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खीलाड़णो
( २९३ )
खुरपणी
खोलाड़णौ (बौ), खोलाणौ (बौ), खीलावणी (बौ)-क्रि० | खुड़द-पु० १ संहार नाश । २ खुरद । -बीन= 'खुरदबीन' ।
१ दो वस्त्रों को परस्पर जुड़वाना । २ सिलाई करवाना।। खुड़दसारणौर-पु० डिंगल गीत का एक भेद ।
३ बंधवाना । ४ जूती गंठवाना। ५ वश में कराना। खुड़दा-स्त्री० [फा० खुर्दः] १ छोटी-मोटी वस्तु । २ छोटा खीली-देखो 'खील'।
सिक्का । ३ सूक्ष्म चीज । -फोस-पु० फुटकर सामान खोलीखांनौ-पु० १ बढ़ई का कारखाना । २ देखो 'किलीखांनो', __बेचने वाला व्यापारी। खीलोरी, खीलोहरी, खोल्योरी, खील्हैरी-देखो 'खिलोरी'। खुडदियौ-पु० [फा० खुर्द.] रेजगारी, कौड़ी आदि छोटे सिक्कों खीव-पु० [सं० क्षीवृ] योद्धा, शूरवीर ।
___का विनिमय करने वाला बनिया । खोवण-पु० १ स्त्रियों के नाक का आभूषण विशेष । खुडाणौ (बौ), खुड़ावणौ (बौ)-क्रि० लंगड़ा कर चलना । २ देखो खिवरण'।
लंगड़ाना। खीवर-देखो ‘खीव'।
खुड़ियो-खाती-पु० पक्षी विशेष । खीस-पु. गाय या भैंस का प्रसव के बाद पहली बार निकाला खुड़ी-स्त्री० ऐड़ी। जाने वाला दुध ।
खुचखुचिय-क्रि०वि० छोटे डग या कदम से । (चाल में) -स्त्री. खीसारणी (बौ), खोसावरणौ (बौ)-देखो 'खिसाणो' (बौ)।
चलने की एक क्रिया। खीसौ-पु० [अ० कीस] १ जेब, खीसा, पाकेट । २ थैला, खुचरणौ (बौ)-क्रि० १ धंसना, फंसना । २ चुभना । ___खलीता । ३ अोठों के बाहर निकला हुआ दांत । खुचरी-पु० १ वस्त्र विशेष । २ देखो 'कुचरी'। खुजाळणी (बौ)-देखो 'खुजाळणी' (बौ)।
खुचाणी (बौ)-क्रि० १ धंसाना, फंसाना । २ चुभाना । खुट-वि० १ दुष्ट, पतित, नीच । २ निरंकुश, स्वतत्र । | खुजळणी (बी)-देखो 'वुजाळणौ' (बौ)। ३ देखो 'खुट'।
खुजळाणी (बौ)-देखो 'खुजाळणौ' (बौ) । खुटणौ (बी)-देखो 'टणी' (बौ)।
खुजळी, खुजाळ (ळि)-स्त्री० १ खाज, खुजलाहट । २ एक खुडासींग, खुडो-पु० १ वृत्ताकार मुड़े हुए सींगों वाला पशु।। चर्म रोग । २ मुड़ा हुआ मींग।
खुजाळणी (बौ), खुजावणौ (बौ)-कि० नाखून से कुचरना, खुद-देखो 'खूद'।
खुजालाना। खुदवारणौ (बो)-क्रि० १ पांवों से दबवाना । २ पांवों से खुटक-देखो 'खटक'। रोंदाना।
खुटकणी (बी)-क्रि० १ कसकना, दर्द करना, पीव पड़ना । खुदाळिम-देखो 'दालिम' ।
२ ठोकर खाना, लड़खड़ाना । खुप-पु० सिर का पुष्प शृगार ।
खुटणौ (बी)-क्रि०१ नष्ट होना, बर्बाद होना । २ समाप्त होना। खुभी-स्त्री० स्तंभ की आधारशिला ।
__३ खुलना । ४ मुक्त होना। ५ मिटना । खुवणी-स्त्री० क्षमाशीलता, सहनशीलता।
खुटहड़-वि० १ जबरदस्त, शक्तिशाली । २ उन्मत्त, मस्त । खु-पु. १ कामदेव । २ विकल या दुःखी व्यक्ति । ३ उल्लू । खुटारणौ (बो)-क्रि० १ नष्ट करना, बरबाद करना । २ समाप्त ४ ब्रह्मा । ५ स्थान । ६ सिखावन । ७ खद्योत ।
करना । ३ खोलना, मुक्त करना । ४ मिटाना। खुक-स्त्री. १ प्यास । २ प्यास की अवस्था में सूखा मुख । खुटिया-स्त्री० एक प्रकार का खाद्य पदार्थ । खुखरी-स्त्री० एक प्रकार की छुरी ।
खुटोड़ो-देखो 'खूटोडौ' । (स्त्री० खुटोड़ी)। खुगाहडो-पु. एक प्रकार का घोड़ा।
खुट्टणी (बौ)-देखो ‘खुटणो' (बी)। खुड़-पु० १ पाद चिह्न । २ ऐड़ो । ३ पर। -खोज-पू० पावों खुडी-पु० १ वर्तन विशेष । २ देखो 'खुडी'। के निशान ।
खुडौ, खुड्डौ-पु० [सं० खात] १ मुर्गा प्रादि रखने का कठघरा, खुड़क-पु. १ जलाशय या नदी तट । २ पशूपों का एक दड़बा । २ गुफा प्रादि का मुख, द्वार । ३ ऊंची भूमि । ___ संक्रामक रोग । ३ खटका । ४ पर्वत की तलहटी।
४ छोटा टीबा। खुड़करणी (बी)-क्रि० १ खटखट ध्वनि होना । २ खटकना। खुढ्ढी-पु० १ कुत्ते की गुखाली, मांद । २ छोटा घर । ३ गुफा । खुड़कारणी (बी), (वरणी) (बी)-क्रि० १ खंड-खडकी ध्वनि | खुरणखुरिणयौ-पु० १ खन-खन बोलने वाला खिलौना । २ योनि ।
करना । २ हुक्का पीना । ३ हक्के की ध्वनि करना। - खुणचियो, खुणचौ-पु० अंजली । चुल्लू । खुड़की-पु० १ खटका, ग्राहट । २ देखो खड़को'।
खुणणौ (बौ)-देखो 'खिणणौ' (बौ) ।
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