देखो 'खामखां' ।
खाखी-देखो 'खाकी'। खामोस-वि० [फा० खामोश] १ चुप, मौन । २ शांत । खाखोळाई-स्त्री० कांख के अंदर होने वाली ग्रंथि । खामोसी-स्त्री० [फा० खामोशी] १ चुप्पी, मौन । २ शांति ।। खाखौ-देखो 'खाकी'। खविंद, खांविद-पु० [फा० खाविंद] १ पति, भर्ता । २ स्वामी, खाखौ-बिलखो-वि० व्याकुल, बेचैन, उदास । मालिक ।
खाग-पु० [सं० खड्ग] खड्ग, तलवार । -बंद-वि० योद्धा, खांसड़ौ-देखो 'खू सड़ौ।
वीर । —बळ-पु० तलवार का बल । -हथ, हथौ-वि० खांसपी (बौ)-कि० [सं० कासनम्] १ खांसी लेना, खांसना । । तलवारधारी, योद्धा । २ खंखारा करना।
खागड़ेल-पु० १ सूबर । २ गेंडा । ३ योद्धा । खांसी-स्त्री० [सं० कास] १ कफ या जुखाम से गले में होने खागचाळी-देखो 'खगचाळी' ।
वाली खरास । २ खखारा। ३ जुकाम । ४ छींक । खागरणौ (बी)-क्रि० तलवार चलाना, तलवार का प्रहार करना । खा-स्त्री० १ लक्ष्मी । २ पृथ्वी । ३ खाई। -पु० ४ पहाड़। तलवार से मारना, संहार करना। ५ कमल ।
खागरणी-स्त्री० तलवार । खाडौ-देखो 'खू सड़ी।
खागवळ-स्त्री० तलवार, कृपारण। खाइको-'खायकी'।
खागवाहो-देखो 'खगवाहो'। खाइयाळ-वि. १ खाने वाला । २ कपटी । ३ दुष्ट ।
खागाट-स्त्री० तलवार, खड्ग । खाई-स्त्री० [सं० खानि] १ लंबा बड़ा खड्डा, गड्ढा ।। खागल-पु० [सं० खग + ऐल] १ सूमर । २ ऊंट । ३ गेंडा । २खंदक ।
४ योद्धा । खाउकड़ो-देखो 'खाऊ'।
खाड़ती-पु०१ गाड़ी हांकने वाला, चालक । २ हलधर । खाऊ-वि० १ बहुत खाने वाला, पेटू । २ कुछ खाने के लिए | खाड़ो-देखो 'खारड़ो'। .. लालायित रहने वाला । ३ रिश्वतखोर । ४ मुह से | खाज-स्त्री० [सं० खुर्ज] १ खुजली, चुनचुनाहट । २ गुदगुदी। काटने वाला।
[सं० खाद्य] ३ खाद्य पदार्थ । -वि. १ निकम्मा। खामौ (वी)-पु० सूरत, शक्ल ।
२ डरपोक, कायर । ३ दीन । खाक-स्त्री० [फा०] १धूल, रज ।२राख, भस्म । ३ पथ्वी खाजटरपी (बो)-क्रि० १ खाना, भक्षण करना । २ झिड़की
भूमि । ४ देखो 'कांख'। -वि० अकिंचन, तुच्छ । –रोब भरना। -पु० झाड़ देने वाला मंगी।
खाजरू-पु० मांस खाने के लिए मारा जाने वाला बकरा । खाकलौ-देखो खाखलौ'।
खाजल्यो-पु० बूढ़ा घोड़ा।
खाजी-पु० [सं० खाद्य १ खाद्य पदार्थ, खाद्य । २ मेदे की खाकी पु. १ शिव, महादेव । २ भस्मी रमाने वाला साधु ।
छोटी पुडी। ३ वैरागी माधुनों का एक सम्प्रदाय । ४ मटिया रंग ।
खाट-स्त्री० [सं० खट्वा] चारपाई, खाट, पलंग । -वि० मटिया रंग का।
खाटक-वि० १ खटकाने वाला । २ प्राप्त करने वाला। खाको-पु० [फा०] १ मानचित्र । २ ढांचा । ३ तखमीना।।
३ महान् ।४ प्रचंड, जबरदस्त । ५ वीर, योद्धा । ४ कच्चा चिट्ठा, मस्विदा। ५ डौल । ६ सूरत, शक्ल ।
-स्त्री. १ टक्कर, भिड़त । २ खटक, कसक । खाख-१ देखो 'खाक' । २ देखो 'कांख'।
खाटकरणौ (बौ) -क्रि० [सं०] १ प्राप्त करना । २ प्रहार करना । खाखण-स्त्री० भस्मी लगाने वाली स्त्री।
३ कोप करना। खाखरियो, खाखरी-पु० [सं० खरखर] १ चना या मोठ को
खाटकाई-स्त्री० पैतृक संपत्ति, जायदाद । बनी पतली रोटी। २ गेहूँ की सूखी रोटी । ३ पलाश वृक्ष ।
खाटको--पु० [सं० खट्टिक) बूचड़, पशुओं को काटने वाला। ४ खेत में चिड़ियां उड़ाने का, ऊंट के चमड़े का बना उपकरण विशेष । ५ होली का दूसरा दिन, धुलेंडी।
खाटखड़, (डि, डी)-स्त्री० खटखट ध्वनि । ६ गोवरद्धन पूजा के दिन गाय व भैस में मस्ती आने | खाटड़ खली-पु० पुरानी व ढीली-ढाली खाट । का भाव।
| खाटण (णी)-वि० खाने वाला । प्राप्त करने वाला।
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